महेंद्र सिंह धोनी की बायोग्राफी | MS Dhoni Ki Biography in Hindi
महेंद्र सिंह धोनी की बायोग्राफी | MS Dhoni Ki Biography in Hindi
भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पुर्व खिलाड़ी ।
महेंद्र सिंह धोनी (एम एस धोनी) भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पुर्व खिलाड़ी हैं। वे भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत के सबसे सफल एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कप्तान रह चुके हैं। उन्होंने क्रिकेट के प्रति अपनी लगन और डेडिकेशन से भारत क्रिकेट टीम को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया है, जिसके नेतृत्व मे भारतीय क्रिकेट टीम तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और T-20 फॉर्मेट) में विश्व में नंबर वन टीम रह चुकी है।
उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 मे हुए आईसीसी (ICC) विश्व ट्वेन्टी-20, 2007–08 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज , 2011 वनडे क्रिकेट विश्व कप, आइसीसी चैम्पियंस ट्रॉफ़ी- 2013 और बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी जैसे बड़े टुर्नामेंट मे जीत दर्ज किया है, जिसमें भारत ने ‘बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी’ मे ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था। इसके अलावा उन्होंने भारतीय टीम को श्रीलंका और न्यूजीलैंड में पहली अतिरिक्त वनडे सीरीज़ मे जीत दिलाई, साथ ही साथ 02 सितम्बर 2014 को उनके नेतृत्व मे भारत ने 14 साल बाद इंग्लैंड में वनडे सीरीज में भी जीत हासिल की।
उन्होंने अपनी सूझबूझ से भारतीय टीम को कई बार हार से बचाते हुए जीत भी दिलाई है। वह भारतीय क्रिकेट टीम में एक विस्फोटक बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में खेलते थे, और क्रिकेट के इतिहास में उनके नाम, विकेट के पीछे सबसे अधिक कैच और स्टंपिंग का भी रिकॉर्ड है।
क्रिकेट की दुनिया में महेंद्र सिंह धोनी ने कई उपलब्धियां तो हासिल की ही, इसके साथ-साथ ही उन्हें भारतीय क्षेत्रीय सेना मे लेफ्टिनेंट कर्नल कि मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है और इसके अलावा उन्हें भारत सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण, पद्म श्री और राजीव गाँधी’ खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
वर्ष 2012 में, महेंद्र सिंह धोनी को फोर्ब्स पत्रिका मे विश्व के सर्वाधिक कमाई करने वाले क्रिकेटर की सूची में तीसरे नंबर पर रहे। इस सूची में मैनचेस्टर यूनाइटेड के वायने रूनी और विश्व के सबसे तेज़ धावक उसैन बोल्ट का नाम भी उनसे पीछे था।
महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है लेकिन वे भारतीय टीम के मेंटर के रूप में भारतीय टीम के साथ अब भी जुड़े हुए हैं। जिसमें वे 2021 के T20 वर्ल्ड कप में भारत टीम के साथ दिखाई दिए।

महेंद्र सिंह धोनी की बायोग्राफी | MS Dhoni Ki Biography in Hindi
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महेंद्र सिंह धोनी का जीवन परिचय : एक नजर में ।
नाम : महेंद्र सिंह धोनी
उपनाम : माही, एमएस, कैप्टन कूल, एम एस धोनी, एमएसडी, थाला।
जन्म : 7 जुलाई 1981(उम्र 40)
जन्म स्थान : रांची, झारखंड (भारत)
पिता : पान सिंह
माता : देवकी देवी
स्कूल : डी ए वी जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली, रांची, झारखण्ड
विश्वविद्यालय : सेंट जेवियर्स कालेज, रांची, झारखंड
शैक्षणिक योग्यता : बीच में कॉलेज छोड दिया
धर्म : हिंदू
राशि : कर्क
राष्ट्रीयता : भारतीय
बल्लेबाजी की शैली : दाएं हाथ से
गेंदबाजी की शैली : दाएं हाथ से मध्यम गति से
टीम में भूमिका : विकेट-कीपर ,बल्लेबाज
जर्सी न० : # 7 (भारत)
# 7 (आईपीएल)
डोमेस्टिक/स्टेट टीम : एशिया इलेवन, बिहार, चेन्नई सुपर किंग्स, झारखंड, राइजिंग पुणे सुपरजायंटस।
कोच / संरक्षक (Mentor) : केशव बनर्जी और चंचल भट्टाचार्य ।
महेंद्र सिंह धोनी का प्रारंभिक जीवन ।
महेंद्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखण्ड के रांची में एक मध्यम वर्गीय राजपूत परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम पान सिंह एवं माता का नाम श्रीमती देवकी देवी है। उनके पिता पान सिंह मेकॉन कंपनी मे जूनियर मैनेजमेंट वर्ग में काम करते थे। ‘मेकॉन लिमिटेड कंपनी’ केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली एक सार्वजनिक क्षेत्र कि कंपनी है। इस कम्पनी के द्वारा मिले सरकारी आवास मे पान सिंह और उनका पुरा परिवार रहता था। धोनी की माता श्रीमती देवकी देवी एक साधारण गृहिणी थीं।
धोनी की एक बहन, जिनका नाम जयंती है, और एक बड़ा भाई भी है, जिनका नाम नरेन्द्र सिंह है। धोनी के बड़े भाई नरेंद्र सिंह राजनीति में कार्यरत हैं, और उनकी बहन जयंती गुप्ता एक शिक्षिका है।
शिक्षा ।
महेन्द्र सिंह धोनी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डिएवी (DAV) जवाहर विद्यालय मंदिर, श्यामली (वर्त्तमान में जेवीएम- JVM) से पुरी की। धोनी को बैडमिंटन और फुटबॉल इन दोनों खेलों मे बहुत रुचि थी और अपनी पढ़ाई के दौरान इंटर-स्कूल प्रतियोगिता में, धोनी ने इन दोनों खेलों में अपने स्कूल का प्रतिनिधित्व भी किया था, जहां उन्होंने बैडमिंटन व फुटबॉल में अपना अच्छा प्रदर्शन करते हुए जिला व क्लब लेवल मे अपने लिए जगह बनाई। धोनी अपने फुटबॉल टीम के गोलकीपर भी रह चुके हैं इसके बाद उनके फुटबॉल कोच ने ही उन्हें लोकल क्रिकेट क्लब में क्रिकेट खेलने के लिए भेजा था।
धोनी ने विकेट-कीपिंग मे अपने कौशल से सबको प्रभावित किया और कमांडो क्रिकेट क्लब के (1995—1998) में नियमित विकेटकीपर के रूप मे खेलते रहे। क्रिकेट क्लब में उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें 1997-98 सीज़न के ‘वीनू मांकड़ ट्राफी’ अंडर-16 (U-16) चैंपियनशिप में चुना गया, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। दसवीं कक्षा के बाद धोनी ने क्रिकेट मे रुचि बढ़ने के बाद ज्यादा समय देना शुरू कर दिया और इसके बाद से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मे अपना शानदार करियर बनाया।
शारीरिक संरचना
लंबाई | सेमी० मे- 180 सेमी०
मी० मे- 1.80 मी॰ फीट मे- 5’11” (5 फीट 11 इंच) |
वजन | 78 कि० ग्रा० |
शारीरिक माप | छाती- 42 इंच
कमर- 32 इंच बाइसेप्स (Biceps)- 14 इंच |
आंखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | काला |
निजी जीवन ।
महेंद्र सिंह धोनी ने साक्षी सिंह रावत से वर्ष 2010 में शादी कर ली। उन दोनों की एक बेटी भी है, जिनका नाम जीवा है।
महेन्द्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी एक-दूसरे को बचपन से जानते थे, लेकिन जब साक्षी छोटी थी, तभी इनके पिता देहरादून शिफ्ट हो गए थे। लेकिन वर्ष 2007 में उनका प्यार तब शरू हुआ, जब वे दोनों युधिजित दत्ता (धोनी के प्रबंधक और मित्र) के माध्यम से कोलकाता में मिले।
उसके बाद धोनी ने अपने प्रबंधक से साक्षी का फोन नंबर मांगा और बाद जब उन्होंने साक्षी को मेसेज भेजा तो शुरु में साक्षी को विश्वास नहीं हुआ। लेकिन इसके बाद उन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और कुछ सालों बाद उन्होंने एक-दुसरे से शादी कर ली।
पारिवारिक जानकारियां ।
माता/ पिता | पान सिंह (पिता)
देवकी देवी (माता) |
पत्नी | साक्षी धोनी |
बेटी | जीवा |
भाई/बहन | नरेंद्र सिंह (बड़ा भाई)
जयंती गुप्ता (बहन) |
गर्लफ्रेंड | प्रियंका झा (2002 में निधन)
लक्ष्मी राय (दक्षिण भारतीय अभिनेत्री) साक्षी सिंह रावत (साक्षी धोनी) |
महेंद्र सिंह धोनी के घरेलू (डोमिस्टिक) करियर की शुरुआत ।
धोनी को 1998-99 में बिहार अंडर-19 में शामिल किया गया था। जिसमें इन्होंने 5 मैचो में कुल 173 रन बनाये, लेकिन उनकी टीम, छह टीमो में चौथे स्थान पर रही। इसके बाद बिहार अंडर-19 क्रिकेट टीम 1999—2000 के फाइनल में पहुँची जहां धोनी ने बिहार के लिए 74 रन बनाए थे, जबकि टीम ने कुल 357 रन बनाए। जबकि पंजाब अंडर-19 टीम ने कुल 839 रन बनाए। इसमें युवराज सिंह ने अकेले 358 रन बनाए थे। यूवी के 358 रनों के सामने धोनी का स्कोर छोटा पड़ गया। धोनी ने इस पूरे टूर्नामेंट कि 9 मैचों कि 12 पारियों में कुल 5 अर्द्धशतक ,17 कैच और 7 स्टम्पिंग भी किये।
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी हैं 1999-2000 सीज़न के दौरान बिहार क्रिकेट टीम के लिए रणजी ट्रॉफी की शुरुआत की, और दूसरी पारी में नाबाद 68 रन बनाये। उन्होंने अगले सीजन में बंगाल के खिलाफ एक मैच के दौरान अपनी पहली प्रथम श्रेणी का शतक बनाया लेकिन उनकी टीम यह मैच हार गई।
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने ‘सी के नायडू ट्रॉफी’ के लिए खेले गए ईस्ट जॉन अंडर-19 मुकाबले में हिस्सा लिया। इस सीरीज के चार मैचों में वे केवल 97 रन ही बना पाए और ईस्ट जॉन चारों मैचों में हार कर अंतिम स्थान पर रहे।
बिहार की टीम ने उनका प्रदर्शन ।
धोनी जब 18 साल के थे, तब 1999-2000 में उन्होंने बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी से अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपने पहले मैच में असम टीम के खिलाफ दूसरी पारी में 68 रनों की बेहतरीन पारी खेला और 5 मैचों में कूल 283 रन बनाए थे।
2000-01 के सीजन में धोनी ने बंगाल के खिलाफ अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक लगाया। इसके बाद 2000-01 सीज़न में वे किसी भी मैच में अर्द्धशतक नहीं बना पाये थे।
वर्ष 2002-03 के सीज़न में धोनी ने चार रणजी मैच में पांच अर्धशतक लगाए और देवधर ट्रॉफी मे भी दो अर्धशतक बनाए।
2003-04 के सीज़न में असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के पहला एक दिवसीय ट्रॉफी में धोनी ने नाबाद 128 रन बनाए। वे ईस्ट ज़ोन कि टीम कि तरफ से खेले और उस साल मे हुए देवधर ट्रॉफी में खेलते हुए उन्होंने चार मैचों में कुल 244 रन बनाए। इसके बाद दिलीप ट्रॉफी के फाइनल मैच में धोनी को दीप दास गुप्ता के स्थान पर ईस्ट जॉन का प्रतिनिधित्व करने का मोका मिला और उन्होंने इस मैच कि दूसरी पारी में एक आक्रामक अर्द्धशतक बनाया था।
घरेलू टीम की जानकारी ।
वर्ष | टीम |
1999-2000/ 2003-04 | बिहार |
2004-05 से 2021 | झारखंड |
2008–2015 | चेन्नई सुपर किंग्स
(जर्सी नंबर 7) |
2016–2017 | राइजिंग पुणे सुपरजायंट (जर्सी नंबर 7) |
2018-वर्तमान | चेन्नई सुपर किंग्स |
भारतीय टीम में प्रदर्शन ।
2003-04 के सीज़न में महेंद्र सिंह धोनी के कड़े प्रयासो के बाद उन्हें पहचान मिली, खास कर वनडे मैच में उन्हें जिम्बाब्वे व केन्या के खिलाफ ‘भारत ए’ टीम में चुना गया। जिसमें उन्होंने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे इलेवन के खिलाफ 7 कैच और 4 स्टमपिंग किये। इसके बाद एक त्रिकोणीय सीरीज के अर्न्तगत केन्या, भारत ‘ए’ और पाकिस्तान ‘ए’ ने भाग लिया, जिसमें धोनी ने पाकिस्तान के 223 रनों का पीछा करते हुए उस मैच में अर्धशतक लगाया और भारत को वह मैच जीतने में मदद की।
अपने प्रदर्शन को और बेहतरीन करते हुए धोनी ने इस टूर्नामेंट में दो शानदार शतक लगाते हुए 120 व 119 रन बनाए। धोनी ने कुल 7 मैचों में 362 रन बनाए जिसमें उनका औसत 72.40 रहा, और इस सीरीज में उनके प्रदर्शन पर उस समय मे भारतीय टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली का ध्यान उनपर गया। इसके बाद भारत ‘ए’ टीम के कोच संदीप मधुसूदन पाटिल ने बल्लेबाज और विकेट-कीपर के रूप में भारतीय क्रिकेट टीम में जगह के लिए धोनी की सिफारिश की। इसके बाद से धोनी के अंतरराष्ट्रीय करियर कि शुरुआत हुई।
अंतरराष्ट्रीय टीम में करियर की शुरुआत ।
2004-05 में भारतीय क्रिकेट टीम, बांग्लादेश के दौरे पर गई थी। जिसमें राहुल द्रविड़ विकेटकीपर के रूप मे टीम का हिस्सा थे। ताकि बल्लेबाजी में कोई कमी न आए। भारतीय क्रिकेट टीम में उस समय पार्थिव पटेल और दिनेश कार्तिक जैसे प्रतिभाशाली विकेटकीपर और बल्लेबाज भी मौजूद थे, जो कि जूनियरों की श्रेणी में आते थे और यह दोनों ही टेस्ट ‘अंडर- 19’ टीम के कप्तान भी रह चुके थे। हालांकि धोनी ने भी अपनी पहचान भारत ‘ए’ टीम में बना ली थी। यही कारण था कि उन्हें 2004-05 में बांग्लादेश दौरे के लिए वनडे टीम में चुना गया था।
हालांकि, धोनी की एक दिवसीय करियर कि शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही और 23 दिसंबर 2004 मे हुए अपने पहले ही मैच में वे बिना खाता खोले रन आउट हो गए। इस दौरे मे बांग्लादेश के खिलाफ उनका प्रदर्शन कुछ अच्छा नही रहा था लेकिन फिर भी उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ वनडे टीम के लिए चुना गया। पाकिस्तान के विरूद्ध उस सीरीज का दुसरे मैच मे धोनी ने 123 गेंदों पर 148 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी।
यह धोनी के द्वारा खेला गया पाँचवा वनडे मैच था। यह मैच विशाखापत्तनम में खेला गया था, जिसमें 148 रन बनाकर धोनी विकेटकीपर रहते हुए एक मैच में सर्वाधिक रन बनाए।
इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ अक्टूबर-नवम्बर- 2005 मे हुए द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज में धोनी को पहले दो मैचों में बल्लेबाजी के कुछ ज्यादा अवसर नही मिले, लेकिन उनके अक्रामक बल्लेबाजी को देखते हुए, सवाई मानसिंह स्टेडियम (जयपुर) में हुए तीसरे एकदिवसीय मैच में उन्हें तीसरे नम्बर पर उतारने के बारे मे विचार किया जाने लगा था।
2007 एकदिवसीय विश्व कप ( ODI World Cup- 2007)
वर्ष 2007 क्रिकेट विश्व कप पहली बार वेस्टइंडीज मे आयोजित किया गया था। इस विश्व कप मे राहुल द्रविड को भारत के कप्तान के रूप मे चुना गया था। इस मैच में विश्व की 16 टीमों ने हिस्सा लिया था जिन्हें 4 ग्रुप में विभाजित किया गया था। हर एक टीम बाकी के 3 टीमों के साथ मैच खेलने वाली थी। भारत के समूह मे श्रीलंका, बांग्लादेश और बर्म्युडा जैसी टीम थे।
वर्ष 2007 के विश्व कप मे भारत विश्व कप से अप्रत्याशित रूप से बाहर हो गया। धोनी इन दोनों मैचों में एक समय के लिए बाहर थे, और टूर्नामेंट में अपनी टीम के लिए केवल 29 रनो का ही योगदान दे सके।
2007 विश्व कप में भारत के बाहर हो जाने के कारण, धोनी के अपने शहर रांची में निर्माण हो रहे घर को जेएमएम (JMM) के राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा बर्बाद और क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। स्थानीय पुलिस ने उनके परिवार के लिए सुरक्षा की व्यवस्था की।
अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत ।
वनडे (एकदिवसीय) : 23 दिसंबर 2004 (बांग्लादेश के खिलाफ, चिट्टागोंग में) ।
टेस्ट : 2 दिसंबर 2005 (श्रीलंका के खिलाफ, चेन्नई में) ।
टी-20 : 1 दिसंबर 2006 (दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, जोहानसबर्ग में) ।
महेंद्र सिंह धोनी द्वारा खेले गए मैचों के आंकड़े ।
प्रतियोगिता | टेस्ट | वनडे | टी२० अं | टी२० |
मैच/ | 90 | 341 | 98 | 302 |
रन बनाये | 4876 | 11231 | 1617 | 6205 |
औसत बल्लेबाजी | 38.09 | 50.72 | 37.60 | 38.54 |
शतक/अर्धशतक | 6/33 | 10/71 | 0/2 | 0/24 |
उच्च स्कोर | 224 | 183* | 56 | 84* |
गेंद किया | 96 | 36 | _ | 12 |
विकेट | 0 | 1 | _ | 0 |
औसत गेंदबाजी | _ | 31.00 | _ | _ |
एक पारी में 5 विकेट | 0 | 0 | _ | 0 |
मैच में 10 विकेट | 0 | 0 | _ | _ |
श्रेष्ठ गेंदबाजी | _ | 1/14 | _ | _ |
कैच/स्टम्पस् | 256/38 | 314/120 | 159/78 | 364/57 |
2011 एकदिवसीय विश्व कप (ODI World Cup- 2011) ।
वर्ष 2011 के क्रिकेट विश्व कप में भारत ने बांग्लादेश को हराकर टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत की। धोनी ने ग्रुप स्टेज में नीदरलैंड, आयरलैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत हासिल की। जबकि वे दक्षिण अफ्रीका से हार गए थे। लेकिन भारत सेमीफाइनल मे पहुंचा और सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला पाकिस्तान से था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को हराया।
इसके बाद विश्व कप के फाइनल मे मुंबई में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की। इस मैच मे धोनी ने नाबाद 91 रनो कि विस्फोटक बल्लेबाजी की और भारत को जीतने मे मदद की। इसमें उनके द्वारा फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मारा गया छक्का सबसे लोकप्रिय माना जाता हैं। इस मैच के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया था।
महेंद्र सिंह धोनी ने 10 जुलाई 2019 को अपना आखरी मैच खेलने के बाद एकदिवसीय मैच से संन्यास कि घोषणा कर दिया। उन्होंने अपना आखिरी मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था।
आईसीसी टी-20 करियर (ICC T-20 Carrier)
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने T-20 करियर कि शुरुआत 1 दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की। इस मैच में धोनी ने एक रन आउट और विकेट के पीछे एक कैच पकड़ा। लेकिन इस मैच में वह एक भी रन नहीं बना सके और लेगबेक्ट का शिकार बने, परंतु भारत वो मैच 6 विकेट से जीता था।
2007आईसीसी ट्वेंटी-20 (ICC T-20, 2007) ।
2007 में पहली बार विश्व टी -20 में धोनी को भारत का नेतृत्व करने का मोका मिला। इसमें उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ अपनी कप्तानी की शुरुआत की। इसके बाद, जिसमें 24 सितंबर 2007 को भारत ने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की और कपिल देव के बाद दूसरे भारतीय कप्तान बने, जिन्होंने किसी भी प्रारूप में क्रिकेट विश्वकप जीता था।
18 फरवरी 2018 को, धोनी ने रीज़ा हेन्ड्रिक्स का कैच पकड़ने के बाद पहले टी 20 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 275वाँ टी- 20 मैच खेला जिसमें उन्होंने 134 वाँ कैच लेने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया; यह रिकॉर्ड पहले कुमार संगकारा के नाम था, जिसे उन्होंने तोड़कर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया।
टेस्ट क्रिकेट में करियर की शुरुआत ।
महेन्द्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ अपने अच्छे एक दिवसीय प्रदर्शन के बाद, दिसंबर 2005 में दिनेश कार्तिक कि जगह भारतीय टीम के टेस्ट विकेट-कीपर के रूप में चुना गया। धोनी ने अपने पहले मैच कि पहली पारी में 30 रन बनाए।
इसके बाद धोनी ने दूसरे टेस्ट में अपना पहला तेज अर्धशतक जमाया, जिससे भारत को 436 का लक्ष्य निर्धारित करने में मदद मिली और भारत ने श्रीलंका को 247 रनों पर आउट कर दिया।
भारत ने जनवरी-फरवरी 2006 में टेस्ट मैच के लिए पाकिस्तान का दौरा किया। जिसमें धोनी ने फैसलाबाद में दूसरे टेस्ट मैच में अपना पहला शतक बनाया। इस मैच मे भारत को फॉलो-ऑन से बचाने के लिए 107 रनों की जरूरत थी, जिसमें धोनी ने अपनी स्वाभाविक रूप से आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए केवल 34 गेंदों में पहले पचास रन बनाने के बाद सिर्फ 93 गेंदों में अपना पहला टेस्ट शतक जमाया था।
महेंद्र सिंह धोनी ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 26 दिसम्बर 2014 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, इसके बाद उन्होंने टेस्ट मैच से संन्यास ले लिया।
महेंद्र सिंह धोनी का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन। (वर्ष 2021मे)
पता | हर्मू हाउसिंग कॉलोनी, रांची, झारखंड, भारत |
कूल संपत्ति
(2021में) |
819 करोड़ रुपये |
वार्षिक आय | 102 करोड़ रुपये |
आय का स्रोत | क्रिकेट, विज्ञापनो और बिजनेस से। |
होटल | ‘माही रेसिडेन्सी होटल’, (रांची) के मालिक |
फैशन ब्रांड | फैशन ब्रांड ‘सेवन’ के मालिक |
कार संग्रह | ओपन महिंद्रा स्कॉर्पिओ,
मारुति एसएक्स 4, हमर एच 2, टोयोटा कोरोला, लैंड रोवर फ्रीलांकर, जीएमसी सिएरा, मित्सुबिशी पाजेरो एसएफएक्स, मित्सुबिशी आउट लैंडर, पोर्श 911, ऑडी क्यू 7 एसयूवी, फरारी 599 |
बाइक संग्रह | हीरो करिज्मा जेडएमआर
यामाहा आरएक्सज़ यामाहा थंडक्रेट, यामाहा आरएक्स, ड्यूकाटी 8, ड्यूकाटी 9 ड्यूकाटी10, यामाहा आरडी 350, टीवीएस अपाचे, कावासाकी जेएक्स 14 आर निंजा, कंफेडरेट डेलकैट एक्स 132, हार्ले डेविडसन फैट बॉय, एनफील्ड माचिसमो, कस्टम टीएस डर्ट बाइक |
शौक / रुचि | बाइकिंग और फुटबॉल खेलना |
महेंद्र सिंह धोनी के बिजनेसेस्।
महेंद्र सिंह धोनी (माही) एक बाइक प्रेमी (lover) हैं और सुपरस्पोर्ट विश्व चैंपियनशिप में ‘माही रेसिंग टीम इंडिया’ के सह-मालिक हैं।
2016 में, माही ने रिती ग्रुप के साथ एक फैशन ब्रांड ‘सेवन’ का शुभारंभ किया।
महेन्द्र सिंह धोनी (माही) रांची में एक होटल ‘माही रेसिडेन्सी’ के मालिक हैं।
महेंद्र सिंह धोनी के बारे में, यह अफवाह उड़ी थी कि उन्होंने अपने बायोपिक ‘एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी’ 2016फिल्म के निर्माण के दौरान इसके लिए फिल्म निर्माताओं से 40 करोड़ रुपए लिए। इस फिल्म मे उनका किरदार सुशांत सिंह राजपूत ने निभाया था और यह फिल्म 2016 मे रिलीज हुई थी।
महेंद्र सिंह धोनी द्वारा क्रिकेट में बनाए गए रिकॉर्ड ।
- महेंद्र सिंह धोनी कि कप्तानी मे भारत, क्रिकेट की तीनों मुख्य श्रेणी में शिखर पर रहा है। जिसमें भारत वर्ष (2009-2011) में नंबर-1 टेस्ट रैकिंग विजेता, 2011 में एकदिवसीय विश्व कप विजेता, 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी विजेता और 2007 में ट्वेंटी- 20 विश्व कप विजेता रहा है।
- महेन्द्र सिंह धोनी ने वनडे (एकदिवसीय) में 7 पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए कई शतक लगाए।
- कप्तान के रूप में उनका अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक 6 शतक हैं।
- माही के नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में विकेटकिपर के रुप में सर्वाधिक स्टम्पिंग का रिकॉर्ड है।
- महेंद्र सिंह धोनी द्वारा वनडे (एकदिवसीय) में किसी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वाधिक रन (183 रन) है।
- एक कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी ने सर्वाधिक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच जीते हैं।
- विश्व के एक मात्र कप्तान जिन्होंने सातवें पायदान पर बल्लेबाजी करते हुए अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच में शतक लगाया है।
- पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बने, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में 4,000 रन बनाए।
- भारतीय कप्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच मे उच्चतम स्कोर (224 रन) है।
- रिकी पोंटिंग (324) और स्टीफन फ्लेमिंग (303) के बाद महेन्द्र सिंह धोनी तीसरे कप्तान हैं, जिन्होंने 300 से अधिक मैचो मे कप्तानी की हैं।
- महेंद्र सिंह धोनी विश्व के एक मात्र कप्तान हैं, जिन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारुपों में 50 से अधिक मैचों में कप्तानी की हैं।
- वे पहले भारतीय कप्तान बने, जिन्होंने न्यूजीलैंड में अंतरराष्ट्रीय टेस्ट श्रृंखला जीती है।
- वर्ष 2009 में विस्डन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट ग्यारह टीम में धोनी ने कप्तान के रूप मे टीम का प्रतिनिधित्व किया। उनकी कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप में दुबारा जीत हासिल की।
- वर्ष 2013 में इनकी कप्तानी में भारत पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का विजेता बना। इसके बाद धोनी दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बने, जिनके पास आईसीसी के सभी फॉर्मेट कप है।
महेंद्र सिंह धोनी से जुड़े विवाद ।
जल संकट से जुड़ा मामला :
वर्ष 2007 में, महेन्द्र सिंह धोनी के इलाके के 40 निवासियों ने उनके खिलाफ रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण में एक याचिका दायर की थी, जिसमें ग्रामीणों द्वारा उनपर आरोप लगाया गया था की, वह स्विमिंग पूल के रखरखाव के नाम पर रोजाना 15,000 लीटर पानी बर्बाद करते हैं। जबकि उनका इलाका गंभीर जल संकट से जुझ रहा था।
‘हमर H 2’ कार से जुड़ा मामला ।
महेन्द्र सिंह धोनी (हमर H-2) कर चोरी के विवाद में शामिल थे, क्योंकि उस वाहन का पंजीकरण शुल्क भारत में 4 लाख रुपये था, लेकिन उन्होनें उसे (हमर एच 2) महिंद्रा स्कॉर्पियो के रूप में पंजीकृत करवा दिया था, जिसका पंजीकरण शुल्क मत्र 53,000 रुपये था।
इंडिया सीमेंट से जुड़ा मामला ।
हितों के टकराव के कारण उनका नाम इस विवाद में आया था। क्योंकि वह ‘इंडिया सीमेंट’ के कार्यवाहक थे, जिसके मालिक एन श्रीनिवासन थे। जबकि बाद में उन्हें क्लीन चीट दे दी गई थी।
मैच फिक्सिंग से जुड़ा मामला।
वर्ष 2013 के आईपीएल मैच में हुई मैच फिक्सिंग को लेकर भी धोनी विवादों में घिर गए थे, क्योंकि उनपर भी मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। परंतु इन पर लगा आरोप साबित नहीं हो पाया था।
अम्रपाली ग्रुप से जुड़ा मामला ।
वर्ष 2016 में, अम्रपाली रियल एस्टेट ग्रुप के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी ने अपना इस्तीफा दे दिया था। क्योंकि स्थानीय निवासियों ने सोशल मीडिया पर ‘अम्रपाली ग्रुप’ के खिलाफ एक मुहीम शरू कर दी ।
महेंद्र सिंह धोनी की पसंदीदा चीजें ।
पसंदीदा अभिनेता | अमिताभ बच्चन और जॉन अब्राहम |
पसंदीदा अभिनेत्री | एंजेलिना जोली और दीपिका पादुकोण |
पसंदीदा गायक | किशोर कुमार और
लता मंगेशकर |
पसंदीदा खिलाड़ी | बल्लेबाज- सचिन तेंदुलकर और एडम गिलक्रिस्ट (क्रिकेटर)
गेंदबाज – ग्लेन मैक्ग्रा और ब्रेट ली (क्रिकेटर) क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (फुटबॉलर) राफेल नडाल (टेनिस प्लेयर) |
पसंदीदा क्रिकेट ग्राउंड | लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, लंदन
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी), मेलबर्न |
पसंदीदा खेल | बैडमिंटन, फुटबॉल |
पसंदीदा शॉट्स | हेलीकॉप्टर शॉट और पैडलस्वीप |
किस टीम के खिलाफ खेलना पसंद है। | पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया |
पसंदीदा भोजन | चिकन बटर मसाला, चिकन टिक्का पिज़्ज़ा, कबाब , पीली दाल, सोनपापड़ी, गुलाब जामुन और रसगुल्ला |
पसंदीदा जगह | श्रीलंका और गोवा |
पसंदीदा फिल्म | अग्निपथ और शोले |
पसंदीदा रंग | नीला और काला |
महेंद्र सिंह धोनी द्वारा रिटायरमेंट की घोषणा ।
15 अगस्त 2020 को महेंद्र सिंह धोनी (माही) ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास की घोषणा कर दी।
उन्होंने यह घोषणा सोशल मीडिया के द्वारा एक गाना, जिनके बोल- “मैं पल दो पल का शायर हूं,
पल दो पल मेरी कहानी है,
पल दो पल मेरी हस्ती है,
पल दो पल मेरी जवानी है!!” से अपने सफल करियर से संन्यास की घोषणा की।
यह पल उनके चाहने वालो के लिए एक बहुत ही गमगीन पल था। क्योंकि माही एक ऐसे खिलाड़ी थे, उनके प्रशंसक पूरी दुनिया भर में थे।
महेंद्र सिंह धोनी को मिले पुरस्कार और सम्मान ।
2006 : एमटीवी (MTV) के यूथ आइकन बने।
2007 : भारत सरकार द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड ।
2009 : भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ‘पद्म श्री’ पुरस्कार से सम्मानित।
2011 : डी मोंटफोर्ट विश्वविद्यालय (De Montfort University) द्वारा मानद डॉक्टरेट की डिग्री दी गई।
2011 : भारतीय क्षेत्रीय सेना द्वारा ‘लेफ्टिनेंट कर्नल’ के पद से सम्मानित किया गया।
2013 : एलजी पीपुल्स च्वाइस अवार्ड सम्मानित।
2018 : भारत सरकार द्वारा ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया।
महेंद्र सिंह धोनी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य ।
- M.S. धोनी ने हेलिकॉप्टर शॉट अपने बचपन के मित्र संतोष लाल से सीखा था, जिसका जुलाई 2013 में निधन हो गया।
- माही एक पशु प्रेमी है, और उनके पास दो पालतू कुत्ते पाले हैं। जिसमे से एक Labrador जिसका नाम जारा और दूसरा Alsatian जिसका नाम सैम है।
- 2012/ 13/ 14 में धोनी सर्वाधिक टेक्स चुकाने वाले भारतीय खिलाड़ियों की सूची में सबसे ऊपर रहे।
- महेन्द्र सिंह धोनी, जॉन अब्राहम के अच्छे मित्र है।
- वह दो कारणों से लंबे बाल रखते थे, पहला वह जॉन अब्राहम के एक बड़े प्रशंसक थे, दूसरा यह की वह इसे भाग्यशाली समझते थे।
- जब वह भारत टीम में जगह बनेने की कोशिश कर रहे थे, तब उन्हें प्रियंका झा नाम की लड़की के साथ प्यार हो गया था। लेकिन, दुर्भाग्यवश उसी वर्ष एक सड़क दुर्घटना में प्रियंका झा कि मृत्यु हो गई।
महेन्द्र सिंह धोनी के बारे में पूछे गए प्रश्न ।
प्रश्न : क्या महेन्द्र सिंह धोनी धूम्रपान करते हैं ?
उत्तर : नहीं
प्रश्न : क्या महेन्द्र सिंह धोनी शराब पीते हैं ?
उत्तर : हाँ
प्रश्न : महेंद्र सिंह धोनी की जाति क्या है ?
उत्तर : राजपूत
प्रश्न : महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी कौन है ?
उत्तर साक्षी धोनी
प्रश्न : महेंद्र सिंह धोनी की बेटी का नाम क्या है ?
उत्तर : जीवा
प्रश्न : महेंद्र सिंह धोनी किस राज्य से हैं ?
उत्तर : महेंद्र सिंह धोनी बिहार (वर्तमान मे झारखंड) राज्य से हैं।
आभार ।
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