अवनि लेखरा की बायोग्राफी | Avani Lekhara Biography in Hindi

अवनि लेखरा की बायोग्राफी | Avani Lekhara Biography in Hindi

 

अवनि लेखरा का जीवन परिचय (आयु, जाति, परिवार, हाईट, दुर्घटना, ट्रेनिंग, शादी, विवाद, अफेयर्स, अवार्डस) | (Avani Lekhara biography, Accident, Trening, Career in hindi, Age, Husband, Net worth, Family, Boyfriend, Affairs, Awards, Records)

 

अवनि लेखरा

(Avani Lekhara)

भारतीय निशानेबाज एवं टोक्यो पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता।

 

अवनि लेखरा (Avani Lekhara) एक भारतीय महिला पैरा राइफल निशानेबाज है। लोग उन्हें गोल्डन गर्ल के नाम से भी जानते हैं। गोल्‍डन गर्ल के नाम से मशहूर अवनि ने अपने 20 वर्ष कि उम्र मे हीं राष्‍ट्रीय एवं अन्‍तर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर कई मैडल जीते है।

अभी हाल ही में अगस्त 2021 मे हुए टोक्यो पैरालंपिक पैरा राइफल शूटिंग में अवनि ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। इस तरह से यह भारत की तीसरी पैरालंपिक शूटर खिलाड़ी एवं भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गई है। उन्होंने 2021 टोक्यो पैरालंपिक में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक अपने नाम करते हुए रिकॉर्ड भी बनाया है। अवनि, महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग रेंज में sh1 की श्रेणी में विश्व भर में पांचवा स्थान प्राप्त कर चुकी हैं। 

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अवनि कि 11 वर्ष की उम्र में एक सड़क दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में बहुत गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद से उन्हें चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता है। शारीरिक रूप से विकलांग अवनि का जीवन मानो जैसे अंधकारमय हो गया हो। वह उदास रहने लगी थी, उसकी खुशियां जैसे खत्म सी हो गई हो। लेकिन इन सब के बावजूद उन्होंने वर्ष 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत को पूरी दुनियाभर में गौरवान्वित महसूस कराया। 

तो आइए जानते हैं, अवनि लेखरा के जीवन के बारे में, कि कैसे उनके साथ सड़क दुर्घटना हुई, कैसे उन्होंने ट्रेनिंग शुरू की, और कैसे उन्होंने पैरालंपिक्स में गोल्ड मेडल तक का सफर पूरा किया :

 

अवनि लेखरा की बायोग्राफी | Avani Lekhara Biography in Hindi

अवनि लेखरा की बायोग्राफी | Avani Lekhara Biography in Hindi

 

अवनि लेखरा का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    अवनी लेखरा (Avani Lekhara)

उपनाम  :    ‘गोल्डन गर्ल’

जन्म  :   8 नवंबर 2001 (आयु 20 वर्ष)

जन्म स्थान  :  जयपुर, राजस्थान

पिता  :   प्रवीण कुमार लेखरा (आयकर अधिकारी)

माता  :   श्वेता लेखरा (आयकर अधिकारी)

गृहनगर :   जयपुर, राजस्थान

आवास  :   जयपुर, राजस्थान

स्कूलिंग  :  केन्द्रीय विद्यालय, जयपुर

शिक्षण संस्थान :  राजस्थान विश्वविद्यालय, राजस्थान

शैक्षणिक योग्यता  :   एलएलबी

राशि :  वृश्चिक राशि (Scorpio)

धर्म  :   हिन्दु

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

पेशा (Profession) :  शूटिंग

टीम (Team) :  भारत

कोच :   सुभाष राणा, सुमा शिरूर, जेपी नौटियाल एवं चंदन सिंह

सक्रिय वर्ष : वर्ष 2017 से अब तक

वैवाहिक स्थिति  :   अविवाहित

रिकॉर्ड / Record  :   टोक्यो पैरालंपिक 2021 में स्वर्ण पदक एवं कांस्य पदक विजेता।

 

अवनि लेखरा का प्रारंभिक जीवन (Early Life) ।

अवनी लेखरा का जन्म 8 नवंबर 2001 को राजस्थान के जयपुर में हुआ था। उनके पिता का नाम प्रवीण कुमार लेखरा एवं माँ का नाम श्वेता लेखरा है। अवनि के पिता गंगानगर में आयकर विभाग में आरएएस (RAS) के पद पर कार्यरत हैं। जबकि उनकी माँ भी आयकर विभाग में एक अधिकारी हैं।

वर्ष 2012 में, अवनि 11 वर्ष की उम्र मे एक हादसे का शिकार हो गई थी। जिसकी वजह से वह विकलांग (दिव्यांग) हो गई। अवनि का एक भाई भी है, जिसका नाम अर्नव लेखरा है।

 

पारिवारिक जानकारियां |

माता-पिता प्रवीण कुमार लेखरा (पिता) 

स्वेता लेखरा (माता)

भाई/ बहन भाई- अर्णव लेखरा 
वैवाहिक स्थिति अविवाहित
बच्चे कोई नहीं

 

शिक्षा (Education)

अवनि ने अपनी शुरुआती पढ़ाई जयपुर के ही स्थानीय स्कूल केंद्रीय विद्यालय से प्राप्त किया। वह बचपन से ही पढ़ने में बहुत होनहार थी। अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद अवनि ने राजस्थान विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। अवनि बचपन से ही एक वकील बनना चाहती थी, जिसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद, उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से ही एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की।

Avani Lekhara

Avani Lekhara

 

 शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

लंबाई

से० मी०- 160

मी०- 1.60

फीट इंच- 5’ 3”

वजन

55 Kg
आंखों का रंग 

काला

बालों का रंग

काला

 

अवनि लेखरा कैसे हुई विकलांग ।

बात वर्ष 2012 की है, जब उनके पिता प्रवीण लेखरा दौलतपुर में काम करते थे। इसी दौरान जब वे एक बार जयपुर से दौलतपुर जा रहे थे, तभी उनके साथ एक सड़क हादसा हो गया, इस दुर्घटना में वे और उनकी बेटी अवनि दोनों ही गंभीर रुप से जख्मी हो गए। इलाज के कुछ समय बाद उनके पिता तो ठीक हो गए, क्योंकि उन्हें अवनि कि अपेक्षा कम चोट लगी थी। लेकिन अवनि 3 महीने तक अस्पताल में पड़ी रही। अवनि के रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई थी। 3 माह तक अस्पताल मे रहते हुए उनका ईलाज चला, फिर भी वह खड़े होने में और चल सकने में असमर्थ हो गई। जिसके बाद से उन्हें चलने-फिरने के लिए व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता है।

 

इस हादसे से पहले अवनि की जिंदगी भी गुलजार थी। वह भी दूसरे बच्चों की तरह दौड़ सकती थी, भाग सकती थी। लेकिन इस एक हादसे ने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी। इस हादसे कि वजह से अवनि अपने पैरों के बजाय व्हीलचेयर पर आ गई। उस समय अवनि की उम्र मात्र 11 वर्ष की थीं। 

अवनि के बचपन की तस्वीर।

अवनि के बचपन की तस्वीर।

 

अवनी लेखरा की प्रेरणा (Avani’s Inspiration)।

अवनि अपने साथ हुए इस भयानक हादसे के बाद से बहुत ही ज्यादा निराश रहने लगी। उनका चेहरा हमेशा उदासी से भरा रहता था। उनकी खुशियां ना जाने कहां गुम हो गई थी। वह अपने जीवन को कोसती रहती थी। इस हादसे के बाद से वह ना तो किसी से मिलती थी, और ना ही किसी से बात करती थी। यहां तक कि अपने मम्मी पापा से भी वह खुलकर बात नहीं कर पाती थी। उन्होंने अपने आप को एकांत करते हुए खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। उनके माता-पिता उन्हें कमरे से बाहर निकालने का बहुत प्रयास करते थे, लेकिन वे दरवाजा खोलती हीं नहीं थी। उनके माता-पिता के द्वारा कई प्रयास करने के बाद आखिरकार अवनि ने कमरे का दरवाजा खोला और कमरे से बाहर आईं। 

अवनी का आत्मविश्वास धीरे-धीरे खत्म होता जा रहा था, और यह बात उनके पिता भली-भाँति समझ सकते थे। इसलिए अवनि के आत्मविश्वास को वापस लाने के लिए उनके पिता ने उन्हें प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ने को दी, जिनमें से एक पुस्तक पैरालंपिक खेल में पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा की जीवनी पर थी।

जब अवनि ने इस पुस्तक को पढ़ना शुरू किया तो धीरे-धीरे उनका आत्मविश्वास वापस लौटने लगा, और वह अंदर से जोश और उत्साह से भर गई। फिर अवनि ने अभिनव बिंद्रा की जीवनी से प्रेरित होकर निशानेबाजी करने का निर्णय लिया। अवनि ने अपने इस फैसले के बारे में अपने माता-पिता को बताया और उनके इस फैसले में उनके माता-पिता ने भी उनका पूरा सहयोग किया। अवनि अपनी प्रेरणा ‘अभिनव बिंद्रा’ को मानती हैं।

 

अवनि लेखरा की ट्रेनिंग (Avani Lekhara Trening) ।

अवनि लेखरा ने वर्ष 2015 में, भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर, 14 साल कि उम्र मे जगतपुरा स्‍पोर्ट्स कॉम्‍पलेक्‍स से निशानेबाजी की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी। यह उनके घर के पास में ही था, जहाँ वह प्रतिदिन अभ्यास करती थी। उसके बाद अवनी ने अपने आप को पूरी तरह से इस खेल मे समर्पित कर दिया। वह पूरे दिल से और पूरी मेहनत व लगन से ट्रेनिंग किया करती थी।

अवनि अपने कोच सुमा शिरूर के साथ।

अवनि अपने कोच सुमा शिरूर के साथ।

 

अवनि लेखरा के करियर की शुरुआत (Avani Lekhara Career) ।

अवनी लेखरा ने अगस्त 2015 में राज्य स्तर पर अपने करियर की शुरुआत कि थी। पहली बार स्टेट लेवल पर खेलते हुए अवनि ने राइफल उधार लेकर गोल्ड मैडल पर निशाना लगाया था। इसके बाद अवनि ने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा। 

इसके बाद अवनि को इसी वर्ष 2015 में ही राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और इस प्रतियोगिता में उन्होंने कांस्य पदक जीता। लेकिन अवनि अपने कांस्य पदक से ज्यादा खुश नहीं थीं, इसलिए उन्होंने और कड़ी मेहनत करते हुए अपने खेल में सुधार किया। जिसके बाद वर्ष 2017 के राष्ट्रीय खेलों में अवनि ने गोल्ड पर निशाना लगाया। इसके बाद अवनि एक के बाद एक, कई मैडल अपने नाम करते चली गई। 

इसके बाद अवनि ने वर्ष 2018 के एशियाई पैरालंपिक शूटिंग गेम्स में R2 की श्रेणी में 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग और R6 मिक्सड में 50 मीटर राइफल प्रोन में भी हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने तीसरा स्थान हासिल किया था।

 

अवनि लेखरा

अवनि लेखरा

 

अवनि का टोक्यो पैरालंपिक मे प्रदर्शन (Tokyo Paralympic 2021)

अवनि अब तक कई प्रतियोगिताएं खेल चुकी थीं, और कई सारे मेडल भी अपने नाम किए थे। अब जैसे उनको आदत सी हो गई थी गोल्ड मेडल जीतने की। इसके बाद अवनि ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया टोक्यो पैरालंपिक खेलों में।

हाल ही में हुए, वर्ष 2021 के टोक्यो पैरालंपिक में अवनि लेखरा ने इतिहास रचते हुए भारत को पैरालंपिक खेल का सबसे पहला गोल्ड मेडल दिलाया। अवनि ने टोक्यो पैरालंपिक मे पहले गेम से ही अपना जोरदार प्रदर्शन शुरू कर दिया था, और इस पुरे प्रतिस्पर्धा में उन्होंने अपना दबदबा बनाए रखा। 

अवनि ने 10 मीटर एयर राइफल में फाइनल इवेंट 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड कायम कर दिया। उन्होंने यह रिकॉर्ड बनाते हुए, अपने प्रतिद्वंद्वी चीन की झांग क्यूपिंग को हराकर पहला स्थान प्राप्त किया और गोल्ड मेडल पर अपना अधिकार स्थापित किया। इस जीत के साथ हीं अवनि, भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलो में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं।

इसके आलावा उन्होंने 2021 टोक्यो पैरालंपिक में 50 मीटर एयर राइफल शूटिंग में कांस्य पदक भी जीता है। इस जीत के साथ अवनि 2021 टोक्यो पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी बन गईं।

अपनी इस उपलब्धि पर अवनि कहती है कि,- “मैं इस भावना का वर्णन नहीं कर सकती। मुझे ऐसा लग रहा है, कि मैं दुनिया के शीर्ष पर हूं। यह अवर्णनीय है। मैं बहुत खुश हूं, कि मैं इसमें योगदान दे सकी। उम्मीद है कि अभी और भी कई मेडल आने बाकी हैं।”

 

अवनि लेखरा का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन- वर्ष 2021 मे (Networth, House, Fees, Car Collection in 2021) |

आवास

जयपुर राजस्थान (भारत)
नेटवर्थ

(Networth)

₹1 करोड़ INR लगभग

प्रतिमाह आय

₹40000 से ₹45000 लगभग
आय का स्रोत

ब्रांड एंडोर्समेंट एवं पुरस्कार 

 

अवनि लेखरा की पसंदीदा चीजें (Favorite Things) ।

पसंदीदा खिलाड़ी

अभिनव बिंद्रा (भारतीय शूटर)
शौक (Hobbies)

संगीत सुनना, फिल्में देखना, और खाना पकाना

 

 निजी जीवन (Personal Life)

अवनि लेखरा कि उम्र मात्र 20 साल है। उन्होंने अब तक विवाह नहीं किया है। वर्तमान समय में अवनी लेखरा अविवाहित हैं। अवनी अभी अपना पूरा फोकस अपने गेम पर लगा रही है, और उसे और भी बेहतर बनाने में लगी हुई हैं। 

 

अवनि लेखरा बनी ‘राजस्‍थान बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ परियोजना’ की ब्रांड एम्‍बेसेडर (Avani Brand Ambassador) ।

राजस्थान के जयपुर में जन्मी अवनि को टोक्यो पैरालंपिक 2021 में स्वर्ण एवं कांस्य पदक जीतकर एक नया इतिहास रचने पर राजस्थान सरकार ने अवनि को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ परियोजना का ब्रांड एबेंसडर बनाया है। इस राज्य के महिला एवं बाल विकास मंत्री द्वारा अवनि को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी गई थी। मात्र 20 वर्ष की उम्र मे देश को गर्व की अनुभूति कराने वाली लेखरा की सफलता राज्‍य एवं देश की दूसरी बेटियो को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी।

अवनि लेखरा राजस्थान के ब्रांड एंबेसडर का सम्मान प्राप्त करते हुए।

अवनि लेखरा राजस्थान के ब्रांड एंबेसडर का सम्मान प्राप्त करते हुए।

 

मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने दी बधाई।

टोक्यो पैरालंपिक 2021 में अवनि के स्वर्ण पदक और कांस्य पदक जीतने पर राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी ने ट्वीट करते हुऐ कहा की- “टोक्‍यो पैरालंपिक में राजस्‍थान की बेटी अवनि लेखरा को स्‍वर्ण पदक जीतने पर राज्य सरकार कि ओर से तीन करोड़ रूपये कि राशि उपहार स्वरूप दी जाएगी। जबकि देवेंद्र झाझडि़या को रजत पदक जीतने पर दो करोड़ रूपये, एवं सुंदर सिंह गुर्जर को कास्‍ंय पदक जीतने पर एक करोड़ रूपये की इनाम राशि दी जाएगी।” 

इसके साथ राज्य के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा की, “राज्‍य के इन तीनों हौनार खिलाडि़यो को वन विभाग में एसीएफ (ACF) के पद पर नियुक्ति दी जाएगी। क्‍योंकि इन्‍होनें तीनो प्रकार के मेडल जीतकर राज्य का ही नहीं बल्कि देश का भी नाम रौशन किया है।

 

अवनि लेखरा को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) |

2017 :  राजस्थान सरकार द्वारा ‘राइजिंग स्टार पुरस्कार’ से सम्मानित।

2019 :  मोस्ट प्रोमिशिंग पैरालंपिक एथलीट्स

2021 :  टोक्यो पैरालंपिक 2021 में गोल्ड मेडल जीता।

2021 :  ‘खेल रत्न पुरस्कार’ से सम्मानित ।

खेल रत्न पुरस्कार लेते हुए अवनि लेखरा

खेल रत्न पुरस्कार लेते हुए अवनि लेखरा

 

अवनि लेखरा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts) ।

  • अवनि लखेरा खेलो के प्रति इतना समर्पित है, कि लोग उन्‍हे ‘गोल्‍डन गर्ल’ कहकर भी बुलाते हैं।
  • अवनि, अभिनव बिन्‍द्रा को अपना आदर्श (Ideal) मानती है।
  • वर्ष 2015 में अपनी ट्रेनिंग शुरू करने के कुछ समय बाद ही इसी वर्ष अवनि ने राजस्‍थान स्‍टेट चैपिंयनशिप में गोल्‍ड मैडल जीता था। 
  • अवनि लखेरा ने वर्ष 2016 में पुणे में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में भी मैडल पर निशाना लगाया था। 
  • अवनि भारत की पहली महिला पैरालंपिक खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2021 में स्वर्ण पदक और कांस्य पदक जीता है।
  • वर्ष 2021 में उन्होंने विश्व शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स रैंकिंग कम्पटीशन में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में 5वीं वर्ल्ड रैंकिंग हासिल की है। 
  • अवनि कि शूटिंग में ‘गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन पैरा चैंपियंस प्रोग्राम’ उनकी मदद करता है।
  • अवनि के निशानेबाजी करियर को शुरू करने मे उनके माता-पिता ने उनका पूरा सहयोग किया। जबकि उनकी मां प्रत्येक प्रतियोगिता में अवनि के साथ ही रहती थीं।
अपनी मां के साथ अवनि।

अपनी मां के साथ अवनि।

 

अवनि लेखरा के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : अवनि लेखरा कौन है ?

उत्तर : अवनि लेखरा एक भारतीय पैरा पिस्टल शूटर (निशानेबाज) हैं। हाल ही में हुए टोक्यो पैरालंपिक 2021 में उन्होंने स्वर्ण पदक और कांस्य पदक जीता है।

 

प्रश्न : अवनि लेखरा का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : 8 नवंबर 2001 को।

 

प्रश्न : अवनि लेखरा की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 20 वर्ष (2021 मे) ।

 

प्रश्न : अवनि लेखरा वर्तमान में कहां रहते हैं ?

उत्तर : जयपुर, राजस्थान (भारत)

 

प्रश्न : क्या अवनि लेखरा शराब (अल्कोहल) का सेवन करती हैं ?

उत्तर : नहीं।

 

प्रश्न : क्या अवनि लेखरा धूम्रपान करती  हैं ?

उत्तर  : नहीं

 

प्रश्न : अवनि लेखरा की शादी किससे हुई है ?

उत्तर : उन्होंने अभी शादी नहीं की है। वे अभी अविवाहित है।

 

प्रश्न : अवनि लेखरा के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : कोई नहीं।

 

प्रश्न : अवनि लेखरा किस राज्य की है ?

उत्तर : राजस्थान, भारत 

 

प्रश्न : अवनि लेखरा किससे संबंधित है ?

उत्तर : पैरा पिस्टल शुटिंग (निशानेबाजी) से।

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में अवनि लेखरा कि नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर :  ₹1 करोड़।

 

 

इन्हें भी पढ़ें :

सुनील छेत्री की बायोग्राफी ।

नीरज चोपड़ा की बायोग्राफी ।

बजरंग पुनिया की बायोग्राफी ।

 

 आभार ।

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