सुनील छेत्री की जीवनी | Sunil Chhetri Ki Biography in Hindi

सुनील छेत्री की जीवनी | Sunil Chhetri Ki Biography in Hindi

“यह इंपॉर्टेंट नहीं है कि आपको क्या बोलना है, और कब बोलना है ! यह ज्यादा इंपॉर्टेंट है कि आपको क्या नहीं बोलना है, और कब नहीं बोलना है !!”

                                          –  सुनील छेत्री ।

 

सुनील छेत्री एक भारतीय पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी है। वह टीम मे स्ट्राइकर (विंगर) के रूप मे भारत के लिए खेलते हैं। इसके अलावा सुनील छेत्री इंडियन सुपर लीग की लीग क्लब ‘बेंगलुरू एफसी’ और ‘भारतीय राष्ट्रीय टीम’ दोनों टीमो के कप्तान के रूप मे टीम का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। 

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सुनील छेत्री को कैप्टन फैंटास्टिक के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने अपने खेल में बेहतरीन प्रदर्शन से युवाओं का ध्यान फुटबॉल (सॉकर) की तरफ आकर्षित किया है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद उन्होंने संक्रिय खिलाड़ियों कि सुची मे, लियोनेल मेस्सी कि बराबरी करते हुए वर्ष 2021 मे अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वाधिक गोल करने के मामले में दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

 

उन्होंने ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले के 77 गोल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए लियोनेल मेस्सी द्वारा किए गए 80 गोलस् की बराबरी की है। हालांकि लियोनेल मेस्सी ने यह गोल 156 मैचो मे किए हैं, जबकि वहीं सुनील छेत्री ने इतने ही गोल मात्र 125 मैचों में किये।

 

इस सूची में क्रिस्टियानो रोनाल्डो 115 गोल के साथ पहले स्थान पर बने हुए हैं। जबकि दूसरे स्थान पर लियोनेल मेस्सी के साथ सुनील छेत्री का नाम आता है।

 

सुनील छेत्री को उनके 34वें जन्मदिन पर ‘एफसी क्लब’ द्वारा ‘एशियाई आइकन’ घोषित किया गया था। वर्ष 2007 से 2019 तक, सुनील छेत्री को 6 बार अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ द्वारा ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ के चुना जा चुका है। सुनील छेत्री को भारत का लियोनेल मेसी भी कहा जाता है। 

 

वर्ष 2019 में सुनील छेत्री को फुटबॉल के क्षेत्र में उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है, और अभी हाल ही में उन्हें अक्टूबर, 2021 में खेल रत्न से सम्मानित किया गया है।

सुनील छेत्री की जीवनी | Sunil Chhetri Ki Biography in Hindi

सुनील छेत्री की जीवनी | Sunil Chhetri Ki Biography in Hindi

 

 सुनील छेत्री का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    सुनील छेत्री 

जन्म  :   3 अगस्त 1984 

जन्म स्थान  :   सिकंदराबाद, आंध्र प्रदेश (भारत) 

माता  :   सुशीला छेत्री

पिता  :    केबी छेत्री

स्कूलिंग  :    हाई स्कूल गंगटोक, सिक्किम (भारत)

कॉलेज  :    आसुतोष कॉलेज, कोलकाता (भारत) 

धर्म  :   हिंदू  

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

वैवाहिक जीवन  :   विवाहित

पेशा  :   भारतीय पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी 

टीम  :   भारत 

वर्तमान क्लब  :    बेंगलुरू एफसी (joined 1 Jan, 2017)

खेलने की स्थिति  :   विंगर/ स्पाइकर

जर्सी नंबर  :    #11

 

 प्रारंभिक जीवन

सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 में आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में एक नेपाली परिवार में हुआ। उनके माता-पिता दोनों ही नेपाली परिवार से संबंध रखते हैं, और बाद में वे भारत में आकर बस गए थे।

 

सुनील छेत्री के पिता के.बी. छेत्री ने आर्मी में अपनी सेवाएँ दि हैं। वे भारतीय सेना में इलेक्ट्रॉनिकस और मैं कि नहीं कल इंजीनियर के कॉर्प्स में अधिकारी थे। जबकि सुनील की मां, सुशीला छेत्री नेपाल महिला राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुकी है। उनकी बहन भी नेपाल महिला राष्ट्रीय टीम के लिए खेला करती थी।

 

उनकी मां तो एक अच्छी फुटबॉल खिलाड़ी थी हीं, साथ ही साथ उनके पिता भी आर्मी में फुटबॉल खेला करते थे। इसलिए उनकी रूचि भी फुटबॉल में बढ़ने लगी और उन्होंने भी अपने  युवा वर्ग में ही फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था।

 

शारीरिक संरचना ।

लंबाई 5 फुट 7 इंच (1.70 m)
वजन 62 किलोग्राम
आंखों का रंग गहरा भूरा
बालों का रंग काला
शारीरिक माप छाती- 34 

कमर- 28 

बाइसेप- 13

 

 शिक्षा ।

सुनील छेत्री के पिता का भारतीय सेना में कार्यरत होने के कारण उनके पिता की पोस्टिंग भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में हुआ करती थी। जिसकी वजह से 

सुनील को गंगटोक से दार्जिलिंग वहां से कोलकाता और फिर दिल्ली से स्थानांतरित होना पड़ा। 

 

इस वजह से उनकी पढ़ाई अलग-अलग राज्यों से हुई। सुनील ने अपनी स्कूली शिक्षा गंगटोक के बहाई स्कूल, दार्जिलिंग के बेथानी स्कूल, कोलकाता के लोयोला स्कूल और नई दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल से पूरी की। 

 

पसंदीदा चीजें ।

शौक म्यूजिक सुनना,

क्रिकेट, बैडमिंटन और टेनिस खेलना।

पसंदीदा फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी, डेविड विला
पसंदीदा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली
पसंदीदा अभिनेता अक्षय कुमार, शाहरुख खान
पसंदीदा अभिनेत्री कोंकोणा सेन

 

  करियर की शुरुआत ।

सुनील छेत्री ने 17 साल की उम्र से ही अपना फुटबॉल करियर शुरू कर दिया। वर्ष 2001 मे उन्होंने ‘दिल्ली सिटी एफसी’ के लिए अपना पहला मैच खेला। एक साल बाद कलकत्ता क्लब कि ‘मोहन बागान’ टीम ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए अपनी टीम में शामिल कर लिया और यहां से उनकी वास्तविक यात्रा शुरू हुई।

 

कोलकाता क्लब की मोहन बागान टीम के लिए खेलते हुए उन्होंने (2002-05) तीन साल (2002-05) में 18 मैच खेले और 8 गोल किए। 

 

इसके बाद वर्ष 2005 में उन्हें ‘जेसीटी क्लब’ के लिए खेलने का मौका मिला और 3 साल तक इस टीम का हिस्सा रहे। जेसीटी क्लब के साथ खेलते हुए सुनील छेत्री ने वर्ष 2005-06 के पहले सीजन में तीन गोल किए। 2006-07 दुसरे सीजन में  छेत्री ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करते हुए दर्शकों का ध्यान अपनी और आकर्षित किया।

 

इस सीजन में उन्होंने जेसीटी के लिए 11 गोल दागे। इससे जेसीडी की टीम को लीग टेबल में दूसरा स्थान प्राप्त करने में मदद मिली। इसके बाद उन्होंने जेसीटी के लिए अपने आखिरी कार्यकाल 2007-08 में लीग के तीसरे सीजन मे खेलने का मोका मिला। इसमें छेत्री ने सात गोल किए और जेसीटी इस सीजन में तीसरे स्थान पर रहा। क्लब और देश के लिए उनके इस प्रदर्शन के कारण उन्हें वर्ष 2007 में एआईएफएफ (AIFF) खिलाड़ी के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

 

वर्ष 2008 में ये अफवाह उड़ी, कि छेत्री पुर्तगाल कि टीम के लिए खेलने वाले हैं। लेकिन इन अफवाहों के चलते छेत्री ने इस बात की पुष्टि की, कि उन्हें इंग्लिश फुटबॉल लीग के क्लब में एवं पुर्तगाल के दूसरे डिवीजन क्लबों के साथ बातचीत करने के संकेत दिए गए हैं। हालांकि यह सौदा कभी फाइनल नहीं हो पाया।

 

वर्ष 2008-09 मे वे पूर्व बंगाल कि टीम का हिस्सा रहे।  6 सितंबर 2008 में चिराग यूनाइटेड क्लब के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने पूर्व बंगाल टीम को 3-1 से जीत दिलाने में मदद की। इस क्लब के लिए उन्होंने कुल 14 मैचों में 9 गोल किये।

 

इसके बाद वर्ष 2009 में ही छेत्री को कॉवेंट्री, इंग्लैंड मे एक ट्रायल के लिए जाने का एक वसर मिला लेकिन उनका यह ट्रायल अच्छा कुछ खास नहीं रहा और वे इस मौके को हासिल करने में असफल रहे।

 

वर्ष 2009 में पूर्व बंगाल के साथ छेत्री का कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद इसी साल छेत्री ने डेंपो क्लब के साथ दो साल के कांटेक्ट पर हस्ताक्षर किए। जिसके बाद उन्हें परीक्षण के लिए विदेश जाने का अवसर मिला।

इस क्लब के लिए क्षेत्री ने 13 मैचों में 8 गोल किए।

 

अगस्त 2009 में छेत्री ने क्वींस पार्क रेंजर फुटबॉल लीग चैंपियनशिप में एक क्लब के साथ 3 साल का कांट्रेक्ट पर हस्ताक्षर किया। लेकिन ‘फीफा वर्ल्ड कप’ में वर्ल्ड रैंकिंग के टॉप 70 में नहीं होने के कारण ब्रिटिश सरकार ने उन्हें वर्क परमिट से हटा दिया।

 

वर्तमान क्लब बेंगलुरू एफसी
कॉन्ट्रैक्ट साईन जनवरी 1, 2017
कॉन्ट्रैक्ट रिसाईन जुन 20, 2021
कॉन्ट्रैक्ट समाप्ति मई 31, 2023

 

मार्च 2010 में क्षेत्री को केंसास सिटी विजार्ड्स टीम ने साइन किया और इस तरह वे मेजर लीग सॉकर (MLS)  के लिए खेलने वाले पहले भारतीय बने। हालांकि उन्हें टीम के लिए आधिकारिक रूप से शामिल होने का मौका नहीं मिला।

 

इसके बाद छेत्री को वर्ष 2011 में एआईएफएफ (AIFF) में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने को बुलाया। तैयार और प्रतिस्पर्धा करने के लिए कहा था कहा और साथ ही उनकी आय का ख्याल रखने का भी वादा किया 

 

वर्ष 2011 में ‘चिराग यूनाइटेड’ ने सुनील छेत्री को आई लीग सीजन के लिए साइन किया। इसमें उन्होंने 7 मैचों में  कुल 7 गोल दागे।

 

2013 में सुनील छेत्री ने स्पोर्टिंग क्लब पुर्तगाल ‘बी’ टीम के साथ एक साल के कांटेक्ट पर हस्ताक्षर किए और इस टीम के लिए उन्होंने तीन मैच खेले जिसमें वे एक भी गोल कर सके।

 

इसके बाद वर्ष 2013 में छेत्री को बेंगलुरू एफसी ने आई लीग के लिए साइन किया। बेंगलुरू एफसी के लिए उन्होंने 2013 मे कुल 23 मैच खेले और 14 गोल किए। इस प्रकार शुरुआती सीजन में बेंगलुरू एफसी को पहला आई लीग का खिताब प्राप्त हुआ। 

 

सुनील छेत्री ने 2014 में, बेंगलुरू एफसी के लिए डूरंड कप में खेलना शुरू किया और इसके बाद उन्होंने 2014-15 फेडरेशन कप जीतने में बेंगलुरू एफसी टीम को बड़े पैमाने पर अपना योगदान दिया।

 

वर्ष 2015 में सुनील छेत्री को मुंबई सिटी क्लब द्वारा डेढ़ करोड़ रुपए (₹1.5 करोड़) में खरीदा गया, जिसमे वे नीलामी में सबसे महंगे भारत के खिलाड़ी बने। नॉर्थइस्ट यूनाइटेड के साथ अपने चौथे मैच में छेत्री ने हैट्रिक स्कोर करते हुए पहले भारतीय खिलाड़ी बने और रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।

 

आई- लीग के 2015-16 के सीजन में छेत्री को बेंगलुरू एफसी द्वारा लोन दिया गया था। इसके बाद जून 2016 में बेंगलुरू एफसी ने यह घोषणा की, कि छेत्री ने उनके क्लब के साथ एक साल के कांट्रेक्ट पर साइन किए हैं। इस प्रकार मुंबई सिटी से यह स्वामित्व वापस ले लिया गया और फिर से बेंगलुरु एफसी टीम मे शामिल हो गए। 

 

वे वर्ष 2016 से लेकर 2021 तक बेंगलुरु एफसी टीम मे बने हुए हैं और वर्ष 2021 मे बेंगलुरू एफसी के साथ कॉन्ट्रैक्ट बढ़ने के बाद से सुनील छेत्री अब 2023 तक इस टीम के लिए खेलेंगे।

 

सुनील छेत्री द्वारा अलग-अलग टीमों के साथ खेले गए मैचों का विवरण इस प्रकार है :

क्र.

सं.

क्लब एवं टीम वर्ष कूल मैच कुल गोल
1 मोहन बागान 2002-2005 18 8
2 जेसीटी 2005-2008 48 21
3 पूर्व (ईस्ट) बंगाल 2008-2009 14 9
4 डेम्पो 2009-2010 13 8
5 केंसास सिटी विजार्डस् 2010   3   0
6 चिराग यूनाइटेड 2011   7   7
7 मोहन बागान 2011-2012 14 8
8 सपोर्टिंग सीपी बी 2012-2013   3  0
9 चर्चिल ब्रदर्स (Loan) 2013   8 4
10 बेंगलुरू एफसी 2013 124 58
11 मुंबई सिटी (Loan) 2015-2016   17 7
12 बेंगलुरू एफसी 2016-2023
13 भारतीय राष्ट्रीय टीम 2005-2021 125 80

 

सुनील छेत्री का अंतरराष्ट्रीय करियर ।

वर्ष 2004 में सुनील छेत्री ने पाकिस्तान में आयोजित एशियाई खेलों में भारतीय अंडर-20 (Under- 20) के लिए खेलकर अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। लेकिन एक साल बाद वर्ष 2005 में सुनील ने अपना पहला गोल सीनियर भारतीय फुटबॉल टीम के लिए पाकिस्तान के खिलाफ किया।

 

हालांकि छेत्री का पहला प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट 2007 में हुए ‘नेहरू कप’ के लिए था, जिसमें उन्होंने टूर्नामेंट में 4 गोल किए। इससे भारत को सन् 1997 के बाद इस टूर्नामेंट मे जीत हासिल करने में मदद मिली। यह सीरीज उनके करियर का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। 

 

वर्ष 2008 में सैफ (SAFF) चैंपियनशिप में छेत्री ने दो गोल दागे और भारत को फाइनल में पहुंचाया। इस पुरे टुर्नामेंट मे छेत्री ने चार गोल किये जिससे उन्हें प्रसिद्धि प्राप्त करने में मदद मिली। हालांकि यह ‘एफसी चैलेंज कप’ था। इसमें सुनील छेत्री ने तजाकिस्तान के विरुद्ध तीन गोल दागकर हैट्रिक लगाया और न केवल भारत को जीतने मे मदद की बल्कि 27 साल बाद भारत को एशिया कप के लिए प्रवेश दिलाया। 

 

दिसंबर 2011 में भारत में सैफ (SAFF) चैंपियनशिप आयोजित की गई थी जिसमें भारत डोमिनेंट विजेता रहा। छेत्री ने इसमें सात गोल करते हुए भारत के लिए अपना विशेष योगदान दिया। 

 

वर्ष 2012 में मलेशिया में होने वाले एएफसी चैलेंज कप के लिए उन्हें भारत के राष्ट्रीय के कप्तान के रूप में चुना गया। इसके बाद सुनील छेत्री ने इसी वर्ष अगस्त में होने वाले नेहरू टूर्नामेंट में भी बड़ा योगदान दिया, जिसके कारण भारतीय टीम टूर्नामेंट में 4 गोल के साथ सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले खिलाड़ी सुनील के साथ चैंपियन टीम बन गया।

 

वर्ष 2019 मे भारतीय टीम ने एएफसी (एशिया फुटबॉल कप) क्वालीफायर में मकाउ के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल कि और सन् 2015 में एशिया कप मे क्वालीफाई ना हो पाने का मलाल उन्होंने 2019 के लिए क्वालीफाई होकर पूरा किया। इस तरह से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर उनके लिए बहुत ही अच्छा साबित हुआ।

 

सुनील छेत्री द्वारा फुटबॉल के क्षेत्र में उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें वर्ष 2019 में ‘पद्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया।

 

इसके बाद वर्ष 2021 में माले में हुए सैफ (SAFF) चैंपियनशिप में भारतीय फुटबॉल टीम ने नेपाल को 3-0 से हराकर आठवीं बार सैफ चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। जबकि कप्तान सुनील छेत्री ने इस मैच मे 49वें  मिनट में गोल करके लियोनेल मेसी के 80वें इंटरनेशनल गोल की बराबरी कर ली।

 

वर्ष 2021 में सुनील छेत्री को भारत सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित किया। छेत्री इस पुरस्कार के लिए चुने जाने वाले देश के पहले फुटबॉलर बने।

 

आपको बता दें कि, खेल रत्न देश में सबसे बड़ा खेल अवार्ड है। पहले यह अवार्ड भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। लेकिन हाल ही में, नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा इसका नाम बदलकर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ अवॉर्ड कर दिया गया। मेजर ध्यानचंद को हॉकी के जादूगर के नाम से भी जाना जाता है।

 

सुनील छेत्री द्वारा खेले गए अंतरराष्ट्रीय मैच ।

क्र.

सं.

टीम वर्ष कूल मैच कुल गोल
1 भरतीय अंडर- 20 2004 3 2
2 भारतीय राष्ट्रीय टीम* 2005-2021 125 80

 

*यह आंकड़े अक्टूबर 2021 तक के हैं।

 

 सुनील छेत्री का इनकम, नेटवर्थ, वार्षिक आय, कार एवं आवास की जानकारीयाँ ।

नेटवर्थ  ₹16.66 million +

(May 30, 2021 के अनुसार)

वार्षिक आय  ₹80 लाख +
मासिक आय ₹7 लाख +
प्रति मैच आय $11,008 
कार Audi A6 

इसके अलावा और भी दूसरी कारें

आवास बेंगलुरु, एवं नेपाल मे 

 

 सुनील छेत्री का निजी जीवन ।

4 दिसंबर 2017 को सुनील छेत्री ने अपनी लंबे समय की प्रेमिका सोनम भट्टाचार्य से शादी कर ली। सोनम भट्टाचार्य, पूर्व भारत राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी और मोहन बागान के कोच सुब्रत भट्टाचार्य की बेटी हैं। 

 

सोनम ने स्कॉटलैंड से बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स किया और भारत वापस आकर वे कोलकाता के सॉल्ट लेक एरिया में अपने दो होटल चलाती हैं। लंबे समय से सुनील छेत्री की गर्लफ्रेंड रही सोनम भट्टाचार्य ने बंगाली रीति रिवाज के उनसे कोलकाता में शादी कर ली।

 

 सुनील छेत्री का परिवारिक जानकारियां ।

माता/ पिता सुशीला छेत्री (माता) 

के. बी. छेत्री (पिता)

बहन वंदना छेत्री
गर्लफ्रेंड सोनम भट्टाचार्य
पत्नी सोनम भट्टाचार्य (प्रेमिका)
जातीयता भारतीय, नेपाली
राशि सिंह

 

  पुरस्कार और सम्मान ।

2007  :   एआईएफएफ (AIFF) खिलाड़ी के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

 

2008  :   एएफसी (AFC)चैलेंज कप मोस्ट वैल्युएबल प्लेयर।

 

2009  :   एफपीएआई (FPAI) इंडियन प्लेयर ऑफ द ईयर। 

 

2011  :    सैफ चैंपियनशिप प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट।

 

2011  :    भारत सरकार द्वारा ‘अर्जुन अवार्ड’ से सम्मानित।

 

2016-17  :   हीरो ऑफ द आई लीग।

 

2017-18  :   हीरो ऑफ द इंडियन सुपर लीग।

 

2019  :    भारत सरकार द्वारा ‘पद्मश्री’ सम्मान से सम्मानित।

 

2021  :    भारत सरकार द्वारा भारत के ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ पुरस्कार से सम्मानित।

 

 प्रश्नोंत्तरी ।

 

Question :   सुनील छेत्री प्रतिमाह कितना कमाते हैं ?

 

Answer  :   सुनील छेत्री हर माह लगभग ₹7 लाख से ज्यादा कि कमाई करते हैं। 

 

Question  :   सुनील छेत्री की प्रति मैच फीस कितनी है ?

 

Answer  :   उनकी प्रति मैच फीस $11000 (INR 8 लाख प्रति मैच) प्रति मैच है।

 

Question  :   अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सुनील छेत्री का रैंक कितना है ?

 

Answer  :  अक्टूबर 2021 में, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मे सुनील छेत्री ने लियोनेल मेस्सी की बराबरी करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

 

Question  :  सुनील छेत्री की कुल संपत्ति कितनी है ?

 

Answer  :  अक्टूबर 2021 में सुनील छेत्री की कुल संपत्ति ₹16.66 मिलियन है।

 

Question  :   सुनील छेत्री की पत्नी कौन है ?

 

Answer  :  सुनील छेत्री की पत्नी सोनम भट्टाचार्य है। सुनील छेत्री ने सोनम भट्टाचार्य से दिसंबर 2017 में बंगाली रीति-रिवाजों से शादी की थी।

 

आभार ।

 

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