बाबा रामदेव की बायोग्राफी | Baba Ramdev Biography in Hindi

बाबा रामदेव की बायोग्राफी | Baba Ramdev Biography in Hindi

 

बाबा रामदेव (स्वामी रामदेव)

(Baba Ramdev)

विश्वप्रसिद्ध भारतीय योग गुरु एवं पतंजलि योगपीठ के संस्थापक ।

 

बाबा रामदेव एक विश्व प्रसिद्ध भारतीय योग-गुरु हैं। उन्होंने योगासन व प्राणायाम के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। बाबा रामदेव अलग-अलग जगहों पर योग-शिविरों का आयोजन करते हैं, जिनमें अलग-अलग सम्प्रदाय के लोग आते हैं, और योग के द्वारा अपनी बीमारियों के उपचार के बारे में उनसे सवाल पूछते हैं। 

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योगा और प्राणायाम के माध्यम से वे विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। उनके द्वारा ही योगा एवं प्राणायाम को विश्व भर में एक नई पहचान मिली है, और लोगों मे योगा और प्राणायाम को लेकर जागरूकता भी बढ़ी है। वे हमेशा अपने शिविर में योगा, प्राणायाम और आयुर्वेदा के फायदों के बारे में लोगों को बताते हैं और भारतीयों को स्वदेशी चीजों को अपनाने पर भी जोर देते हैं।

स्वामी रामदेव अब तक देश-विदेश के करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से योग सिखा चुके हैं। उन्होंने अपने सहयोगी बालकृष्ण के साथ पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की सह-स्थापना की है। जिसमें वे, केमिकल रहित प्रोडक्ट बनाने का दावा करते हैं, और इसके उपयोग के लिए भारतीयों को जोर भी देते हैं कि वह स्वदेशी अपनाएं।

 

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बाबा रामदेव की बायोग्राफी | Baba Ramdev Biography in Hindi

बाबा रामदेव की बायोग्राफी | Baba Ramdev Biography in Hindi

बाबा रामदेव का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    रामकृष्ण यादव (स्वामी रामदेव)

उपनाम  :    बाबा रामदेव, स्वामी रामदेव, योग गुरु।

जन्म  :   26 दिसम्बर 1965

जन्म स्थान  :  सैयद अलीपुर, कस्बा-नांगल चौधरी, जिला-महेंद्रगढ़, हरियाणा, (भारत)

पिता  :   राम निवास यादव

माता  :   गुलाबो देवी

स्कूलिंग  :   राजकीय स्कूल, शहजादपुर

शिक्षण संस्थान गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार  

धर्म  :   हिंदू

राशि  :   मकर 

वैवाहिक स्थिति  :   अविवाहित

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

व्यवसाय योगी

विख्यात  :   योगा, प्राणायाम, राजनीति और व्यवसाय

उपाधि  :   योग गुरु।

 

बाबा रामदेव का प्रारंभिक जीवन ।

बाबा रामदेव का जन्म 26 दिसंबर 1965 को भारत में हरियाणा राज्य के महेन्द्रगढ़ जनपद स्थित अली सैयदपुर नामक गाँव में हुआ। उनकी माता का नाम गुलाबो देवी एवं उनके पिता का नाम रामनिवास यादव है। बाबा रामदेव के बचपन का नाम रामकृष्ण यादव है। उनके पिता गांव में साधारण किसान थे और खेती बाड़ी का काम करते थे।

स्वामी रामदेव कुल चार भाई बहन है, जिसमें सबसे बड़े भाई का नाम गुरुदत्त है, दूसरे हैं स्वयं- रामदेव, तीसरे स्थान पर उनकी छोटी बहन वितंबरा, जबकि सबसे छोटे भाई का नाम राम भरत है। रामदेव बचपन मे अपने बड़े भाई गुरुदत्त के साथ कुश्ती लड़ा करते थे। 

 

शिक्षा ।

बाबा रामदेव ने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव के समीप एक दुसरे गांव शहजादपुर से आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की। आठवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद रामदेव का शरीर लकवा ग्रस्त हो गया, जिस कारण इनके आधे शरीर ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने योगा और प्राणायाम करना शुरू किया जिससे उनका लकवा ठीक हो गया। 

क्या आप जानते हैं, कि बाबा रामदेव स्कूल दिनों में भी स्कूल में ही अनशन पर बैठ गए थे। एक बार की बात है; रामदेव के स्कूल के समय मे, इनके स्कूल के अध्यापक बीड़ी पिया करते थे। जिस कारण बाबा रामदेव अनशन पर बैठ गए, और कहा कि; ‘जब तक आप बीड़ी नही छोड़ेगे, तब तक हम सब अनशन पर  बैठे रहेंगे।’  जिसके कारण उनके अध्यापक ने बीड़ी छोड़ दी। 

अपनी पढ़ाई के दौरान रामदेव ने अपने परिवार को बिना बताए पास के ही एक गांव खानपुर में एक गुरुकुल मे डेढ़ वर्ष तक आचार्य प्रद्युम्न एवं योगाचार्य बलदेव जी से शास्त्रों, पुराणों और वेदों का ज्ञान प्राप्त किया। 

इसके बाद बाबा रामदेव ने देश के कई गुरुकुल से धर्म, वेद, शास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया। इसके बाद रामदेव हरिद्वार आ गए और यहां से उन्होंने कांगड़ी विश्वविद्यालय एवं गुरुकुल में योग, वेद और धर्म-शास्त्रों का अध्ययन किया। 

 

 शारीरिक संरचना

लंबाई

से० मी०- 173

मी०- 1.73

फीट इन्च- 5’ 8”

वजन

65 कि० ग्रा०

शारीरिक माप

छाती-  38 इंच

कमर-  30 इंच

Biceps-  11 इंच

आंखों का रंग 

भूरा

बालों का रंग

काला

 

 बाबा रामदेव के करियर की शुरुआत ।

रामदेव ने हिंदू धर्म के कई शास्त्रों, वेदों और योग की शिक्षा लेने के बाद अपने युवावस्था में ही उन्होंने सन्यास धारण कर लिया। सन्यासी जीवन के दौरान रामदेव ने अपनी शिक्षा दीक्षा, स्वामी शंकर देव जी महाराज से प्राप्त की, जिसमें उन्होंने शास्त्रों का अध्ययन किया। उसके बाद इन्होंने लोगों को योग सिखाना शुरू किया तथा आयुर्वेद के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का काम किया। जिसके बाद वे बाबा रामदेव के नाम से प्रसिद्ध हुए।

 

बाबा रामदेव दिव्य योगपीठ ट्रस्ट की स्थापना ।

वर्ष 1995 मे, बाबा रामदेव ने आचार्य बालकृष्ण और आचार्य कर्मवीर के सहयोग से हरिद्वार में ‘दिव्य योग मंदिर’ की स्थापना की। यहां उन्होंने लोगों को योगा सिखाने का काम शुरू किया। जिसे 2003 में आस्था टीवी द्वारा सुबह 5:00 बजे प्रसारित किया जाने लगा। जिसकी वजह से उन्हें लोग पहचानने लगे। इनके योग कार्यक्रम को देखकर लोग घर बैठे हैं योगा करने लगे।  

शुरुआत मे बाबा रामदेव ने समान्य बीमारियो को ठीक करने के योग को सिखाया था। उसके बाद बाबा रामदेव ने कैंसर के बारे मे भी बताया। उनके अथक प्रयासों से आज योगा को भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्वभर में भी एक नई पहचान मिली है। आज पूरे विश्व भर में हर वर्ष, 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। 

बाबा रामदेव पहले ऐसे गैर-मुस्लिम समुदाय से है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश के देवबंद जिले के मुस्लिम-मौलवियों को योग की शिक्षा दी है। इतना ही नहीं, उन्होंने कई प्रमुख देशों जैसे,- अमेरिका, ब्रिटेन, जापान जैसे देशों को योग के महत्व के बारे में बताया और उन्हें योग की भी शिक्षा दी।

 

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पतंजलि योगपीठ और पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना ।

वर्ष 2006 में बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने मिलकर पतंजलि योगपीठ आयुर्वेद की स्थापना हरिद्वार मे किया। जिसके माध्यम से वे आयुर्वेद और योग को एक साथ मिलाकर लोगों को शिक्षा देने लगे। 

पतंजलि योगपीठ आयुर्वेद में स्वदेशी प्रोडक्ट लाकर देशवासियों को स्वदेशी अपनाने पर जोर दिया और देश में क्रांति खड़ी कर दी। इससे विदेशी कंपनियों की कमर टूट गई।  इसके साथ ही पतंजलि ने अपने कई ऐसे प्रोडक्ट भी मार्केट में उतारे जो दैनिक रूप से उपयोगी थी। उनके प्रोडक्ट धीरे-धीरे मार्केट में छाने लगे और बहुत ही तेजी से मार्केट में चल गई, जिस कारण आज बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद का सालाना टर्नओवर लगभग 2500 करोड़ रुपए है, और आज इसमें 5 लाख से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।

इसके अलावा ब्रिटेन, अमेरिका, नेपाल, कनाडा और मारीशस में भी पतंजलि योगपीठ की दो शाखाएँ हैं 

 

बाबा रामदेव का घर, संपत्ति, वार्षिक आय, मासिक आय, कार कलेक्शन (वर्ष 2021 मे) ।

बाबा रामदेव के पास खुद का एक घर है, तथा इनके पास पतंजलि का बहुत बड़ा नेटवर्क है।

वर्ष 2021 के अनुसार बाबा रामदेव की नेटवर्थ (Net Worth) 1540 करोड़ भारतीय रुपए है ।

 

पता

पतंजलि योगपीठ, महर्षि दयानन्द ग्राम, दिल्ली- हरिद्वार नेशनल हाईवे, नियर बहदरबाद, हरिद्वार, उत्तराखंड (भारत)

संपत्ति

(2021 में)

1540 करोड़ (in INR)

मासिक आय

₹50 लाख लगभग (in INR)

वार्षिक आय

₹ 5 से 6 करोड़ रुपए (in INR)

आय का स्रोत

बिजनेस (Business)

कार संग्रह

₹1.5 Crore + (in INR)

शौक / रुचि

योगा करना ।

 

बाबा रामदेव से जुड़े विवाद ।

1.  वर्ष 2006 में, उन्होंने एक कार्यक्रम में एड्स के बारे में कहा कि, ‘एड्स के मामलों पर रोक लगाने के लिए, यौन शिक्षा को योग शिक्षा से बदल दिया जाना चाहिए।’

उनके इस प्रकार के बयान पर उनकी का बहुत ही आलोचना की गई थी।

2.  4 जून 2011 को रामदेव ने दिल्ली के रामलीला मैदान पर भ्रष्टाचार और कालेधन को लेकर एक बड़ा जन आंदोलन छेड़ा था। जिसमें वे बिना आज्ञा के दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठ गए थे। लेकिन जब स्थानीय पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंची तो बाबा रामदेव वहाँ से महिलाओ के परिधान पहन कर चोरी छुपे वहां से भाग गए। जिसके बाद उन्हें रैपिड एक्शन फोर्स ने गिरफ्तार किया।

3.  वर्ष 2013 में, लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर अज्ञात कारणों के लिए बाबा रामदेव को करीब 8 घंटे तक हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई थी।

4.  उन्होंने आमिर खान की फिल्म “पीके” के प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए आग्रह किया था।  बाबा रामदेव के अनुसार, इस फिल्म में हिंदू धर्म की छवि को गलत ढंग से दिखाया गया है।

5.  दिसंबर 2016 को हरिद्वार अदालत ने बाबा रामदेव की ‘पतंजलि’ कम्पनी पर 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। क्योंकि वह अपने प्रोडक्ट के फायदों के लिए, गलत नामकरण और गुमराह करने वाले विज्ञापनों का इतेमाल कर रहे थे।

6.  रामदेव हिंदू पौराणिक कथाओं को इतिहास मानते हैं। गोमूत्र और गोबर से होने वाली बीमारियों के इलाज के बारे में उनके दावों का कोई वैज्ञानिक समर्थन नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि COVID-19 को सांस लेने पर नियंत्रण करके आत्म निदान किया जा सकता है, और सरसों का तेल वायरस को मारता है।

उनके द्वारा दिए गए इस प्रकार के बयानों और प्रथाओं में उनके विश्वास के लिए उनकी बहुत आलोचना की गई थी।

7.  जून 2020 में, पतंजलि ने कोरोनिल और स्वसारी को लॉन्च किया। जिसमें उन्होंने यह दावा किया था कि, COVID-19 के लिए एक आयुर्वेदिक उपचार प्रदान किया गया है। घंटों बाद, आयुष के केंद्रीय मंत्रालय ने एक बयान जारी कर रामदेव से COVID-19 के इलाज के रूप में दवा का विज्ञापन बंद करने को कहा। लॉन्च के एक दिन बाद, रामदेव और उनके सहयोगी बालकृष्ण के खिलाफ सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी द्वारा बड़ी संख्या में लोगों को गुमराह करने और जान जोखिम में डालने के लिए एक आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी। 

8.  मई 2021 में, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नवजोत सिंह दहिया ने स्वामी रामदेव के खिलाफ कोविड -19 रोगियों के इलाज के बारे में कथित रूप से आतंक पैदा करने और डॉक्टरों के प्रति मानहानि / अपमानजनक भाषा का उपयोग करके आतंक पैदा करने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया था।

 

बाबा रामदेव के देश के विकास में प्रमुख कार्य ।

  • बाबा रामदेव ने वर्ष 2006 में हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के साथ-साथ अत्याधुनिक औषधि निर्माण इकाई ‘पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की स्थापना की। इन सेवा-प्रकल्पों के माध्यम से स्वामी रामदेव योग, प्राणायाम, अध्यात्म आदि के साथ-साथ वैदिक शिक्षा व आयुर्वेद का भी प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। 
  • इसके अलावा, भारत में बढ़ते भ्रष्टाचार और इटली एवं स्विट्ज़रलैण्ड के बैंकों में जमा लगभग 400 लाख करोड़ रुपये के “काले धन” को स्वदेश वापस लाने की माँग करते हुए बाबा रामदेव ने पूरे भारत की एक लाख किलोमीटर की यात्रा भी की थी। भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा रामदेव जी अनवरत लड़ाई जारी है, और राष्ट्र निर्माण में भी वो प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। 
  • बाबा रामदेव ने स्वच्छ भारत अभियान में भी भाग लिया था। इस अभियान के तहत उन्होंने हरिद्वार और तीर्थ नगरी ऋषिकेश को गोद लेने की घोषणा कि थी।
  • इतना ही नहीं भारत में कोविड-19 के दौरान उन्होंने पतंजलि की तरफ से भारत सरकार को ₹25 करोड़ रुपए का दान भी दिया था।

 

स्वामी रामदेव को मिले पुरस्कार और सम्मान

2007 :  भुवनेश्वर की कलिंगा यूनिवर्सिटी द्वारा ‘डोक्टरेट’की उपाधि ।

2010 :  डी०वाई०पाटिल यूनीवर्सिटी द्वारा ‘डी.एससी. (ऑनर्स) इन योगा’ की उपाधि दी गयी।

2010 :  एमिटी यूनीवर्सिटी, नोएडा द्वारा डी.एससी. (ऑनर्स) प्रदान किया गया।

2011 :  महाराष्ट्र सरकार द्वारा ‘चन्द्रशेखरानन्द सरस्वती अवार्ड’ से सम्मानित।

2015 हरियाणा सरकार द्वारा ‘योगा व आयुर्वेद’ का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया।

2015 :  आईआईटी व एमिटी के द्वारा मानद डोक्टरेट की उपाधि दी गई।

ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय द्वारा बाबा रामदेव को ऑनरेरी डॉक्ट्रेट प्रदान की गयी।

एसोचैम द्वारा स्वामी रामदेव को ग्लोबल नॉलेज मिलेनियम ऑनर सहित देश-विदेश की अनेक संस्थाओं व सरकारों द्वारा प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया गया है।

राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति, आन्ध्रप्रदेश द्वारा स्वामी रामदेव को महामहोपाध्याय की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।

इंडिया टुडे पत्रिका द्वारा लगातार दो वर्षों से तथा देश की अन्य शीर्ष पत्रिकाओं द्वारा रामदेव को देश के सबसे असरदार व शक्तिशाली 50 प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया।

 

स्वामी रामदेव से जुड़े कुछ रोचक तथ्य ।

  1. वर्ष 1990 में बाबा रामदेव ने त्रिपुरा योग आश्रम, कनखल, हरिद्वार में आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात की, और बाद में वह दोनों हिमालय में अध्ययन करने के लिए चले गए। जहां रामदेव ने योग पर और बालकृष्ण ने आयुर्वेद पर अपना ध्यान केंद्रित किया।
  2. स्वामी रामदेव ने हिंदू शास्त्रों का गहन अध्ययन किया है और हरिद्वार में अलग-अलग गुरुओं से शिक्षा हासिल की हैं।
  3. बचपन में अधिक दवाइयों के सेवन के कारण उनका शरीर लकवाग्रस्त हो गया था। इसके बाद उन्होंने योग के द्वारा अपने लकवा ग्रस्त शरीर को स्वस्थ किया। वह अपने स्वास्थ्य में चमत्कारी लाभ के लिए योग को श्रेय देते है।
  4. प्राणायाम कार्यक्रम के दौरान वह 7 प्रकार से साँस लेने  का अभ्यास (अनुक्रम में) करते हैं, जैसे कि- भस्त्रिका प्राणायाम, कपालभाती प्राणायाम, बाह्य प्राणायाम, अनुलोम विलोम प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, उद्गीथ प्राणायाम और प्रणव प्राणायाम।
  5. बाबा रामदेव, बिस्मिल्लाह खान, भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस को अपना आदर्श मानते हैं, और उनके कमरे मे सुभाषचंद्र बोस और भगत सिंह की तस्वीर भी लगी रहती थी, जिसे देखकर वे अपनी मां से कहते थे कि, मैं भी इनके जैसा काम करुँगा। रामदेव बचपन मे रेडियो पर देशभक्ति गीत सुना करते थे।
  6. वर्ष 2006 में, उन्होंने हरिद्वार, उत्तराखंड में “पतंजलि योगपीठ” की स्थापना की, जिसमे लगभग 6000 लोगों की क्षमता के साथ आयुर्वेद और योग के लिए विश्व का सबसे बड़े केंद्र माना जाता है।
  7. बाबा रामदेव ने अपने व्यापारिक उद्यम का नाम महर्षि पतंजलि के नाम पर रखा।
  8. बाबा रामदेव सुबह 3 बजे उठ जाते हैं, और 18 से 20 घंटे तक कार्य करते हैं।
  9. पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड में उनके पास कोई भी हिस्सेदारी नहीं है, इसके बजाए, आचार्य बालकृष्ण की पतंजलि आयुर्वेद में 94% की हिस्सेदारी हैं। लेकिन बालकृष्ण किसी भी प्रकार का वेतन नहीं लेते हैं। शेष 6 % सरवन और सुनीता पोद्दार को दिया जाता है, वह स्कॉटलैंड के निवासी हैं। एक एनआरआई (NRI) के रूप में उन्होंने बालकृष्ण को व्यवसाय शुरू करने के लिए पहला ऋण दिया था।

 

बाबा रामदेव के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर ।

प्रश्न : बाबा रामदेव कौन है ?

उत्तर : विश्वप्रसिद्ध भारतीय योग गुरु एवं पतंजलि योगपीठ के संस्थापक ।

 

प्रश्न : बाबा रामदेव वर्तमान में कहां रहते हैं ?

उत्तर : पतंजलि योगपीठ, महर्षि दयानन्द ग्राम, दिल्ली- हरिद्वार नेशनल हाईवे, नियर बहदरबाद, हरिद्वार, उत्तराखंड (भारत)

 

प्रश्न : क्या बाबा रामदेव सिगरेट पीते हैं ?

उत्तर : नहीं 

 

प्रश्न : क्या बाबा रामदेव शराब (अल्कोहल) का सेवन करते हैं ? 

उत्तर : नहीं

 

प्रश्न : क्या बाबा रामदेव की शादी हुई है ?

उत्तर : नहीं

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में बाबा रामदेव की नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर : ₹1540 करोड़ रुपए।

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में बाबा रामदेव की वार्षिक आय कितनी है ?

उत्तर : ₹5 से 6 करोड़ रुपए।

 

प्रश्न : वर्ष 2021 में बाबा रामदेव की मासिक आय कितनी है ?

उत्तर : ₹50 लाख रुपए लगभग।

 

प्रश्न : बाबा रामदेव किस धर्म से हैं ?

उत्तर : हिंदू धर्म

 

प्रश्न : बाबा रामदेव कि जाति है ?

उत्तर :  यादव

 

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 आभार ।

 

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2 Responses

  1. fadil says:

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