कभी गन्ने से जैवलिन कि ट्रेनिंग करके वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली अनु रानी, बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी अपना दमखम दिखाने को हैं तैयार…
जैवलिन थ्रोअर अनु रानी का जीवन परिचय | Annu Rani Biography in Hindi
कभी गन्ने से जैवलिन कि ट्रेनिंग करके वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली अनु रानी, बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भी अपना दमखम दिखाने को हैं तैयार…
अनु रानी का जीवन परिचय (अनु रानी, विकी, जन्म, शिक्षा, परिवार, करियर, जैवलिन, बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप शादी, नेटवर्थ) | Annu Rani Biography in Hindi [ Annu Rani, Wiki, Birth, Education, Family, Career, Javelin, Birmingham commonwealth games, World Athletic Championship, marriage, Net worth ]
अनु रानी | Annu Rani
भारतीय महिला जैवलिन थ्रोअर।
Annu Rani Biography in Hindi : दोस्तों, खेल के इतिहास में भारत ने दुनिया भर में अपने झंडे गाड़े हैं। कुछ ऐसा ही किया था, नीरज चोपड़ा ने पिछले वर्ष टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर। जिसके बाद से
उत्तर प्रदेश के बहादुरपुर की रहने वाली 30 वर्षीय अन्नू, बचपन में क्रिकेट खेला करती थीं। अन्नु, पूर्वी भारत की पहली महिला जेवलिन थ्रोअर भी हैं। तो आइए जानते हैं, कौन हैं अन्नु रानी ? और उनके जीवन परिचय से लेकर एथलीट और अब तक के करियर के पूरे सफर के बारे में विस्तार से। तो बनें रहें आज के हमारे ” Annu Rani biography in Hindi | अन्नु रानी का जीवन परिचय ” के इस लेख में। जानिए, छोटी उम्र में ही बैडमिंटन में अपना नाम कमाने वाली, ” गायत्री पुलेला गोपीचंद का जीवन परिचय | Gayatri Pullela Gopichand biography in hindi “
कौन हैं अनु रानी | Who is Annu Rani ?
Annu Rani Biography in Hindi : दोस्तों, अनु रानी एक भारतीय जैवलिन (भाला फेंक) एथलीट हैं। और वर्तमान में 60 मीटर से अधिक की दूरी तक भाला फेंकने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड उनके ही नाम है। हाल ही मे हुए, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप- 2022 के जेवलिन चैंपियनशिप में अनु ने 63.82 मीटर भाला फेंक कर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। उन्होंने छः बार अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा है। हालांकि, वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के जैवलिन थ्रो के फाइनल में उन्हें सातवें स्थान से ही संतोष करना पड़ा। वे दूसरी बार फाइनल में पहुंची थीं।

जैवलिन थ्रोअर अनु रानी का जीवन परिचय | Annu Rani Biography in Hindi
इसके पहले भी वर्ष 2019 में भी वर्ल्ड चैंपियनशिप के फ़ाइनल्स तक पहुंची थी। वे ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला हैं। अन्नू रानी ने 18 साल की उम्र में 59वें नेशनल ओपन एथलीट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। 28 जुलाई 2022 से बर्मिंघम में शुरू होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में अनु रानी एक बार फिर से अपना दमखम दिखाने के लिए तैयार हैं, और वे भारत की 215 सदस्यीय टीम में शामिल है। उनका मुकाबला 5 अगस्त को होगा। अनु रानी के बारे में आगे जानने के लिए बने रहे हमारे ” अनु रानी का जीवन परिचय | Annu Rani Biography in hindi ” के इस पेज पर। जानिए भारत के महिला क्रिकेटर और भारत के सबसे तेज गेंदबाज, चकदा एक्सप्रेस के नाम से मशहूर ” झूलन गोस्वामी का जीवन परिचय | Jhulan Goswami biography in hindi “
Table of Contents
अनु रानी का जीवन परिचय : एक नजर में ।
नाम (Name) : अनु रानी (Anu Rani)
जन्म (Birth) : 28 अगस्त 1992
उम्र (Age) : 30 वर्ष- 2022 में
जन्म स्थान (Birth place) : बहादुरपुर, मेरठ (उत्तर प्रदेश)
पिता (Father) : अमरपाल सिंह
माता (Mother) : मुन्नी देवी
गृहनगर (Hometown) : बहादुरपुर, मेरठ (उत्तर प्रदेश)
स्कुल (School) : श्री गांधी स्मारक इंटर कालेज, दबथुआ
शिक्षा (Education) : 12वीं तक की पढ़ाई
राष्ट्रीयता (Nationality) : भारतीय
धर्म (Religion) : हिन्दू
पेशा (Profession) : भारतीय महिला जैवलिन थ्रोअर (भाला फेंक)
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (Best Score) : 63.82 मीटर (वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप- 2022)
अनु रानी का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा | Annu Rani Early Life & Education
Annu Rani Biography in Hindi : Early Life – दोस्तों, अनु रानी का जन्म, 28 अगस्त 1992 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में बहादुरपुर गांव में हुआ था। वे एक किसान परिवार से आती हैं और उनके पिता अमरपाल सिंह पेशे से एक किसान और मां एक ग्रहणी है। अनु का एक भाई भी है, जिनका नाम उपेंद्र कुमार है।
अनु रानी कि शिक्षा और ट्रेनिंग | Annu Rani Education
Annu Rani Biography in Hindi : Education – एक बार बचपन में परिवार के साथ खेले जा रहे एक क्रिकेट मैच के दौरान अनु ने जब काफी दूर से बॉल को आसानी से फेंका तो उनके भाई ने उनकी बाजुओं की ताक़त को पहचाना और उन्होंने एक गन्ने को भाले की शक्ल देते हुए उसे अनु के हाथों में थमा दिया। फिर क्या था अनु ने इसका अभ्यास करना शुरू कर दिया।
अनु जब नौवीं कक्षा में थी, तब से ही वे अपने खेत में गन्नों के सहारे लंबी दूरी तक फेंककर प्रैक्टिस किया करती थीं। वह गांव में स्थित कॉलेज में अभ्यास करती थीं। लेकिन वो कहते हैं ना कि, जब भी आप कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो लोग आपका साथ देने के बजाय आपको ही वह काम करने के लिए मना करते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ अनु रानी के साथ भी। जानिए भारतीय महिला वेटलिफ्टिंग में भारत को ओलंपिक पदक दिलाने वाली ” मीराबाई चानू का जीवन परिचय | Mirabai Chanu biography in Hindi “

अनु रानी | Annu Rani
जब अनु इस खेल में अपना करियर बनाने के बारे में सोच रही थी, तब उनके रूढ़िवादी पिता ने ही उनके इस विचार को मानने से मना कर दिया, कि उनकी बेटी एक एथलीट बनना चाहती हैं। क्योंकि उन दिनों, अधिकांश लड़कियाँ घर के काम किया करती थी। हालाँकि, अनु घर में सबसे छोटी और सबकी चहेती थी तो उन्होंने आखिरकार अपने पिता को इसके लिए मना ही लिया।
यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन अभ्यास के लिए उन्हें एक अच्छे भाले की जरूरत थी और एक अच्छे भाले की कीमत क़रीब 1 लाख रुपये थी। जिसे वो ख़रीदने में सक्षम नहीं थीं। पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, कहते हैं ना कि अगर दिल में कुछ करने की इच्छा हो तो रास्ते मिल ही जाते हैं। उन्होंने भी इसका रास्ता निकाला और और बाँस को ही भाला का रूप देकर उससे ही प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया। हालांकि बाद में अनु रानी के पिता अमरपाल ने कर्ज लेकर उन्हें एक महंगा भाला दिलाया था।
स्कूल में पढ़ते हुए उन्होंने स्कूल और ज़िला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। माध्यमिक की पढ़ाई के दौरान अनु 25 मीटर कि दूरी तक भाला फेंक लेती थीं। इस खेल में उनकी रूचि और तरक्की को देखते हुए, उनके परिवार ने भी पूरी ताक़त के साथ अनु का साथ दिया।
क्योंकि यह खेल तकनीक का है, और लंबी दूरी तक भाला फेंकने के लिए आपको तकनीक का इस्तेमाल करना होता है। भाला फेंकने में, ऐंगल- किस कोण पर भाले को फेंकना है, रिलीज़ पॉइंट- भाले को हाथ से कब छोड़ना है और ट्राजेक्ट्री- वो रास्ता जिस पर भाले को फेंकना है- ये सभी तकनीक बहुत अहम होती है। जिसका एहसास अनु को बहुत ही जल्द हो गया कि, भाला फेंकने में सफल होने के लिए ताक़त होने के बावजूद इसमे उन्हें भाला फेंकने की तकनीक पर काम करना होगा। जिसके बाद उन्होंने भाला फेंक में पूर्व भारतीय खिलाड़ी काशीनाथ नाइक से प्रशिक्षण लेने के बारे में सोचा।
आपको बता दें कि, काशीनाथ नाइक ने दिल्ली में आयोजित 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता था। अनू रानी ने काशीनाथ नाइक से प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया और उनकी मेहनत रंग लाई। अनु ने भाला फेंक का राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। बाद में उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड छह बार तोड़ डाला। आखिरकार उन्हें ‘इंडियन क्वीन ऑफ़ जैवलिन’ के रूप में सम्मान मिलने लगा। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जानिए भारत के महान फुटबॉलर ” सुनील छेत्री का जीवन परिचय | Sunil Chhetri biography in Hindi “
शारीरिक संरचना | Body Measurement
लंबाई (Height) |
से० मी०- 165
मी०- 1.65 फीट – 5′ 6″ |
वजन (Weight) |
68 Kg (139 पौंड) |
शारीरिक संरचना (Figure) |
30-28-32 |
आंखों का रंग (eye color) |
हल्का भुरा |
बालों का रंग (Hair color) |
काला |
अनु रानी का करियर | Annu Rani Career
Annu Rani Biography in Hindi : Athlete Career – अनु ने, काशीनाथ नायक के सानिध्य में अभ्यास करते हुए, भाला फेंक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और बाद में उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड छह बार तोड़ा था। वर्तमान में भी राष्ट्रीय रिकॉर्ड इनके ही नाम है, जिन्होंने 60 मीटर से अधिक की दूरी तक भाला फेंका है।
वर्ष 2014 में लखनऊ में आयोजित, राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप में अनु रानी ने 58.83 मीटर भाला फेंक कर न केवल स्वर्ण पदक अपने नाम किया बल्कि 14 साल पुराना राष्ट्रीय कीर्तिमान भी तोड़ डाला था। इसके साथ ही अनु राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भी क्वालिफाइ कर गई थीं। उसी वर्ष दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित एशियाई खेलों में उन्होंने 59.53 मीटर भाला फेंक कर कांस्य पदक हासिल किया।
दो साल बाद नैशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप- 2016 में उन्होंने पहली बार 60 मीटर के अवरोध को तोड़ते हुए 60.1 मीटर भाला फेंका और अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा। रानी ने वर्ष 2017 में भुवनेश्वर में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक अपने नाम किया।

एक इवेंट के दौरान जैवलिन थ्रो करते हुए अन्नु रानी।
वर्ष 2019 में दोहा में आयोजित विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली अनु पहली भारतीय महिला थी। उन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के क्वॉलिफिकेशन राउंड में आठवें नंबर पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन पदक से चूक गई थीं। उसी वर्ष चेक रिपब्लिक में आयोजित आईआईएएफ एथलेटिक्स चैलेंज में उन्होंने एक बार फिर से कांस्य पदक जीता। और इसके अगले साल, वर्ष 2020 में उन्होंने एथलेटिक्स में ‘स्पोर्ट्स स्टार एस स्पोर्स्टवूमन ऑफ़ द ईयर’ का अवार्ड जीता।
अन्नू ने 18 वर्ष की उम्र में 59वें नेशनल ओपन एथलीट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद, ओस्त्रावा में हुए आईएएएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके बाद, पिछले वर्ष उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स- 2021 में जेवलिन थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, अन्नु रानी से पहले सिर्फ गुरमीत कौर ने साल 2000 में, सिडनी ओलिंपिक खेलों में महिला जेवलिन थ्रो स्पर्धा में देश का प्रतिनिधित्व किया था। जानिए भारत की महिला शटलर खिलाड़ी ” पीवी सिंधु का जीवन परिचय | P.V. Sindhu biography in hindi “
वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप- 2022 में अनु रानी का प्रदर्शन | Anu Rani performance in world athlete championship 2022
Annu Rani Biography in Hindi : World athlete championship 2022 – हाल ही में वर्ष 2022 में सम्पन्न हुए, वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप में अनु रानी ने दूसरी बार फाइनल में अपनी जगह बनाई थीं। हालांकि, इस प्रतियोगिता में उन्हें सातवें स्थान से ही संतोष करना पड़ा। लेकिन इस प्रतियोगिता में अनु का यह स्थान भी काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह विश्व एथलीट चैंपियनशिप के भाला फेंक प्रतियोगिता में दो बार जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।
वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप में, जैवलिन थ्रो के फाइनल में उनका सबसे बेहतरीन थ्रो 61.12 मीटर का रहा और उन्होंने सातवां स्थान प्राप्त किया। अन्नू ने अपने दूसरे प्रयास में 61.12 मीटर की दूरी तय की और यही उनका सबसे बेहतरीन थ्रो रहा। उनकी पांच थ्रो 60 मीटर की दूरी को पार नहीं कर सके। अन्नू ने फाइनल मैच में पहले 56.18 मीटर की दूरी तय की फिर 61.12 मीटर, 59.27 मीटर, 58.14 मीटर, 59.98 मीटर और 58.70 मीटर की दूरी हासिल की। जानिए ढिंग एक्सप्रेस के नाम से जाने वाली, ” हिमा दास का जीवन परिचय | Hima Das biography in hindi “
अनु रानी की उपलब्धियां | Annu Rani Achievements
2020 : ‘एथलेटिक्स में स्पोर्ट्सस्टार एस स्पोर्स्टवूमन ऑफ़ द ईयर’ का अवार्ड जीता।
2019 : एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, दोहा में रजत पदक अपने नाम किया।
2019 : चेक रिपब्लिक में आयोजित आईआईएएफ (IIAF) एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
2017 : भारत के भुवनेश्वर में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
2014 : दक्षिण कोरिया के एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता।
अनु रानी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Some Interesting Facts About Annu Rani
- अनु रानी का जन्म, उत्तर प्रदेश में मेरठ के बहादुरपुर गांव में हुआ था।
- वे एक किसान परिवार से आती हैं और उनके पिता अमरपाल सिंह पेशे से एक किसान और मां एक ग्रहणी है।
- अनु ने अपनी शुरूआती ट्रेनिंग अपने भाई, उपेंद्र कुमार से ली थी।
- शुरुआत में अनु के पिता इसके लिए राजी नहीं थे। लेकिन अनु के मनाने पर, बाद में वे इसके लिए मान गए।
- वे शुरू में अपने खेतो में गन्ने के साथ ट्रेनिंग किया करती थी। बाद में उन्होंने बांस कि जैवलिन बनाकर ट्रेनिंग की।
- माध्यमिक की पढ़ाई के दौरान अनु 25 मीटर कि दूरी तक भाला फेंक लेती थीं।
- उन्होंने भाला फेंक के पूर्व भारतीय खिलाड़ी काशीनाथ नाइक से प्रशिक्षण लिया।
- अनु ने भाला फेंक का राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। बाद में उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड छह बार तोड़ा।
- उन्होंने टोक्यो ओलंपिक्स- 2021 में जेवलिन थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया था।
- वर्ष 2022 के वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप में अनु सातवें स्थान स्थान पर रहीं।
- वह विश्व एथलीट चैंपियनशिप के भाला फेंक प्रतियोगिता में दो बार जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।
अनु रानी के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।
प्रश्न : अनु रानी कौन है ?
उत्तर : अनु रानी एक भारतीय जैवलिन (भाला फेंक) एथलीट हैं। हाल ही में, वर्ष 2022 के वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप में जेवलिन में अनु को सातवां स्थान मिला। अनु ने छः बार अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा है। वे वर्ल्ड चैंपियनशिप के फ़ाइनल्स तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।
प्रश्न : अनु रानी का जन्म कब हुआ ?
उत्तर : अनु रानी का जन्म 28 अगस्त 1992 को बहादुरपुर, मेरठ (उत्तर प्रदेश) में हुआ था।
प्रश्न : अनु रानी की उम्र कितनी है ?
उत्तर : 30 वर्ष – 2022 में।
प्रश्न : अनु रानी किस राज्य से हैं ?
उत्तर : अनु रानी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य से हैं।
प्रश्न : अनु रानी को वर्ल्ड एथलीट चैंपियनशिप-2022 में कौन सा स्थान मिला ?
उत्तर : 7वां स्थान।
प्रश्न : अनु रानी किस खेल से संबंधित हैं ?
उत्तर : जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) से संबंधित।
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आभार ।
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