शिव नाडार की बायोग्राफी | Shiv Nadar Ki Biography in Hindi

शिव नाडार की बायोग्राफी | Shiv Nadar Ki Biography in Hindi

 एचसीएल टेक्नॉलोजीज के अध्यक्ष ।

 

“मैं नेतृत्व के अवसर नहीं देता, बल्कि उन लोगों पर निगाह रखता हूं, जो कमान संभाल सकते हैं।”

                                                –  शिव नादर  ।

शिव नाडार (Shiv Nadar) भारत के प्रमुख उद्यमी एवं समाजसेवी हैं। वे एचसीएल टेक्नॉलोजीज के पुर्व अध्यक्ष एवं प्रमुख रणनीति अधिकारी थे। 

 

वर्ष 2020 में उन्होंने अपने एचसीएल टेक्नॉलोजीज के अध्यक्ष एवं प्रमुख रणनीति अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया, और उनका यह कार्यभार उनकी इकलौती बेटी रोशनी नाडार मल्होत्रा ने संभाला है। 

 

वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा उन्हें ‘उद्योग एवं व्यापार’ के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया जा चुका है। 

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फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार 17 जुलाई 2020 तक उनकी नेटवर्थ $15.8 बिलियन थी। जबकि वर्ष 2021 में उनकी नेटवर्थ $28.7 Billion (लगभग ₹2.09 Lakh Crore (INR) है।

शिव नाडार की बायोग्राफी | Shiv Nadar Ki Biography in Hindi

शिव नाडार की बायोग्राफी | Shiv Nadar Ki Biography in Hindi

शिव नाडार (Shiv Nadar) का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    शिव नाडार (Shiv Nadar)

जन्म  :   14 जुलाई 1945

जन्म स्थान  :  मूलैपोळी गाँव, तूतीकोरीन जिला, तमिलनाडु, भारत

पिता  :   शिवसुब्रमनियन नाडार

माता  :   वामासुन्दरी देवी

आवास  :  नई दिल्ली (भारत)

शिक्षा  :    PSG कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर 

शैक्षणिक योग्यता  :   

धर्म  :   हिन्दू

पेशा  :   व्यवसायी (Businessman)

व्यवसाय (Business) :  एचसीएल टेक्नॉलोजीज के संस्थापक तथा पुर्व अध्यक्ष]

एस एस एन इंजीनियरींग महाविद्यालय के संस्थापक

पत्नी  : किरण नाडार

बच्चे  :   रोशनी नाडार मल्होत्रा (बेटी)

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

पुरस्कार  :   पद्मभूषण (2008)

 

शिव नाडार (Shiv Nadar) का प्रारंभिक जीवन ।

शिव नाडार का जन्म 1945 में मुल्यापोजी गाँव में थुलुकुडी जिले, तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता का नाम शिवसुब्रमण्य नादर और मां का नाम वामसुंदरी देवी है। शिव नादर की एकमात्र संतान उनकी बेटी है, जिसका नाम रोशनी नाडार मल्होत्रा है।

शिक्षा ।

शिव नाडार ने अपनी स्कूली शिक्षा, टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल, कुंभकोणम से पुरी की थी। इसके बाद उन्होंने एलंगो कॉर्पोरेशन हायर सेकेंडरी स्कूल, मदुरै में पढ़ाई कि थी। बाद में शिव नाडार ने सेंट जोसेफ बॉयज़ हायर सेकेंडरी स्कूल, त्रिची में दाखिला लिया और यहाँ हाई स्कूल की शिक्षा पूरी की।

 

अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने के लिए शिव नाडार ने अमेरिकन कॉलेज, मदुरै में दाखिला लिया और यहाँ से प्री-यूनिवर्सिटी की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की।

 शारीरिक संरचना

 

लंबाई

सेमी मे-  170 cm

मीटर मे-  1.70 M 

फीट मे-  5′ 5”

वजन 76 Kg
आंखों का रंग  काला
बालों का रंग काला

 

 निजी जीवन ।

शिव नाडार ने किरण नाडार से शादी की और इस दंपति कि एकमात्र संतान इनकी बेटी हैं, जिनका नाम रोशनी नादार मल्होत्रा है। 

 

किरण नाडार, एक भारतीय कला संग्रहकर्ता और परोपकारी हैं, और इसके अलावा वे ‘शिव नादर फाउंडेशन’ की ट्रस्टी और ‘किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट’ की संस्थापक भी हैं। किरण नाडार अपने पति शिव नादर से एक विज्ञापन एजेंसी में मिलीं, जहां वह काम करती थीं।

 

शिव नाडार और किरण नाडार कि बेटी रोशनी नादार मल्होत्रा का विवाह शिखर मल्होत्रा से हुआ है और इनके दो बच्चे हैं, जिनका नाम अरमान और जहान है।

 

 पारिवारिक जानकारियां ।

माता/ पिता शिवसुब्रमनियन नाडार (पिता)

वामासुन्दरीदेवी (माता)

पत्नी किरण नादर
    बेटी रोशनी नादर मल्होत्रा (बेटी)
दामाद शिखर मल्होत्रा
नवासा           अरमान और जहान

 

 

शिव नाडार के करियर की शुरुआत ।

कुछ साल पहले फो‌र्ब्स की सूची में शामिल धनी भारतीयों में से एक, शिव नाडार HCL कि स्थापना करने से पहले वर्ष 1968 तक तमिलनाडु की डीसीएम कंपनी में काम करते थे। उसके बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और दिल्ली आ गए। वहाँ उन्होंने एक क्लॉथ मिल मे भी नौकरी की।

अपने साथ के सात लोगों का एक समुह बनाया और उनसे अपनी योजनाओं के बारे में बात की- ‘कि क्यों न एक कंपनी बनाई जाए, जो ऑफिस इक्विपमेंट्स बनाने का काम कर सके।

 

 

एचसीएल (HCL) इंटरप्राइजेज की शुरुआत ।

अपनी नौकरी के दौरान शिव नाडार ने अपने साथ के सात लोगों का एक समुह बनाया और उनसे अपनी योजनाओं के बारे में बात की- ‘कि क्यों न एक कंपनी खोली जाए, जो ऑफिस इक्विपमेंट्स बनाए।”

 

उनके समुह मे सात लोगो मे-  अजय चौधरी (पूर्व चेयरमैन, एचसीएल), अर्जुन मल्होत्रा (सीईओ और चेयरमैन, हेडस्ट्रॉन्ग), योगेश वैद्य, सुभाष अरोड़ा, एस. रमन, डीएस पुरी और महेंद्र प्रताप थे। अपने समुह कि मदद से शिव नाडर ने अगस्त 1976 में अपनी कंपनी ‘एचसीएल (हिंदुस्तान कम्प्यूटर्स लिमिटेड) इंटरप्राइजेज’ की स्थापना एक गैरेज में की। 

 

 

शिव नाडार और HCL का सफर ।

वर्ष 1980 में, एचसीएल ने आईटी हार्डवेयर बेचने के लिए सिंगापुर में कंप्यूटर बेचने की शुरुआत की और इसके साथ ही HCL ने अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कदम रखा था। अपने पहले ही वित्त वर्ष में कंपनी को 10 लाख रुपये की आय हुई। इसके बाद कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 

 

शिव नाडार कि यह कंपनी आईबीएम जैसी बड़ी कंपनियों से कंप्यूटर लेकर इसकी आपूर्ति करती थी। लेकिन वर्ष 1982 में जब आईबीएम ने ‘एचसीएल’ को कंप्यूटर मुहैया कराना बंद कर दिया, तब शिव नाडार और उनके साथियों ने मिलकर अपना पहला कंप्यूटर बनाया। वर्ष 1991 में वे एचसीएल (HCL) टेक्नोलॉजी के साथ बाजार में एक नए रूप में आए।

 

अब स्थिति यह है कि, एचसीएल की 80 फीसदी कि कमाई कंप्यूटर और ऑफिस इक्विपमेंट्स से हीं होती है। फरवरी 1987 में चर्चित ‘टाइम’ पत्रिका

ने लिखा था कि, “पूरी दुनिया नाडार की सोच और भविष्य के लिए तैयार किए गए नेटवर्क को देखकर आश्चर्यचकित और मुग्ध है।”

 

पिछले 45 सालों में भारत में तकनीकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा मे एचसीएल को नई उँचाई तक ले जाने मे शिव नाडार की मेहनत, लगन और उनका नेतृत्व ही प्रमुख रहा। 

 

नेतृत्व के बारे मे, शिव नाडार ने एक बार कहा था कि, “मैं नेतृत्व के अवसर नहीं देता, बल्कि उन लोगों पर निगाह रखता हूं, जो कमान संभाल सकते हैं।”

 

तमिलनाडु में पहली नौकरी छोड़ कर दिल्ली में भी क्लॉथ मिल की जमी-जमाई जॉब को भी छोड़ देना, किसी भी व्यक्ति के लिए जोखिम भरा कदम था। लेकिन शिव नाडार ने यह जोखिम भरा कदम उठाया और वे न सिर्फ कामयाब हुए, बल्कि उन्होंने अपने साथियों और कंपनी में निवेश करने वाले निवेशकों का भरोसा भी जीता। 

 

शिव नाडार कहते हैं कि-  “पिछले तीन-चार दशक में मैंने देखा है कि आईटी इंडस्ट्री का काफी विकास हुआ है। खासकर, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, सर्विसेज, सॉल्यूशंस, नेटवर्किग, कम्युनिकेशन, इंटरनेट और आईटी इन्फ्रॉस्ट्रक्चर की दिशा में काफी संभावनाएं बढ़ी हैं। मैंने समय रहते अवसर पहचान लिया और इसीलिए कामयाब भी हुआ।”

 

जहाँ कंपनी को अपने पहले ही वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये की आय हुई थी, वहीं वित्त वर्ष 2020 के पहली तिमाही में कंपनी को 2925 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ।

 

हालांकि, वर्ष 2020 में उन्होंने HCL मे अपने अध्यक्ष और निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया है, और उनकी कमान संभाली है उनकी इकलौती बेटी, रोशनी नादार मल्होत्रा ने। उनकी बेटी रोशनी नादार, एचसीएल में बतौर चेयरमैन पद पर कार्यरत है। हालांकि वे कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर बने हुए हैं। 

 

शिव नाडार का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन। (वर्ष 2021मे)

यह जानकारी October, 2021 में आई एक रिपोर्ट के द्वारा दी गई है।

 

आवास  नई दिल्ली (भारत)
नेटवर्थ

(2021में)

$28.7 Billion

₹2.09 Lakh Crore (INR)

मासिक आय $160 Million  +
वार्षिक आय $2 Billion +
आय का स्रोत Businesses
शौक / रुचि फिल्में देखना।

 

एस एस एन इंजीनियरींग महाविद्यालय की स्थापना ।

 

वर्ष 1996 में, शिव नाडार ने अपने पिता कि याद में एक इंजीनियरिंग कालेज कि स्थापना की और नाम दिया एसएसएन कॉलेज। यह कॉलेज उन्होने तमिलनाडु के चेन्नई मे अपने पिता शिवसुब्रमनियन नाडार के नाम पर स्थापित किया है। 

 

इस कॉलेज की गतिविधियों में शिव नाडार ने बहुत ही सक्रिय भूमिका निभाई थी, जिसमें रुपये का उपहार भी शामिल था। 

 

नादर 2005 में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के कार्यकारी बोर्ड में शामिल हुए। वर्ष 2006 में, शिव नादर ने यह घोषणा की, कि कॉलेज यह सुनिश्चित करने के अलावा अनुसंधान को बढ़ावा देगा, कि छात्रों को विदेशी विश्वविद्यालयों से लाभ मिले।

 

इसके बाद मार्च 2008 में शिव नाडार के ‘एसएसएन ट्रस्ट’ द्वारा ग्रामीण छात्रों के लिए यूपी में दो विद्याज्ञान स्कूलों की स्थापना करने की घोषणा की गई, जहां से 200 छात्रों को मुफ्त छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। 

 

फरवरी 2011 में उन्होंने टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल का दौरा किया और वहाँ उन्होंने 80 लाख रुपये के कंप्यूटर और अन्य उपकरण दान दिए। 

 

वर्ष 2014 तक उन्होंने एक तकनीकी संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (IIT खड़गपुर, IIT-KGP) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

 

 

शिव नाडार को मिले पुरस्कार और सम्मान ।

1995 :  ‘Dataquest IT Man of the year’ बने।

 

2005 :  CNBC बिजनेस एक्सीलेंस अवार्ड जीता।

 

2006 :   All India Management Association-AIMA द्वारा मानद फेलोशिप का अवार्ड।

 

2010 :  Dataquest लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड।

 

2007 :  मद्रास विश्वविद्यालय ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।

 

2007 :  ‘ई एंड वाई एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर- 2007 (सर्विसेज)’ से सम्मानित। 

 

2008 :  भारत सरकार द्वारा भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित।

 

2011 :  फोर्ब्स के एशिया प्रशांत क्षेत्र में परोपकार के 48 नायकों में शामिल।

 

2017 :  इंडिया टुडे पत्रिका ने 2017 की सूची में भारत के 50 सबसे शक्तिशाली लोगों में नादर को 16वां स्थान दिया। शिव नादर ने परोपकार के लिए $1 बिलियन से अधिक की राशि दान मे दी है।

 

 

शिव नाडर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य ।

  • शिव नादर ने अपना करियर कि शुरुआत, पुणे में वॉलचंद ग्रुप कूपर इंजीनियरिंग के साथ किया। इसके बाद वर्ष 1967 में उन्होंने सात साथियों के साथ मिलकर माइक्रोकॉप कंपनी बनाई और बाद में उसे टेलीडिजिटल कैलकुलेटर को बेच दिया।

 

  • 1976 में, शिव नादार ने 1 लाख 87 हजार रुपये के साथ HCL की नींव रखी।

 

  • 1980 के दौरान इस कंपनी ने अपनी पहली ब्रांच सिंगापुर में खोली। इसके साथ हीं HCL ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कदम रखा और पहले साल के वित्त वर्ष मे 10 लाख रुपये कमाएं।

 

  • HCL एशिया की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है। इस कंपनी की इस सफलता में, इसमें काम करने वाले कर्मचारियों का खासा योगदान रहा है। इस कंपनी में कर्मचारियों को मर्सडीज कार और पेड छुट्टियों जैसे रिवॉर्ड भी दिये जाते है।

 

  • शिव नादर ने चेन्नई में ‘एसएसएन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग’ की स्थापना की। यह कॉलेज उन्होंने अपने पिता, शिवसुब्रमनियन नाडार की याद में शुरू किया था।

 

  • वर्ष 2008 में शिव नाडार को आईटी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से नवाजा गया और मद्रास यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि दी।

 

  • शिव नाडर को फिल्में देखने का बहुत शौक है, और उनके पास 4000 से ज्यादा फिल्मों का संग्रह है।

 

 

शिव नाडार (Shiv Nadar) के विचार (Ideology) ।

“लक्ष्य तय करने के लिए सपने देखें, अगर आप सपने ही नहीं देखेंगे तो आपका कोई लक्ष्य भी नहीं होगा, और बिना लक्ष्य के सफलता नहीं पाई जा सकती !!”

 

“यदि आपके पास उत्कृष्ट लोग हैं, तो आपको उनके हाथ मे पावर देनी होगी !!”

 

“जब किसी चीज के सपने देखते हो तो उसमें असफल होने के लिए भी तैयार रहना चाहिए !!”

 

“दुनिया मे बहुत सारे अवसर है। इसलिए डरना नही चाहिए !!”

 

“अगर आप सपनो को पाने के लिए धैर्य रखते हो तो उसे पाने का आत्मविश्वास बढ़ जाता हैं !!”

“व्यक्तिगत और सामाजिक बदलाव के लिए शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार हैं !!”

 

“जब आप एक बिज़नेस चला रहे हैं, तो अपने आपको लगातार मजबूत बनाने की आवश्यकता है। तेजी से बदलाव के इस दौर में आगे रहने और व्यवसाय में किसी भी रूप में खुद को चिपक कर रहने से छुटकारा देने के लिए दूरदर्शिता होनी चाहिए !!”

 

“आप जितने छोटे हैं, उतने ही अधिक साहस और दृढ़ता के साथ आपको दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करने होंगे, और व्यक्तिगत रूप से लक्ष्य के लिए काम करना होगा। आपमे रिस्क उठाने का विश्वास होगा, क्योंकि आपके पास समय है। आप जो कुछ भी करते हैं, उसमें नवीनता ला सकते हैं और खुद को लगातार मजबूत बना सकते हैं !!”

“हम किसी नियम के तहत काम नहीं करते; हम सिचुएशन के अनुसार नियम बनाते हैं और उसको फॉलो करते हैं !!”

 

“किसी भी संस्था के तरक्की का प्रमुख कारण उसके पुराने छात्र हैं। हम अपने छात्रों को वैश्विक अनुभव प्रदान करने पर ध्यान देते हैं !!”

 

“कोई भी 18 साल का बालक जो हमारे बिजनेस के काबिल है और हम उन्हें इंजीनियरिंग केवल दो वर्षों में पढ़ा सकते हैं !!”

 

“मैं नेतृत्व के अवसर नहीं देता, बल्कि उन लोगों पर निगाह रखता हूं, जो कमान संभाल सकते हैं।”

“कोई भी विद्यालय जो समाज में बदलाव लाना चाहता है उसे पहले कुछ लीडर्स तैयार करने पड़ेंगे !!”

 

शिव नाडार (Shiv Nadar) के बारे में पूछे गए प्रश्न ।

प्रश्न :  शिव नाडार (Shiv Nadar) कौन है ? 

उत्तर :  एचसीएल टेक्नॉलोजीज के संस्थापक तथा अध्यक्ष, और एस एस एन इंजीनियरींग महाविद्यालय के संस्थापक हैं।

 

प्रश्न : शिव नाडार का जन्म कब हुआ था ? 

उत्तर : शिव नाडर का जन्म 14 जुलाई 1945 को हुआ।

 

प्रश्न : क्या शिव नाडार धूम्रपान करना पसंद करते हैं ?

उत्तर : नहीं

 

प्रश्न : शिव नाडार की पत्नी का नाम क्या है ?

उत्तर :  किरण नाडार (Kiran Nadar)

 

प्रश्न : शिव नाडार के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : एक बेटी-   रोशनी नाडार मल्होत्रा

 

प्रश्न : शिव नाडार की 2021 में नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर :  $28.7 Billion; [₹2.09 Lakh Crore +  (INR में)]

 

प्रश्न : शिव नाडार की 2021 में मासिक आय कितनी है ? 

उत्तर :  $160 Million  +

 

प्रश्न : शिव नाडार की 2021 में वार्षिक आय कितनी है ?

उत्तर:  $2 Billion +

 

प्रश्न : शिव नाडार (Shiv Nadar) की पत्नी कौन है और वह क्या करती है ?

उत्तर : शिव नाडर की पत्नी किरण नाडार (Kiran Nadar) हैं, और वह पेशे से एक भारतीय कला संग्रहकर्ता और परोपकारी हैं, और इसके अलावा किरण ‘शिव नादर फाउंडेशन’ की ट्रस्टी और ‘किरण नादर म्यूजियम ऑफ आर्ट’ की संस्थापक भी हैं।

 

प्रश्न : शिव नाडार (Shiv Nadar) किस जाति के हैं ?

उत्तर : हिन्दु 

 

 

 आभार ।

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