पीवी सिंधु की बायोग्राफी | P.V. Sindhu Biography in Hindi

पीवी सिंधु की बायोग्राफी | P.V. Sindhu Biography in Hindi

 

Table of Contents

पी॰वी॰ सिंधु

(P.V. Sindhu)

भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एवं ओलंपिक पदक विजेता ।

 

पी वी सिंधु, एक विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वह भारत मे दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य में स्थित हैदराबाद की रहने वाली हैं। वह एक बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, और अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खेलों मे भारत का प्रतिनिधित्व करती है,

 

इसके साथ ही वे भारत की ओर से ओलम्पिक खेलों में महिला एकल बैडमिंटन का रजत पदक व कांस्य पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी भी हैं। इससे पहले वे भारत की नैशनल चैम्पियन भी रह चुकी हैं।

 

पीवी सिंधु ने BWF वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में शानदार जीत दर्ज कर पहली बार इस खिताब को अपने नाम किया है। पीवी सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय शटलर हैं। इसके फाइनल मुकाबले में उन्होंने जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को हराया था। सिंधु ने नवंबर 2016 में ‘चीन ओपन’ का खिताब भी अपने नाम किया है।

 

 

पीवी सिंधु की बायोग्राफी | P.V. Sindhu Biography in Hindi

पीवी सिंधु की बायोग्राफी | P.V. Sindhu Biography in Hindi

 

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पीवी सिंधु का जीवन परिचय : एक नजर में ।

 

नाम  :    पुसर्ला वेंकट सिंधु (Pusarla Venkata Sindhu)

उपनाम  :    पीवी सिंधु

जन्म  :   5 जुलाई 1995 (आयु 26)

जन्म स्थान  :  हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत

पिता  :   पी. वी. रमण (पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी])

माता  :   पी. विजया (पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी)

आवास  :  हैदराबाद, भारत

स्कूलिंग  :  Auxilium High School

शिक्षण संस्थान  :   सेंट एन्न्स कॉलेज फॉर वोमेन (St. Ann’s college for women), मेह्दीपटनम।

शैक्षणिक योग्यता  :   MBA

राशि : कर्क राशि (Cancer)

धर्म  :   हिन्दू

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

पेशा (Profession) :  अंतर्राष्ट्रीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी ।

कोच :  पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand)

खेलने की शैली (Handedness) :   दांये हाथ से (Right Hand)

वर्तमान स्थान (Current Ranking)  :   7th (4 दिसंबर, 2021)

 

इन्हें भी पढ़ें :

नीरज चोपड़ा की जीवनी ।

मीराबाई चानू की जीवनी ।

रवि कुमार दहिया की जीवनी ।

 

पीवी सिंधु का प्रारंभिक जीवन (Early Life)।

 

पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई 1995 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद (वर्तमान में तेलंगाना राज्य का हिस्सा) में पी. वी. रमन और पी.वी. विजया के घर मे हुआ था। पी.वी. सिंधु के माता-पिता, दोनों एक पेशेवर वॉलीबॉल खिलाड़ी थे, और उनके पिता पी.वी. रमन को भारत सरकार द्वारा वर्ष 2000 मे प्रतिष्ठित ‘अर्जुन पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया जा चुका है।

 

लेकिन सिंधु कि वॉलीबॉल में कोई रुचि नहीं थी, और उन्होंने वर्ष 2001 के ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन के चैंपियन रहे पुलेला गोपीचंद से प्रभावित होकर बैडमिंटन मे अपना करियर बनाने के बारे में सोचा। पी. वी. सिंधु ने महज आठ साल की उम्र से ही बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था। 

 

उन्होंने बैडमिंटन सीखने के शुरुआती दिनों में सिकंदराबाद में इंडियन रेलवे सिग्नल इंजीनियरिंग और दूर संचार के बैडमिंटन कोर्ट में महबूब अली से बैडमिंटन की बुनियादी बातों को सीखने के बाद पुलेला गोपीचंद के गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण लेने के लिए शामिल हो गई। 

 

शिक्षा (Education)

 

सिंधु ने पढ़ाई के साथ-साथ बैडमिंटन खेलना भी जारी रखा और उन्होंने मेहदीपट्टनम से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। इंटरमीडिएट पूरी करने के बाद उन्होंने सेंट एन्न्स कॉलेज, मेहदीपट्टनम मे दाखिला लिया और वहां से उन्होंने एमबीए की डिग्री हासिल की।

 

 शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

 

लंबाई सेमी मे-  178 Cm

मीटर मे-  1.78 M

फीट मे-  5’10” Ft.

वजन 65 Kg
शारीरिक माप 34- 26 -36
आंखों का रंग  काला
बालों का रंग काला

 

 निजी जीवन (Personal Life)

 

पीवी सिंधु का पूरा नाम पुसर्ला वेंकट सिंधु (Pusarla Venkata Sindhu) है। वे तेलंगाना के हैदराबाद में रहती है अपने माता-पिता के साथ रहती हैं। वे अब तक अविवाहित हैं, और उनके अफेयर आदि के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं है।

 

 पारिवारिक जानकारियां ।

 

माता-पिता पी. वी. रमण (पिता)

पी. विजया (माता)

भाई/बहन एक बहन – पी. वी. दिव्या
बॉयफ्रेंड जानकारी नहीं
वैवाहिक स्थिति अविवाहित

 

पी. वी. सिंधु की शुरूआती प्रशिक्षण एवं कोच [Early Training and Coach]

 

पीवी सिंधु जब 8 वर्ष की थी तब से ही उन्होंने बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था और इसके शुरुआती दिनों में उन्होंने सिकंदराबाद में इंडियन रेल्वे इंस्टिट्यूट ऑफ़ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्यूनिकेशन में मेहबूब अली से प्रशिक्षण लिया। 

 

इसके बाद उन्होंने पुलेला गोपीचंद की बैडमिंटन अकादमी में दाखिला लिया। वहां उनके कोच पुलेला गोपीचंद थे। पीवी सिंधु की तारीफ करते हुए पुलेला गोपीचंद कहते हैं कि, ‘सिंधु के व्यक्तित्व की सबसे खास बात यह है, कि वे कभी भी हार नहीं मानती और कोशिश करती रहती हैं।’ 

 

एक अखबार ‘द हिंदू’ के अनुसार, ‘कोचिंग कैंप उनके घर से 56 किलोमीटर दूर होने के बावजूद भी वे रोज समय पर आती थी, इससे उनके खेल के प्रति समर्पण का भी पता चलता है।’

 

 पीवी सिंधु के करियर की शुरुआत (P.V. Sindhu Carrier) ।

 

पीवी सिंधु ने अपने सफल करियर की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कोलंबो में आयोजित वर्ष 2009 मे ‘सब जूनियर एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप’ में कांस्य पदक जीतकर किया। इसके बाद उन्होने वर्ष 2010 में ईरान मे आयोजित ‘फज्र इंटरनेशनल बैडमिंटन चैलेंज’ के एकल वर्ग में रजत पदक जीता और इसी वर्ष मेक्सिको में आयोजित ‘जूनियर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप’ के क्वार्टर फाइनल तक पहुंची।

 

वर्ष 2010 के थॉमस और उबर कप के दौरान वे भारत की राष्ट्रीय टीम की सदस्य रही। वर्ष 2012 मे, सिंधु इंडोनेशिया ओपन में जर्मनी के जुलियन शेंक से से हार गईं थी।  इसके बाद उन्होंने 2012 में आयोजित ‘एशिया यूथ अंडर-19 चैंपियनशिप’ मे हिस्सा लिया, और  7 जुलाई 2012 को हुए इसके फाइनल में उन्होंने जापानी खिलाड़ी नोजोमी ओकुहरा को हराया।

 

वर्ष 2012 में चीन ओपन (बैडमिंटन) सुपर सीरीज टूर्नामेंट में लंदन ओलंपिक 2012 के स्वर्ण पदक विजेता चीन के ली जुएराऊ को हराकर सेमी फाइनल मे भी जगह बनाई। 

 

पीवी सिंधु ने वर्ष 2013 में चीन के ग्वांग्झू में आयोजित ‘विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप’ में एकल पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं। इसमें उन्होने ऐतिहासिक कांस्य पदक हासिल किया था। 

 

पीवी सिंधु ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखते हुए 1 दिसम्बर 2013 को कनाडा की मिशेल ली को हराकर ‘मकाउ ओपन ग्रां प्री गोल्ड’ का महिला सिंगल्स खिताब अपने नाम किया। शीर्ष वरीयता प्राप्त 18 वर्षीय सिंधु ने केवल 37 मिनट चले खिताबी मुकाबले में मिशेल को करारी शिकस्त देते हुए अपना दूसरा ग्रां प्री गोल्ड खिताब जीता। इससे पहले उन्होंने इसी वर्ष, मई में मलेशिया ओपन जीता था। पी. वी. सिंधु ने 2013 दिसम्बर में भारत की 78वीं सीनियर नैशनल बैडमिंटन चैम्पियनशिप का महिला सिंगल खिताब भी जीता।

 

नवंबर, 2015 में आयोजित मकाऊ ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड में सिंधु ने तीसरा वीमेन्स सिंगल्स का खिताब अपने नाम किया।

 

रियो ओलंपिक 2016 में पी.वी. सिंधु का प्रदर्शन  (P.V. Sindhu in Rio Olympic 2016) ।

वर्ष 2016 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित ‘2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में भाग लेते हुए पीवी सिंधु ने भारत का प्रतिनिधित्व किया, और महिला एकल स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला बनीं। इसके सेमी फाइनल मुकाबले में सिंधु ने जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-19 और 21-10 से हराया। 

 

रियो ओलंपिक के फाइनल में उनका मुकाबला विश्व की प्रथम वरीयता प्राप्त खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मैरिन से हुआ। पहली गेम 21-19 से सिंधु ने जीता लेकिन दूसरी गेम में मैरिन 21-12 से जीत हासिल की। इसके कारण मैच तीसरी गेम तक चला। तीसरी गेम में वे 21-15 के स्कोर से मुकाबला करते हुए मैरिन से हार गई और अंत में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

इस तरह से, वे देश की सबसे कम उम्र वाली मैडल विजेता खिलाड़ी बनी।

 

इन्टरनेट पर पीवी सिंधु सबसे ज्यादा सर्च की गई (Search on Google)

 

गूगल (Google) की तरफ से जारी एक बयान में यह बताया गया कि,- ‘महिला एकल बैडमिंटन के सेमीफाइनल में विश्व की नंबर छह खिलाड़ी नोज़ोमी ओकुहारा को हराने के बाद सिंधु सबसे अधिक खोजे जाने वाली भारतीय खिलाड़ी हैं। इसके बाद भारत के लिए पहला पदक जीतने वाली साक्षी मलिक स्थान आता है।’ 

 

इसके अलावा, 16 से 19 अगस्त 2016 में इंटरनेट पर सबसे अधिक खोजे जाने (Search किये जाने) वाले भारतीय खिलाड़ियों में,-  किदांबी श्रीकांत (बैडमिंटन), दीपा कर्माकर (जिमनैस्टिक), सानिया मिर्जा (टेनिस), साइना नेहवाल (बैडमिंटन), विनेश फोगट (कुश्ती), ललिता बाबर (3000 मीटर स्टीपलचेज), विकास कृष्ण यादव (मुक्केबाजी) और नरसिंह पंचम यादव (कुश्ती), जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।

 

वर्ष 2017 से 2020 तक का सफर (Year- 2017 to 2020)

 

वर्ष 2017 में मार्च से अप्रैल के बीच इंडिया ओपन सुपर सीरीज का आयोजन दिल्ली किया गया। इसमें सिन्धु का मुकाबला विश्व की प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलिना से हुआ, जिसे सिन्धु ने हराकर नया इतिहास रच दिया। 

 

इसके बाद अगस्त 2017 में बीडब्लूऍफ़ विश्व चैंपियनशिप का आयोजन स्कॉटलैंड में किया गया, जिसमें सिंधु ने भाग लेते हुए फाइनल में जगह बनाई, जहाँ उनका मुकाबला जापान की नोज़ोमि ओकुहारा से हुआ। सिन्धु को इस मुकाबले में हारकर रजत पदक (Silver medal) से संतोष करना पड़ा।

 

इसी वर्ष कोरिया में आयोजित कोरिया ओपन सुपर सीरीज में एक बार फिर से सिन्धु का सामना जापान की ओकुहारा से हुआ। यहाँ सिन्धु ने अपनी पुरानी हार का बदला लेते हुए ओकुहारा को फाइनल में हराया और इसके साथ ही सिंधु पहली भारतीय महिला बन गई, जिन्होंने कोरिया ओपन में जीत हासिल की थी।

 

अगस्त 2017 में सिन्धु को आंध्र प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग के तहत मुख्य आयुक्त कार्यालय में कृष्णा जिले में डिप्टी कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया, जो की सिन्धु के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। वर्ष 2017 के अंत में दुबई विश्व सुपर सीरीज में सिन्धु फाइनल तक पहुंची, जिसमें उनका मुकाबला जापान की अकाने यामागुची से हुआ। इसमें भी सिन्धु को सिल्वर मैडल से ही संतोष करना पड़ा।

 

वर्ष 2018 में इंग्लैंड में बहुचर्चित आल इंग्लैंड ओपन का आयोजित किया गया, जहां सिन्धु का मुकाबला विश्व की तीसरे स्थान की बैडमिंटन खिलाड़ी अकाने यामागुची से हुआ। इस मैच में यामागुची से हारने के बाद सिन्धु को विश्व की चौथे नंबर के खिलाड़ी का स्थान मिला।

 

सिंधु ने गोल्ड कोस्ट में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में भागलिया और इसमें सिन्धु ने मिक्स्ड टीम इवेंट में भाग लेकर गोल्ड मैडल जीता। इसके साथ ही महिला एकल में उन्हें सिल्वर मैडल मिला था। इसी वर्ष सिन्धु ने विश्व चैंपियनशिप में भाग लेकर लगातार दूसरी बार सिल्वर मैडल जीता। जो पीवी सिंधु का विश्व चैंपियनशिप में चौथा मैडल था।

 

दिसम्बर 2018 में चाइना में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में सिंधु ने जीत हासिल की। सिन्धु यह टूर्नामेंट जीतने वाली पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं, और इसके साथ ही इन्होंने इतिहास के पन्नो में अपना नाम भी दर्ज करा लिया।

 

वर्ष 2018 में सिन्धु को फ़ोर्ब्स मैगजीन ने कमाई के आधार पर “हाइएस्ट-पेड फीमेल एथलीट 2018″ की सूची में सातवां स्थान दिया था।

 

2018 के एशियन गेम्स में सिन्धु का फाइनल मुकाबला जकार्ता की ताई त्ज़ु-यिंग से हुआ था, जिनसे वो हार गई थी। उसके बाद पीवी सिंधु ने, सीजन-एंड बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल में गोल्ड जीता, और सभी भारतीयों को सिर ऊँचा कर दिया। वे यह प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।

 

वर्ष 2019 की शुरुआत में भारत में पीबीएल का आयोजन किया गया, जिसमें सिन्धु को नीलामी के दौरान हैदराबाद हन्टर्स ने खरीदा। सिन्धु इस पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल तक पहुँची लेकिन यहाँ वे मुंबई रॉकेट्स से हार गई।

 

2019 की शुरुआत में पहला बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय मैच इंडोनेशिया मास्टर ओपन हुआ, जिसमें सिंधु क्वार्टर फाइनल तक पहुँची। लेकिन यहाँ उनकी प्रतिस्पर्धा स्पेन की गोल्ड मेडलिस्ट कैरोलिना मारिन से हुआ, जहाँ सिन्धु को हार गई, और उन्हें इंडोनेशिया मास्टर से बाहर होना पड़ा। 

 

पी. वी. सिंधु टोक्यो ओलिंपिक 2021 का सफर (P.V. Sindhu in Tokyo Olympic)

 

पीवी सिन्धु ने टोक्यो ओलंपिक 2021 में भाग लेते हुए  क्वार्टरफाइनल मैच में जापान की अकाने यामागुची को 2-0 से हराकर जीत हासिल करते हुए सेमी फाइनल तक पहुँची। लेकिन सेमी फाइनल के मुकाबले में सिन्धु को हार का सामना करना पड़ा।

 

इसके अगले मैच में ब्रोंज मैडल के लिए 2 अगस्त 2021 को सिंधु का सामना चीन की जियाओ बिंग हे से हुआ, जिसमें सिंधु ने जियाओ बिंग हे को केवल 52 मिनट में 21-13, 21-15 से हराया और कांस्य पदक जीता। इस प्रकार वे ओलंपिक में लगतार दूसरी बार मैडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं। इससे पहले सिंधु ने 2016 रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीता था।

 

टोक्यो ओलंपिक के बाद ।

 

4 दिसंबर 2021 को पीवी सिंधु वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल तक पहुंच गई हैं। इसी वर्ष टोक्यो ओलंपिक मे ब्रोंज मेडल जीत चुकी सिंधु ने सेमीफाइनल के मुकाबले में जापान की अकाने यामागुची को 21-15, 15-21, 21-19 से हराया। इसमें पीवी सिंधु और यामागुची 21वीं बार आमने-सामने थे। जिसमें पीवी संधू ने यामागुची को हराया। 

 

अब सिंधु इस वर्ष अपना दूसरा फाइनल खेलेंगी। इसके पहले सिंधु को इसी वर्ष मार्च में आयोजित स्विस ओपन के फाइनल में कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2018 में टूर्नामेंट जीतने वाले 26 साल की सिंधु दूसरी बार फाइनल में है। इनके पहले किसी और भारतीय खिलाड़ी ने यह टूर्नामेंट नहीं जीता है। फाइनल मुकाबले में सिंधु का मुकाबला दक्षिण कोरिया की एन सेयंग से होगा।

 

5 अगस्त 2021 को हुए वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल में 19 साल की कोरियाई खिलाड़ी एन सेयंग ने ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु को बैडमिंटन वर्ल्ड टूर के फाइनल्स के खिताबी मुकाबले में लगातार चले सेट में 21-16 21-12 से हराया। पीवी सिंधु मैच के 39वें मिनट में ही हार गई। इस हार के साथ ही पी वी संधू को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 

 

दोनों खिलाड़ी तीसरी बार आमने-सामने थे, और तीनों बार सिंधु को एन सेयंग से हार का सामना करना पड़ा है। इसी के साथ एन सेयंग वर्ल्ड टूर फाइनल जीतने वाली पहली कोरियाई खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने पहली बार सिंधु को डेनमार्क ओपन 2019 में हराया था जबकि दूसरी बार भी डेनमार्क ओपन 2021 महीना दी है वहीं तीसरी बार वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल में उन्होंने पी वी संधू को हराया।

 

पीवी सिंधु का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन। (वर्ष 2021 में)

यह जानकारी सितंबर 2021 द्वारा दी गई है।

 

आवास Hyderabad, Telangana, India

संपत्ति

(2021में)

$6 Million

₹ 44 Crore INR

मासिक आय 50 Lakhs +
वार्षिक आय 6 Crore +
आय का स्रोत सैलेरी एंड एंडोर्समेंट
कार संग्रह BMW X5 SUV, and other BMW (Gifted by Actor and politician)

 

पीवी सिंधु की पसंदीदा चीजें ।

 

पसंदीदा अभिनेता ऋतिक रोशन, रणवीर सिंह, महेश बाबू, और प्रभास
पसंदीदा अभिनेत्री दीपिका पादुकोण सिंह
पसंदीदा खिलाड़ी उसैन बोल्ट, रोजर फेडरर और राफेल नडाल
पसंदीदा भोजन बिरयानी, चाइनीस एवं इटालियन खाना, पिज़्ज़ा और आइसक्रीम
शौक (Hobbies) फ़िल्में देखना और योगा करना।

 

इन्हें भी पढ़ें :

नीरज चोपड़ा की जीवनी ।

मीराबाई चानू की जीवनी ।

रवि कुमार दहिया की जीवनी ।

 

पीवी सिंधु को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) ।

 

राष्ट्रीय सम्मान (National Awards)

 

2013 :  अर्जुन पुरस्कार।

 

2015 :  पद्म श्री, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान।

 

2016 :  राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार ,भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार।

 

2020 :  भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार- पद्म भूषण से सम्मानित।

 

पीवी सिंधु को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया

पीवी सिंधु को भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया

 

अन्य पुरस्कार (Other Rewards) ।

 

2014 : एफआईसीसीआई 2014 का महत्वपूर्ण खिलाड़ी।

 

2014 : एनडीटीवी इंडियन ऑफ़ द ईयर।

 

2015 : 2015 मे मकाऊ ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप्स जीतने के पर भारतीय बैडमिंटन समिति की ओर से ₹10 लाख (US$14,600) कि राशि।

 

2016 : भारतीय बैडमिंटन समिति द्वारा2016 मलेशिया मास्टर्स’ में जीत के लिए ₹5 लाख (US$7,300)।

 

2016 रियो समर ओलंपिक्स के लिए (Rio Olympic 2016) ।

 

  • ₹1.01 लाख (US$1,500) सलमान खान की ओर से। ‘2016 रियो समर ओलंपिक्स’ में प्रतियोगी के तौर पर क्वालीफाई करने के लिए।

 

  • ₹5 करोड़ (US$0.73 मिलियन), और जमीन, तेलंगाना सरकार की ओर से।

 

  • ₹3 करोड़ (US$4,38,000), और ग्रुप ए कैडर की नौकरी और 1000 गज2 जमीन, आंध्र प्रदेश सरकार की और से।

 

  • ₹2 करोड़ (US$2,92,000) दिल्ली सरकार की ओर से।

 

  • ₹75 लाख (US$1,09,500) इनके एम्प्लॉयर भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन की ओर से साथ ही असिस्टेंट से डिप्टी स्पोर्ट्स मैनेजर पर प्रमोशन।

 

  • ₹50 लाख (US$73,000) हरियाणा सरकार की ओर से

 

  • ₹50 लाख (US$73,000) मध्य प्रदेश सरकार की ओर से।

 

  • ₹50 लाख (US$73,000) युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से।

 

  • ₹50 लाख (US$73,000) भारतीय बैडमिंटन समिति की ओर से।

 

  • ₹30 लाख (US$43,800)भारतीय ओलम्पिक समिति की ओर से।

 

  • ₹5 लाख (US$7,300) अखिल भारतीय फुटबॉल संघ की ओर से।

 

  • बीएमडब्लयू कार हैदराबाद जिला बैडमिंटन समिति की और से।

 

2021 टोक्यो समर ओलंपिक्स के लिए (Tokyo Olympic 2021) ।

रियो ओलंपिक 2021 में, बैंडमिंटन में भारत को ब्रॉन्ज दिलाने वालीं पीवी सिंधु को मिले इनाम और पुरस्कार  :

  • आंध्र प्रदेश सरकार ने, 30 लाख रुपये नकद देने का ऐलान किया है।
  • इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) ने भी सिंधु को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
  • सिंधु पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने लगातार दूसरे ओलंपिक में मेडल जीता है।

 

पीवी सिंधु से जुड़े कुछ रोचक तथ्य ।

  1. पी.वी. सिंधु के माता-पिता एक पेशेवर वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं।
  2. पी.वी. सिंधु ने 8 वर्ष की उम्र से ही बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था।
  3. वर्ष 2000 में सिन्धु के पिता पीवी रमण को राष्ट्रीय वॉलीबॉल खेल अविस्मरणीय योगदान के लिए खेल जगत के सर्वोच्च सम्मान अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
  4. पीवी सिंधु ने अभी तक शादी नहीं की है, और वह अविवाहित हैं।

 

पीवी सिंधु के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर ।

प्रश्न : पीवी सिंधु कौन है ?

उत्तर : अंतर्राष्ट्रीय स्तर कि भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी एवं ओलंपिक पदक विजेता।

 

प्रश्न : पीवी सिंधु की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 26 वर्ष (2021 मे) ।

 

प्रश्न : पीवी सिंधु वर्तमान में कहां रहते हैं ?

उत्तर : हैदराबाद, तेलंगाना (भारत) ।

 

प्रश्न : क्या पीवी सिंधु शराब (अल्कोहल) का सेवन करती हैं ?

उत्तर : नहीं।

 

प्रश्न : क्या पीवी सिंधु धूम्रपान करती हैं ?

उत्तर  : नहीं।

 

प्रश्न : पीवी सिंधु की शादी किससे हुई है ?

उत्तर : वे अविवाहित हैं।

 

प्रश्न : पीवी सिंधु के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : कोई नहीं।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु का पूरा नाम क्या है ?

उत्तर : पुसर्ला वेंकट सिंधु।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु का जन्म कब हुआ ?

Ans : 5 जुलाई 1995 को।

 

प्रश्न : पीवी सिंधु का पूरा नाम क्या है ?

उत्तर : पूसर्ला वेंकट सिंधु (Pusarla Venkata Sindhu)

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु किस राज्य की है ?

उत्तर : हैदराबाद, तेलंगाना

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु के पति का नाम क्या है ?

उत्तर : शादी नहीं हुई अभी।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु के राष्ट्रीय कोच कौन है ?

उत्तर : पुल्लेला गोपीचंद।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु किस खेल से संबंधित है ?

उत्तर : बैडमिंटन।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु ने मकाऊ ओपन ख़िताब कब जीता था ?

उत्तर : 1 दिसंबर 2013 को।

 

प्रश्न : पीवी सिन्धु की मकाऊ ओपन में विपक्षी कौन थी ?

उत्तर : कनाडा की मिशेल ली।

 

प्रश्न : कौन सा भारतीय बैडमिंटन में विश्व ख़िताब जितने वाला पहला खिलाड़ी था ?

उत्तर : पीवी सिन्धु।

 

प्रश्न : रैकेट खेलों में ओलिंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कौन थी ?

उत्तर : सायना नेहवाल।

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में पीवी सिंधु कि नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर : 6 मिलियन डॉलर ( ₹44 करोड़)

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में पीवी सिंधु की वार्षिक आय कितनी है ?

उत्तर : ₹6 करोड़ +

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में पीवी सिंधु की मासिक आय कितनी है ?

उत्तर : 50 लाख +

 

इन्हें भी पढ़ें :

नीरज चोपड़ा की जीवनी ।

मीराबाई चानू की जीवनी ।

रवि कुमार दहिया की जीवनी ।

 

 आभार ।

 

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