महाभारत के भीम प्रवीण कुमार सोबती की बायोग्राफी । Praveen Kumar Sobti Biography in Hindi

 

 

महाभारत के भीम प्रवीण कुमार सोबती की बायोग्राफी । Praveen Kumar Sobti Biography in Hindi

 

महाभारत ‘भीम’ प्रवीण कुमार सोबती की बायोग्राफी [ प्रवीण कुमार सोबती, जन्म, उम्र, पत्नी, परिवार, लंबाई, शिक्षा, करियर, फिल्म, पॉलिटिक्स, फोटोस, नेटवर्थ, मृत्यु, विकिपीडिया, बायोग्राफी इन हिंदी ] | Mahabharata Bhim Praveen Kumar Sobti Biography in Hindi [ Praveen Kumar Sobti,  Birth, Age, Wife, Family, Height, Education, Career, Film, Politics, Photos, Net Worth, Wikipedia, Biography in Hindi, Death]

Advertisement

 

प्रवीण कुमार सोबती

(Praveen Kumar Singh)

प्रवीण कुमार सोबती एक मशहूर भारतीय अभिनेता थे। उन्होंने भारत के एक पौराणिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में भीम की भूमिका निभाई हैं। उनके द्वारा किए गए भीम के अभिनय के लिए उनके काम की बहुत तारीफ की गई थी। फिल्म जगत में आने से पहले प्रवीण कुमार शुभ थी एक भारतीय एथलीट थे, जो ओलंपिक खेलों के हथोड़ा और चक्का फेक प्रतियोगिता में भारत को रिप्रेजेंट करते थे। जिसमे उन्होंने भारत को कई मेडल दिलाए हैं।

उन्हें अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘रक्षा’ से किया था। फिल्मों में आने से पहले वे भारत के मशहूर धारावाहिक महाभारत में ‘भीम’ की भूमिका में थे। इसी सीरियल से उन्हें फिल्म जगत में प्रसिद्धि हासिल हुई। वे अपनी लंबी-चौड़ी, कद-काठी के लिए भी जाने जाते थे। वे राजनीति में भी काफी सक्रिय थे।

प्रवीण कुमार सोबती की बायोग्राफी । Praveen Kumar Sobti Biography in Hindi

प्रवीण कुमार सोबती की बायोग्राफी । Praveen Kumar Sobti Biography in Hindi

 

इन्हें भी पढ़ें :

महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की बायोग्राफी ।

सुशांत सिंह राजपूत की बायोग्राफी ।

अब्राहम लिंकन की बायोग्राफी ।

 

महाभारत के भीम प्रवीण कुमार सोबती का निधन।

सुस्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन के अगले दिन ही दिग्गज अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती का भी निधन हो गया। उनकी मृत्यु सोमवार (7 फरवरी 2022) की रात को 9:30 बजे हुई। वह भारतीय फिल्म जगत के एक दिग्गज अभिनेता थे। जहां एक तरफ स्वरों की रानी लता मंगेशकर को हमने खो दिया, वही दूसरी तरफ दिग्गज अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती भी अब हमारे बीच नहीं रहे। उन दोनों के निधन के बाद भारतीय फिल्म जगत ने एक महान गायिका और एक बेहतरीन सितारे को खो दिया है।

आज के इस लेख में, हम जानेंगे अभिनेता प्रवीण कुमार सोबती के जीवन परिचय, उनके खेल सफर, फिल्मी सफर और राजनीतिक सफर से लेकर उनके निधन तक के बारे में :

 

प्रवीण कुमार सोबती का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti)

जन्म  :   6 दिसंबर 1947 (आयु 74 वर्ष)

जन्म स्थान  :  सरहाली कलां, पंजाब, भारत

गृहनगर :   सरहाली कलां, पंजाब, भारत

आवास  :  मुंबई, महाराष्ट्र (भारत)

स्कूलिंग  :  उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सरहाली कलां के एक सरकारी स्कूल से की।

राशि : धनु राशि

धर्म  :   हिन्दु

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

पेशा (Profession) :  एथलीट, अभिनेता, राजनीतिज्ञ

वैवाहिक स्थिति  :   विवाहित

प्रसिद्धि :  भारतीय ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ (1988) में ‘भीम’ कि भुमिका के लिए।

निधन : 7 फरवरी 2022 को (दिल्ली मे)

 

प्रवीण कुमार सोबती का प्रारंभिक जीवन (Early Life) ।

प्रवीण कुमार सोबती का जन्म 6 दिसंबर 1947 को पंजाब के सरहाली कलां मे एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। बचपन से ही उनकी खेलों में बहुत रूचि थी। उनकी शिक्षा-दीक्षा भी सरहली कलां के एक स्थानीय स्कूल से हुई। इस दौरान उन्होंने खेल प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। प्रवीण सोबती के चार भाई और एक बहन भी है।

 

शिक्षा (Education)

प्रवीण कुमार सोबती कि प्रारंभिक शिक्षा पंजाब के सरहाली कलां के एक स्थानीय स्कूल से हुई थी। वह अपने स्कूल के दिनों से ही खेलों में बहुत सक्रिय थे, और स्कूल के दिनों से ही वह अक्सर इंटर-स्कूल गेम्स के सभी खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया करते थे।

जब उनके खेल शिक्षक ने खेल में उनकी ताकत और प्रतिभा को देखा, तो उन्होंने प्रवीण को जोनल और राज्य स्तर पर होने वाली खेल प्रतियोगिताओं में भेजना शुरू कर दिया। वह खेलों में इतने अच्छे थे, कि वर्ष 1966 के राष्ट्रमंडल खेलों में डिस्क थ्रो के लिए उनका नाम सामने आया।

 

 शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

लंबाई से० मी०- 201

मी०- 2.01

फीट इंच- 6 फीट

वजन 130 Kg
आंखों का रंग  काला
बालों का रंग काला

 

 

प्रवीण कुमार सोबती के करियर की शुरुआत (Praveen Kumar Sobti Career) ।

प्रवीण कुमार सोबती ने अपने करियर की शुरुआत 1960 के दशक में एक भारतीय हथौड़ा और डिस्कस थ्रोअर के रूप में खेल से शुरू किया था। वे 1960 और 1970 के दशक में भारतीय एथलेटिक्स के प्रमुख सितारे थे। उन्होंने कई वर्षों तक भारतीय हथौड़ा और चक्का फेंक खेलों मे अपना दबदबा बनाए रखा था। वे अपने कद और लंबी चौड़ी बॉडी के लिए भी जाने जाते थे। उन्होंने 1966 और 1970 के एशियाई खेलों में चक्का फेंक में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था, इसमें एशियाई खेलों का रिकॉर्ड 56.76 मीटर था।

वर्ष 1966 में किंग्स्टन में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों और 1974 में तेहरान में आयोजित एशियाई खेलों में भारत को रजत पदक दिलाया था। उन्होंने 1968 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक और 1972 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में भाग भी लिया था। उनकी कद-काठी उन्हें और भी आकर्षक बनाती थी, उनके मैदान पर उतरने के साथ ही दूसरे खिलाड़ियों को उनसे डर लगने लगता था। क्योंकि एक तो उनकी कद-काठी बेहतरीन थी और दूसरी तरह वह एक बहुत ही बेहतरीन खिलाड़ी भी थे।

वर्ष 1966 में प्रवीण कुमार सोबती ने बैंकॉक में ‘चक्का फेंक’ खेल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था, जो भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी।

प्रवीण कुमार ने एक बार अपने दिए गए एक साक्षात्कार में कहा था कि बताया कि, ‘वह सुबह 3 बजे अपनी किशोरावस्था में उठते थे, और चक्की के सिल्लियों को उठाकर अपने शरीर को प्रशिक्षित करते थे, जो उसकी मां अनाज पीसने के लिए इस्तेमाल किया करती थी। उन दिनों उनके क्षेत्र में कोई जिम नहीं हुआ करता था।’

 

इन्हें भी पढ़ें :

महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की बायोग्राफी ।

सुशांत सिंह राजपूत की बायोग्राफी ।

अब्राहम लिंकन की बायोग्राफी ।

 

प्रवीण कुमार सोबती के फिल्मी करियर की शुरुआत (Praveen’s Bollywood Career) ।

प्रवीण कुमार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करने के बाद, टेलीविजन पर आने के बारे में सोचा। इसके बाद उन्होंने बी. आर. चोपड़ा के लोकप्रिय ऐतिहासिक टेलीविजन सीरियल महाभारत में ‘भीम’ की भूमिका निभाई। उनके द्वारा निभाए गए इस किरदार के लिए उन्हें बहुत सराहना मिली, और वे एक घरेलू नाम बन गए। ‘महाभारत’ धारावाहिक की वजह से वह पूरे भारतवर्ष में मशहूर हो गए, और घर-घर में उन्हें जाना जाने लगा।

प्रवीण कुमार ने चाचा चौधरी के कई एपिसोड में ‘साबू’ की भूमिका भी निभाया था। महाभारत धारावाहिक के बाद, प्रवीण कुमार को हिंदी और क्षेत्रीय फिल्मों से अभिनय के बहुत से ऑफर आने लगे। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया।

प्रवीण कुमार की पहली फिल्म ‘रक्षा’ थी। यह ‘जेम्स-बॉन्ड’ शैली की एक भारतीय फिल्म थी, जिसमें वे जितेंद्र के साथ दिखाई दिए थे। इसमें उन्होंने एक बड़े गुर्गे गोरिल्ला की भूमिका निभाई थी, जो ‘द स्पाई हू लव्ड मी’ के जॉस से प्रेरित था। उन्होंने ‘मेरी आवाज सुनो’ में जितेन्द्र के खिलाफ लड़ने वाले बड़े गुर्गे ‘जस्टिन’ की भूमिका निभाया था।

प्रवीण कुमार ने सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ वर्ष 1988 में रिलीज हुई फिल्म ‘शहंशाह’ मे काम किया। इस फिल्म का मशहूर डायलॉग ‘रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप होते हैं, नाम है शहंशाह!’ अमिताभ बच्चन और प्रवीण सोबती के बीच ही फिल्माया गया था। इस फिल्म मे प्रवीण कुमार ने ‘मुख्तार सिंह’ की अर्ध-हास्य भूमिका निभाई, जो एक ड्रग डीलर थे, जो बाद में शहंशाह द्वारा पीटे जाने पर डेयरी का मालिक बन जाता है।

 

प्रवीण कुमार सोबती द्वारा की गई फिल्में

1981 :  रक्षा, मेरी आवाज सुनो

1982 :  गजब 

1983 :  हमसे न जीता कोई, हमसे है जमाना

1984 :  लोरी, हम है लाजवाब, जागीर 

1985 : करिश्मा कुदरत का, युद्ध, जबरदस्त, आखिर क्यों, महाशक्तिमान

1986 :  चंबल का बादशाह, अधिकार, अविनाश, रात के बाद

1987 :  नाम ओ निशान, खुदगर्ज, लोहा, हुकूमत, डाक बंगला, दिलजला, तेरा करम मेरा धर्म 

1988 :  शहंशाह, मोहब्बत में दुश्मन, कमांडो, मालामाल, अग्नि, बीस साल बाद, प्यार मोहब्बत और दुखदर्द 

1989 :  संतोष, मिट्टी और सोना, इलाका, शहजादे, मेरी जबान, एलाने जंग और लहू की आवाज

1990 :  अतिशबाज, घायल, आज का अर्जुन, काली गंगा, शेर दिल, नाकाबंदी, आग और अंगारे, माइकल मदना कामा राजन

1991 :  शंकरा, अजूबा 

1992 :  पनाह, हमला, वक्त का बादशाह 

1994 :  बेटा हो तो ऐसा, किष्किंदा कांड 

1996 :  जान, अजय

1997 :  सूर्यपुत्र शनिदेव

1998 :  ट्रेन टू पाकिस्तान

2013 :  महाभारत, बरबरीक

प्रवीण कुमार सोबती का राजनीतिक करियर।

वर्ष 2013 में उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वर्ष 2013 में प्रवीण कुमार ‘आम आदमी पार्टी (आप)’ में शामिल हुए थे। उन्होंने ‘आप’ के टिकट पर वजीरपुर निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़ा। लेकिन वे इस चुनाव मे हार गए। इसके बाद वे चुनाव में अपने हार के अगले साल, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे।  

 

 

प्रवीण कुमार सोबती की पसंदीदा चीजें (Favorite Things ।

पसंदीदा अभिनेता अमिताभ बच्चन
पसंदीदा अभिनेत्री हेमा मालिनी और श्रीदेवी
पसंदीदा फिल्म बॉलीवुड : शहंशाह
पसंदीदा भोजन मटन, चिकन, फिश फ्राई
पसंदीदा रंग पीला और सफेद
शौक (Hobbies) फिल्में देखना, यात्रा करना

 

 

निजी जीवन (Personal Life)

प्रवीण कुमार सोबती के एक बेटा और एक बेटी है। उनका बेटा जेट एयरवेज में कार्यरत है। उनकी बेटी का नाम निपुणिका सोबती है। उनकी बेटी, निपुणिका सोबती, एक समय अक्षय कुमार के साथ संपर्क में थीं। प्रवीण कुमार सोबती मांसाहारी थे।

प्रवीण कुमार सोबती के माता-पिता और उनकी पत्नी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।

 

 

प्रवीण सोबती की मृत्यु का कारण।

सुश्री लता मंगेशकर के निधन के अगले ही दिन (7 फरवरी 2022 को) प्रवीण कुमार सोबती का भी निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार थे। जिसके बाद सोमवार की रात करीब 9:30 बजे उन्हें हार्ट अटेक आया और दिल्ली स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांसे ली। वे 74 वर्ष के थे, और दिल्ली स्थित अपने घर में रहते थे। 

 

फैंस ने दी श्रद्धांजलि।

प्रवीण कुमार सोबती की मौत की खबर सुनते ही उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर अपना दुख जाहिर किया। उनके फैंस ने उनकी फोटो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थनाएँ की है।

 

 

प्रवीण कुमार की उपलब्धियां।

  • प्रवीण कुमार ने वर्ष 1970 के एशियाई खेलों में चक्का फेंक श्रेणी में 56.74 मीटर का अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर किया।
  • प्रवीण कुमार ने वर्ष 1959 के खेलों में भी हथोड़ा फेंक प्रतियोगिता में 65.76 मीटर हथोड़ा फेंककर सर्वश्रेष्ठ स्कोर किया।

 

प्रवीण कुमार सोबती को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) |

1966 :  बैंकॉक में ‘हथौड़ा फेक’ मे कांस्य पदक अपने नाम किया।

1966 :  किंगस्टन में ‘हथौड़ा फेक’ मे रजत पदक जीता।

1970 :  बैंकॉक में ‘चक्का फेंक’ के स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। यह भारत के लिए दूसरी सबसे बड़ी उपलब्धि थी।

1974 :  तेहरान में ‘चक्का फेंक’ के रजत पदक विजेता रहे।

 

प्रवीण कुमार सोबती से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts) ।

  • प्रवीण कुमार का जन्म पंजाब के सरहाली कलां में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
  • प्रवीण ने 1960 के दशक में एक भारतीय हथौड़ा और डिस्कस थ्रोअर के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
  • वर्ष 1966 में, उन्होंने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। वर्ष, उन्होंने किंग्स्टन में राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था। 
  • प्रवीण कुमार ने 1970 के एशियाई खेलों में एक स्वर्ण पदक और 1974 में तेहरान में एशियाई खेलों में एक रजत पदक जीता था।
  • उन्होंने एशियाई खेलों में 56.76 मीटर का रिकॉर्ड भी बनाया है।
  • उनकी बेटी, निपुणिका सोबती, एक समय अक्षय कुमार के साथ संपर्क में थीं।
  • वर्ष 1973 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक परिषद के भारत के प्रतिनिधि अश्विनी कुमार द्वारा उन्हें बीएसएफ में भर्ती किया गया था।
  • प्रवीण एक पूर्व जवान थे, जिन्हें सीमा सुरक्षा बल के तहत भर्ती किया गया था। उन्होंने खेल में अपनी उत्कृष्टता के आधार पर बीएसएफ में डिप्टी कमांडेट का पद हासिल किया था।
  • प्रवीण कुमार बीएसएफ के उन 12 सैनिकों में से हैं, जिन्हें भारत सरकार की ओर से अर्जुन पुरस्कार मिला था।

 

प्रवीण कुमार सोबती के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : प्रवीण कुमार सोबती कौन है ?

उत्तर : प्रवीण कुमार एक भारतीय एथलीट, एक फिल्म अभिनेता और एक राजनीतिज्ञ थे।

 

प्रश्न : प्रवीण कुमार सोबती का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : 6 दिसंबर 1947 को।

 

प्रश्न : प्रवीण कुमार सोबती कि मृत्यु कब हुई ?

उत्तर : 7 फरवरी 2022 को, दिल्ली स्थित उनके आवास पर हार्ट अटैक से प्रवीण कुमार सोबती की मृत्यु हो गई।

 

प्रश्न : प्रवीण कुमार सोबती किस राज्य के थे ?

उत्तर : पंजाब, भारत।

 

प्रश्न : प्रवीण कुमार सोबती किससे संबंधित है ?

उत्तर : खेल, राजनीति और फिल्म जगत से।

 

इन्हें भी पढ़ें :

महान मुक्केबाज मोहम्मद अली की बायोग्राफी ।

सुशांत सिंह राजपूत की बायोग्राफी ।

अब्राहम लिंकन की बायोग्राफी ।

 

 आभार ।

साथियों आशा करता हूं कि, आपको हमारा ‘प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti)’ पर लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा biographybooks.in का यह ब्लॉग (Blog) और हमारा यह लेख (Article) पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जरूर शेयर करें। ताकि और भी लोगों को आपके माध्यम से इसकी जानकारी हो सके। अगर आप हमें फीडबैक देना चाहते हैं तो अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए comment में जाकर हमें अपनी प्रतिक्रियाएँ जरूर दे। 

आप हमें हमारे सोशल मीडिया पेज पर भी follow कर सकते हैं। जल्दी ही मिलते हैं एक नए स्टोरी के साथ तब तक के लिए आप सभी मस्त रहें, स्वस्थ रहें।

हमारे ब्लॉग biographybooks.in पर आखिरी तक बने रहने के लिए आप सभी का हृदय की गहराइयों से प्यार भरा धन्यवाद।

 

Advertisement

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *