मलाला यूसुफजई की बायोग्राफी | Malala Yousafzai Biography in Hindi

मलाला यूसुफजई की बायोग्राफी | Malala Yousafzai Biography in Hindi

 

मलाला यूसुफजई

(Malala Yousafzai)

पाकिस्तानी कार्यकर्ता एवं शिक्षाविद्।

मलाला यूसुफजई पाकिस्‍तान कि एक महिला कार्यकर्ता और शिक्षाविद् हैं, जो महिलाओं के अधिकार के लिए लड़ती हैं। आज वे पुरे विश्वभर मे मशहूर हैं। वह बचपन से ही महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ती आ रही हैं। जिसके कारण वर्ष 2012 मे जब वे 15 वर्ष कि थीं, तब वह अपने स्कूल से घर जा रही थीं। स्कूल से घर जाते समय तालिबानी आतंकवादीयों ने उन्हें सिर गोली मार दी थी। जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय मीडिया मे उन्हें पहचान मिली।

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वर्ष 2013 में मलाला यूसुफजई को अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार दिया गया था। जबकि वर्ष 2014 में मलाला को भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से, बच्चों के अधिकारों की ओर से उनके प्रयासों की मान्यता में शांति के लिए, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा, टाइम्स पत्रिका के वर्ष 2013, 2014 और 2015 के संस्करणों में युसूफजई को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगो की सूचि में भी शामिल किया गया था।

मलाला यूसुफजई की बायोग्राफी | Malala Yousafzai Biography in Hindi

मलाला यूसुफजई की बायोग्राफी | Malala Yousafzai Biography in Hindi

तो आइए जानते हैं, मलाला यूसुफजई के जीवन, उनके बचपन के संघर्ष और आतंकियों से आतंकियों की गोलियों का शिकार होने से लेकर शांति का नोबेल पुरस्कार मिलने तक के अब तक कि पुरी कहानी के बारे में :

 

मलाला यूसुफजई का जीवन परिचय : एक नजर में।

नाम  :    मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai)

उपनाम  :    गुल मकई

जन्म  :   12 जुलाई 1997 (आयु 24 वर्ष)

जन्म स्थान  :  मिंगोरा, स्वात घाटी, ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा (पाकिस्‍तान)

पिता  :   जियाउद्दीन यूसुफजई

माता  :   तूर पकाइ यूसुफजई

गृहनगर :   मिंगोरा, स्वात घाटी, ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा (पाकिस्‍तान)  

स्कूलिंग  :  खुशहाल गर्ल्स स्कूल, स्वात पाकिस्तान;

ऐबस्टन (Edgbaston) हाई स्कूल, इंग्लैंड

शिक्षण संस्थान :  ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी 

शैक्षणिक योग्यता  :   ग्रेजुएशन

राशि :  मिथुन राशि

धर्म  :  सुन्नी मुसलमान

जाति :  पश्तून

राष्ट्रीयता  :   पाकिस्‍तानी

पेशा (Profession) :  महिला अधिकार कार्यकर्ता, शिक्षाविद्

सक्रिय वर्ष :  वर्ष 2013 से अब तक

वैवाहिक स्थिति  :   विवाहित

पति  :  असर मलिक ( विवाह वर्ष- 10 नवंबर 2021 मे)

पुरस्‍कार :   शांति का नोबेल पुरस्कार (2014), अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार (2013)

 

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मलाला यूसुफजई का परिवार (Malala Yousafzai’s Family)।

मलाला यूसुफजई का जन्म 12 जुलाई 1997 को पाकिस्‍तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वा प्रांत के स्‍वात जिले में स्थित शहर मिंगोरा में एक पश्‍तून परिवार हुआ था। मलाला यूसुफजई के पिता का नाम जियाउद्दीन यूसुफजई एवं मां का नाम तूर पकाइ यूसुफजई है। मलाला यूसुफजई के दो भाई भी हैं, जिनका नाम- खुशहाल और अटल यूसुफजई हैं।

1 सितंबर, 2008 को, जब मलाला यूसुफजई 11 साल की थी, तो एक बार उसके पिता उसे स्कूल बंद होने का विरोध करने के लिए पेशावर के एक स्थानीय प्रेस क्लब में ले गए, और उसने अपना पहला भाषण दिया- “तालिबान ने शिक्षा के मेरे बुनियादी अधिकार को कैसे छीना?” मलाला के इस विषय पर दिए गए उसके भाषण की पूरे पाकिस्तान में चर्चा हुई थी।

मलाला यूसुफजई

मलाला यूसुफजई

वर्ष 2008 के अंत में, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने यह घोषणा कर दि कि, स्वात में सभी लड़कियों के स्कूलों को 15 जनवरी, 2009 को बंद कर दिया जाएगा। ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) ने मलाला के पिता जियाउद्दीन यूसुफजई से किसी ऐसे व्यक्ति की खोज करते हुए संपर्क किया जो उनके लिए ब्लॉग कर सके, कि टीटीपी नियम के तहत रहने के लिए यह कैसा दौर था। 

इसके बाद, मलाला यूसुफजई ने अपने दैनिक जीवन के बारे में बीबीसी उर्दू के लिए नियमित प्रविष्टियां लिखना शुरू किया। उसने जनवरी से उस वर्ष के मार्च की शुरुआत तक 35 प्रविष्टियाँ लिखीं जिनका अंग्रेजी अनुवाद भी किया गया था। इस बीच, टीटीपी ने स्वात में सभी लड़कियों के स्कूलों को बंद कर दिया, और उनमें से 100 से भी ज्यादा स्कुलों को उड़ा दिया।

हालांकि, मौलाना फजलुल्लाह के नेतृत्व में, टीटीपी द्वारा सख्त इस्लामी कानून लागू करना,  लड़कियों के स्कूलों को नष्ट करना या बंद करना, महिलाओं को समाज में किसी भी सक्रिय भूमिका से प्रतिबंधित करना और आत्मघाती बम विस्फोट करना शुरू कर दिया । यूसुफजई और उनका परिवार अपनी सुरक्षा के लिए इस क्षेत्र से भाग गए, लेकिन जब तनाव और हिंसा कम हुई तो वे वापस लौट कर आ गए थे।

मलाला युसूफजई अपने माता-पिता और भाइयों के साथ।

मलाला युसूफजई अपने माता-पिता और भाइयों के साथ।

 

मलाला युसुफजई नाम रखने कि कहानी।

मलाला का जन्म जिस गांव में हुआ था, वहां लड़कियों के जन्म पर जश्न नहीं मनाया जाता था। लेकिन मलाला के जन्म पर उनके पिता ने जश्न मनाया और माता-पिता ने बच्ची का नाम मलाला रखा। उनका परिवार पश्तून जाति से संबंध रखता है, और उनकी पश्तून जाति अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा के आस-पास बसी थी।

पाकिस्तान में एक लोक कथा बहुत प्रचलित है- यह सन् 1880 कि कहानी है, “जिसमें मईवाड़ नामक प्रांत में मलालाई नाम की एक लड़की रहती थी। वह एक चरवाहे की बेटी थी। उस समय उनका गांव मईवाड़ प्रांत अंग्रेजों के कब्जे में था, जिसे अंग्रेजों से छुड़ाने के लिए मईवाड़ प्रांत के लोगों ने अंग्रेजो के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। जब मलालाई को यह बात पता चली की युद्ध में गांव के कई नौजवान घायल हो गए हैं, तो उनकी मरहम पट्टी और पानी पिलाने के लिए वह युद्ध भूमि में चली गई। जहां वह अपने गांव के नौजवानों को हारते हुए देख रही थी। जैसे ही उनके देश का झंडा जमीन पर गिरने लगा, तो मलालाई ने वह झंडा उठाया जोर से अपने नौजवानों को प्रेरित करने लगी। जिसके बाद उस पर गोली चला दी गई, और मलालाई वहीं पर शहीद हो गई। उसी समय से इतिहास में उनका नाम मलालाई मईवाड़ के नाम से प्रसिद्ध है। काबुल के बीचोंबीच उनकी याद में एक मईवाड़ विजय स्मारक भी बना हुआ है।” 

मलालाई के नाम पर ही उनके पिता जियाउद्दीन यूसुफजई ने उनका नाम मलाला रखा।

 

मलाला यूसुफजई की हत्या की कोशिश।

बात 9 अक्टूबर 2012 की दोपहर कि है, मलाला यूसुफजई ने तालिबानी फरमान के बावजूद लड़कियों को शिक्षित करने का अभियान चलाया था। जिससे तालिबानी आतंकी बेहद नाराज थे। संगठन के एक प्रवक्ता ने कहा था कि, “यह महिला पश्चिमी देशों के हितों के लिए काम कर रही हैं। इन्‍होंने स्वात इलाके में धर्मनिरपेक्ष सरकार का समर्थन किया था। इसी वजह से यह हमारी हिट लिस्ट में हैं।”

जिसके बाद, 9 अक्टूबर 2012 की दोपहर को जब मलाला युसुफ़जाई उत्तरी पाकिस्तानी जिले स्वात की स्कूल बस में घर आने के लिए चढ़ी, तब रास्ते में कुछ आतंकी उनकी बस में चढ़े और एक गनमैन ने उनसे उनका नाम पूछा, और पिस्तौल उनकी तरफ कर दी। उस आतंकी ने मलाला पर तीन गोलिया चलाई, जिसमें से एक गोली उसके के सिर के बायीं तरफ लगी, और एक उनके कंधे पर लगी। वह पूरी तरह से अचेत हो चुकी थी, और गोलियाँ लगने के कारण उनकी हालत बहुत ख़राब हो गयी थी। लेकिन जब उन्हें जल्दी से इंग्लैंड में बिर्मिंघम के क्वीन एलिज़ाबेथ हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों के अथक प्रयासों के बाद उन्हें बचा लिया गया।

इस हमले की जिम्‍मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने ली थी। जिसके बाद 12 अक्टूबर को 50 लोगो के इस्लामिक पादरियों के समूह ने पकिस्तान में टीटीपी के खिलाफ फतवा जारी कर दिया। लेकिन तालिबानियों पर इसका कोई असर नही हुआ, ओर वे मलाला और उनके पिता जियाउद्दीन यूसुफ़जाई को मारने की लगातार कोशिशे करते रहे। बार-बार मलाला और उनके परिवार पर होते हुए हमलो को देख मलाला के परिवार को राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिला।

डच वेल्ले ने जनवरी 2013 में लिखा की “युसुफ़जाई विश्व की सबसे प्रसिद्धि कम उम्र की महिला है। युसुफ़जाई को सम्मानित करते हुए, यूनाइटेड नेशन के विशेष दूतो ने ग्लोबल एजुकेशन के लिए UN याचिका को योसुफ़जाई का नाम दिया। जिसमे यह संबोधित किया गया था की, वर्ष 2015 के अंत तक उनके स्थानिक गाँव के हर बच्चे को पढ़ने के लिये स्कूल भेजा जायेगा। जिसके बाद, इस याचिका के द्वारा पकिस्तान में सभी को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार भी मिला।

 

मलाला युसुफजई का शिक्षा के लिए संघर्ष (Malala Yousafzai Struggle for Education)।

तालिबानी आतंकीयों ने मार्च 2009 से मई 2009 तक ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के मिंगोरा प्रांत पर कब्जा किया हुआ था। इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उस क्षेत्र का नियंत्रण हासिल करने के लिए अभियान शुरू किया।

मलाला ने उस दौरान अपने 11 साल की उम्र में ही शिक्षा के लिए संघर्ष करते हुए डायरी लिखनी शुरू कर दी थी। जिसमें उसने स्वात में तालिबान के द्वारा किए गए कृत्यों के बारे मे लिखा और अपने दर्द को डायरी में बयां किया। डायरी लिखने की शौकीन मलाला ने अपनी डायरी में लिखा था कि- “आज स्कूल का आखिरी दिन था, इसलिए हमने मैदान पर कुछ ज्‍यादा देर खेलने का फ़ैसला किया। मेरा मानना है कि एक दिन स्कूल खुलेगा लेकिन जाते समय मैंने स्कूल की इमारत को इस तरह देखा जैसे मैं यहां फिर कभी नहीं आऊंगी।”

 

शिक्षा (Education)

मलाला यूसुफजई ने अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक स्थानीय स्कूल, खुशहाल गर्ल्स स्कूल, स्वात (पाकिस्तान) मे दाखिला लिया। लेकिन स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के दौरान आतंकवादियों के लगातार हमले के बाद उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा इंग्लैंड के ऐबस्टन (Edgbaston) हाई स्कूल से पुरी की। 

अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद आगे की शिक्षा के लिए मलाला ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी मे दाखिला लिया और वहाँ से उन्होनें वर्ष 2020 में अपने स्नातक (ग्रेजुएशन) कि डिग्री हासिल की।

ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त करने के बाद मलाला यूसुफजई।

ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त करने के बाद मलाला यूसुफजई।

 

शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

लंबाई

से० मी०- 165

मी०- 1.65

फीट इंच- 5’3″

वजन

54 Kg

आंखों का रंग 

हल्का भूरा
बालों का रंग

काला

 

मलाला यूसुफजई कि जीवन यात्रा (Malala Yousafzai Life Journey) ।

फरवरी 2009 में, मलाला यूसुफजई ने अपना पहला टेलीविजन साक्षात्कार एक पाकिस्तानी पत्रकार और टॉक शो के होस्ट हामिद मीर को पाकिस्तान के वर्तमान कार्यक्रमों के शो कैपिटल टॉक पर दिया था। उसी वर्ष फरवरी के अंत में, टीटीपी ने पूरे पाकिस्तान में बढ़ती प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए, संघर्ष विराम के लिए सहमति व्यक्त की, जिसमें उन्होंने लड़कियों के खिलाफ प्रतिबंध हटा दिया और उन्हें बुर्का पहनने की शर्त पर ही स्कूल जाने की अनुमति दी। 

हालांकि, कुछ महीने बाद मई में फिर से हिंसा शुरू हो गई, और मलाला यूसुफजई के परिवार को अपने प्रांत, स्वात के बाहर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके कुछ समय बाद पाकिस्तानी ने सेना टीटीपी उस प्रांत से बाहर कर दिया। वर्ष 2009 की शुरुआत में ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के एक रिपोर्टर एडम एलिक ने एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री बनाने के लिए मलाला यूसुफजई के साथ काम किया। जिसमें उन्होंने क्लास डिसमिस्ड, स्कूल बंद होने के बारे में 13 मिनट का विडियो बनाया था।

इसके बाद एडम ने उनके साथ दूसरी फिल्म बनाई, जिसका शीर्षक था ‘एक स्कूली छात्रा की ओडिसी’। न्यूयॉर्क टाइम्स ने वर्ष 2009 में दोनों फिल्मों को अपनी वेब साइट पर पोस्ट भी किया था। उस दौरान मलाला, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत से भी मिलीं और उनसे पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की रक्षा के लिए उनकी मदद करने कि बात कही।

इसके साथ हीं मलाला बीबीसी के लिए ब्लॉग भी लिखा करती थीं, और वह बीबीसी की एक युवा ब्लॉगर थीं। जिसके बाद उसे अपनी सक्रियता के लिए व्यापक पहचान मिलने लगी थी। इसके बाद अक्टूबर 2011 में मलाला को मानवाधिकार कार्यकर्ता डेसमंड टूटू द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। इसके बाद उसी वर्ष दिसंबर में उन्हें पाकिस्तान के पहले राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जिसका बाद में नाम बदलकर राष्ट्रीय मलाला शांति पुरस्कार कर दिया गया।

मलाला को गोली लगने के बाद पहली बार, उन्होंने अपने 16वें जन्मदिन, 12 जुलाई, 2013 को सार्वजनिक रूप से न्यूयॉर्क शहर में संयुक्त राष्ट्र में 500 दर्शकों को संबोधित किया। उन्हें वर्ष 2013 में टाइम पत्रिका के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक नामित किया गया था। इसटे बाद वर्ष 2014 में वह लिबर्टी मेडल जीतने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्ति बनीं और वर्ष 2014 में यूसुफजई ने 17 वर्ष कि उम्र मे शांति का नोबेल पुरस्कार जीता।

लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ने वाली मलाला के नाम पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने उनके 16वें जन्मदिन पर 12 जुलाई को मलाला दिवस घोषित कर दिया।

 

मलाला यूसुफजई को मिला नोबेल पुरस्कार Malala Yousafzai’s Nobel Peace Prize) ।

बच्चों और युवाओं के दमन के ख़िलाफ़ और सभी को शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले भारतीय समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी के साथ मलाला युसुफजई को संयुक्त रूप से शांति का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया। 10 दिसंबर 2014 को नाॅर्वे मे आयोजित एक कार्यक्रम मे उन्हें कैलाश सत्यार्थी के साथ यह पुरस्कार प्रदान किया गया। 17 वर्ष की उम्र में मलाला युसुफजई, नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र वाली नोबेल विजेती बनीं।

मलाला यूसफजई और कैलाश सत्यार्थी नोबेल पुरस्कार के साथ।

मलाला यूसफजई और कैलाश सत्यार्थी नोबेल पुरस्कार के साथ।

 

इन्हें भी पढ़ें :

ओपेरा विनफ्रे की जीवनी ।

अरुणिमा सिन्हा की जीवनी ।

मुनीबा मजारी की जीवनी ।

 

मलाला यूसुफजई की पसंदीदा चीजें (Favorite Things ।

पसंदीदा अभिनेता

शाहरुख खान
रोल मॉडल

मोहम्मद अली जिन्ना, बेनजीर भुट्टो

पसंदीदा लेखक

सलमान रश्दी
पसंदीदा खेल

क्रिकेट

पसंदीदा भोजन

पिज़्ज़ा, कपकेक, पाकिस्तानी बिरयानी
पसंदीदा रंग

पर्पल, गुलाबी

पसंदीदा जगह

दुबई
शौक (Hobbies)

लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाना, पढ़ना और लिखना

 

निजी जीवन (Personal Life)

मलाला यूसुफजई ने 10 नवंबर 2021 को असर मलिक से विवाह कर लिया। इसकी जानकारी मलाला यूसुफजई ने अपने निकाह की तस्‍वीरें अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्‍ट करते हुए लोगों ससझा की, और अपने लिए दुआ मांगने की भी अपील की।

अपने निकाह के दौरान मलाला यूसफजई अपने पति के साथ ।

अपने निकाह के दौरान मलाला यूसफजई अपने पति के साथ ।

पारिवारिक जानकारियां।

माता-पिता

जियाउद्दीन यूसुफजई (पिता) 

तूर पकाइ यूसुफजई (माता)

भाई/ बहन

दो भाई – खुशहाल और अटल यूसुफजई।

पति

असर मलिक
बच्चे

कोई नहीं

 

मलाला यूसुफजई को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) |

2011 :  पाकिस्तान का राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार।

2011 :  अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार के लिए नामाँकन।

2013 :  अंतर्राष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार।

2013 :  साख़ारफ़ (सखारोव) पुरस्कार।

2013 :  मैक्सिको का समानता पुरस्कार।

2013 :  संयुक्त राष्ट्र का मानवाधिकार सम्मान (ह्यूमन राइट अवॉर्ड)

2014 :  बच्चों के अधिकारों की ओर से उनके प्रयासों की मान्यता में शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

 

इसके अलावा, वर्ष 2013, 2014 और 2015 के संस्करणों में युसूफजई को दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगो की सूची में भी शामिल किया गया था।

कनाडा सरकार ने युसूफजई को कनाडा की नागरिकता स्वीकार करने का आमंत्रण भी दिया था।

 

मलाला यूसुफजई के अनमोल विचार (Malala Yousafzai’s Quotes) ।

एक किताब, एक कलम, एक बच्चा, और एक शिक्षक दुनिया बदल सकते हैं।

 

कुछ लोग, दुसरे लोगों से कुछ करने के लिए कहते हैं। मेरा मानना है कि, मैं किसी और का इंतज़ार क्यों करूँ? क्यों न मैं एक कदम उठाऊं और आगे बढ़ जाऊं।

 

जब पूरी दुनिया खामोश हो तब एक आवाज़ भी ताक़तवर बन जाती है।

 

लोग कौन सी भाषा बोलते हैं, त्वचा का रंग, या धर्म को लेकर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।

 

मैं बस एक चीज चाहती हूँ- शिक्षा, और मैं किसी से नहीं डरती।

 

अपनी बेटियों का सम्मान करिए। वे सम्माननीय हैं।

 

मैं अपना चेहरा नहीं ढकती, क्योंकि मैं अपनी पहचान दिखाना चाहती हूँ।”

 

अगर आप किसी व्यक्ति को मारते हैं तो ये दिखता है, कि आप उससे डरे हुए हैं।

 

मैं उस लड़की के रूप में याद किया जाना नहीं चाहती जिसे गोली मार दी गयी थी। मैं उस लड़की के रूप में याद किया जाना चाहती हूँ, जिसने खड़े हो कर सामना किया।

 

मलाला यूसुफजई के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : मलाला यूसुफजई कौन है ?

उत्तर : मलाला यूसुफजई पाकिस्‍तान कि एक महिला कार्यकर्ता और शिक्षाविद् हैं, जो महिलाओं के अधिकार के लिए लड़ती हैं। आज वे पुरे विश्वभर मे मशहूर हैं।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : 12 जुलाई 1997 को।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 25 वर्ष (2022 मे) ।

 

प्रश्न : क्या मलाला यूसुफजई शराब (अल्कोहल) का सेवन करती हैं ?

उत्तर : नहीं।

 

प्रश्न : क्या मलाला यूसुफजई धूम्रपान करती  हैं ?

उत्तर  : ज्ञात नहीं

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई की शादी किससे हुई है ?

उत्तर : असर मलिक से 10 नवंबर 2021 को।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : कोई नहीं।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई किस देश की हैं ?

उत्तर : पाकिस्तान। 

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई किससे संबंधित है ?

उत्तर : महिला सामाजिक कार्यकर्ता।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई किस धर्म की हैं ?

उत्तर :  सुन्नी, मुस्लिम।

 

प्रश्न : मलाला यूसुफजई किस जाति की हैं ?

उत्तर : पश्तून जाति की।

 

इन्हें भी पढ़ें :

ओपेरा विनफ्रे की जीवनी ।

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 आभार ।

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