लता मंगेशकर की बायोग्राफी | Lata Mangeshkar Biography in Hindi

लता मंगेशकर की बायोग्राफी | Lata Mangeshkar Biography in Hindi

लता मंगेशकर का जीवन परिचय (लता मंगेशकर, परिवार, जन्म, आयु, जाति, शिक्षा, हाईट, करियर, पहली फिल्म, गाना, नेटवर्थ, विवाद, अंतिम गाना, मृत्यु ) | Lata Mangeshkar biography in Hindi [Lata Mangeshkar, Family, Birth, Age, Cast, Education, Height, Career, Film, First Movie, Songs, Net worth, Controversies, Last Song, Death]

 

लता मंगेशकर

Lata Mangeshkar

भारतीय पार्श्व गायिका ।

लता मंगेशकर भारत कि मशहूर पार्श्व गायिका हैं। वे भारत में देश विदेश में अपने शुरू के लिए विश्व विख्यात थी। उनकी मधुर आवाज, लोगों को उनके गाने गुनगुनाने पर मजबूर कर देती थी। लता जी का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। उन्होंने सबसे ज्यादा गाना गाकर एक रिकॉर्ड बनाया है। लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में लगभग 30000 से भी अधिक गाने गाए हैं। 

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लता जी की आवाज को लेकर अमेरिकी वैज्ञानिको का कहना हैं कि, ऐसी आवाज ना कभी किसी गायक की सुनी है और ना कभी सुनेगें। ऐसा कहा जाता है कि, उन्होंने लता जी से मरने के बाद उनके गले की जांच करने की बात भी कही थी। वे यह जानना चाहते है, कि आखिर लता जी के गले में ऐसा क्या है, जिससे उनकी आवाज इतनी पतली और सुरीली है। उनके प्रशंसक और उनके चाहने वाले उन्हें प्यार से दीदी कहकर बुलाते थे।

हम उनकी ख्याति इस बात से भी लगा सकते हैं कि, जब भारत ने 1983 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था, तब BCCI के पास खिलाड़ियों को इनाम में देने के लिए पैसे नहीं थे। तब लता जी ने केवल 2 घंटे का कंसर्ट किया और इस कंसर्ट से इतने पैसे जुटा लिए कि बोर्ड द्वारा 14 खिलाड़ियों को एक-एक लाख रुपये इनाम के तौर पर दिए गए थे। उस समय खिलाड़ियों को 60 हजार रुपए भत्ता दिया जाता था। इतनी महान थी हमारी सुरो कि साम्राज्ञी लता मंगेशकर।

वर्ष 1963 में लता मंगेशकर जी ने भारत-चीन युद्ध के समय के भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री, पं. जवाहरलाल नेहरु जी के सामने देश का सबसे चहिता गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाया था। जिसे सुन कर नेहरु जी के आंसू छलक आ गए थे। उनके द्वारा गाया हुआ यह गाना आज भी लोगों के दिलो मे बसता है। लता जी ने हिंदी, मराठी, उर्दू, संस्कृत सहित 36 भाषाओं में कई गीत गाए हैं।। इतना ही नहीं, लता मंगेशकर ने मदन मोहन और सी. रामचंद्र के लिए जो गाने गाए, वे उनके सर्वश्रेष्ठ गीत माने जाते हैं। बाद के वर्षों में उन्होंने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी के साथ भी खूब काम किया। इस जोड़ी के साथ लता जी ने सबसे अधिक लगभग 712 गाने गाए हैं।

लता मंगेशकर की बायोग्राफी | Lata Mangeshkar Biography in Hindi

लता मंगेशकर की बायोग्राफी | Lata Mangeshkar Biography in Hindi

“कल भी सूरज निकलेगा, कल भी पंछी गाएंगे!

सब तुझको दिखाई देंगे, पर हम न नज़र आएंगे !!”

-लता मंगेशकर

आज (6 फरवरी 2022) के दिन सुरो कि मल्लिका, लता मंगेशकर का निधन हो गया। वह 8 जनवरी 2022 से अस्पताल में भर्ती थी। लता मंगेशकर के निधन पर पूरे देश भर में शोक का माहौल है। लेकिन उनके गीत संगीत के जरिए लता मंगेशकर सदैव हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी। वे मरकर भी अमर हो गई ।

आइए आज के इस लेख में हम जानते हैं, लता मंगेशकर के जीवन, उनके संघर्ष और उनके गायन से लेकर उनके निधन तक से जुड़े तथ्यों के बारे में: 

 

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लता मंगेशकर का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar)

उपनाम  :   बॉलीवुड की नाइटिंगेल

जन्म  :   28 सितंबर 1929 (आयु 93 वर्ष)

जन्म स्थान  :  इंदौर, मध्य प्रदेश (ब्रिटिश भारत)

पिता  :   दीनानाथ मंगेशकर

माता  :   शेवंती मंगेशकर

गृहनगर :   मुंबई, भारत

आवास  :  मुंबई, महाराष्ट्र (भारत)

राशि :  तुला राशि

धर्म  :  महाराष्ट्रीयन, हिन्दु

राष्ट्रीयता  :  भारतीय

पेशा (Profession) :  भारतीय पार्श्व गायिका

संगीत शिक्षक :  दीनानाथ मंगेशकर (पिता); उस्ताद अमानत अली खान; अमानत खान देवस्वाले; गुलाम हैदर; पंडित तुलसीदास शर्मा।

वैवाहिक स्थिति  :   अविवाहित

निधन :   6 फ़रवरी 2022 मुंबई (आयु 92 वर्ष)

 

लता मंगेशकर का प्रारंभिक जीवन (Early Life) ।

लता मंगेशकर का जन्म 28 सितम्बर, 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक महाराष्ट्रियन ब्राह्मण परिवार में हुआ। लता मंगेशकर के पिता का नाम ‘दीनानाथ मंगेशकर’ और माता का नाम ‘शेवंती देवी’ है।

लता जी के पिता एक क्लासिकल सिंगर थे, जो थिएटर में काम किया करते थे। लता जी को गायकी विरासत में अपने पिता से ही मिली थी और वे उन्ही से संगीत भी सीखा करती थी। लता अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर और तीनों बहनों आशा, ऊषा और मीना ने भी संगीत की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। जब लता मंगेशकर और आशा भोंसले हिन्दी फिल्मों में प्लेबैक सिंगिंग कि उँचाई पर थीं, तब दोनों बहनों के बीच प्रतिस्पर्धा के खूब चर्चे हुआ करते थे।

वर्ष 1942 मे उनके पिता का हार्ट अटैक से निधन हो गया। उस समय लता मंगेशकर महज 13 वर्ष कि थीं। यह साल उनके लिए बेहद बुरा साबित हुआ। लेकिन माता-पिता की सबसे बड़ी संतान होने के कारण घर चलाने की जिम्मेदारी उनपर आ पड़ी। ऐसे में उन्होंने पिता के गुजरते ही छोटी-छोटी फिल्मों में अभिनय का काम तलाशने लगी थी।

 

शिक्षा (Education)

लता मंगेशकर केवल एक ही दिन के लिए स्कूल गई थी। इसके बाद वे कभी स्कूल नहीं गई। ऐसा कहा जाता है, कि स्कूल के पहले ही दिन लता अपनी छोटी बहन आशा को अपने साथ स्कूल ले गई थीं, और पहले ही दिन उन्होंने स्कूल की दुसरी छात्राओं को संगीत सीखाने लगी थी। जब अध्यापकों को यह बात पता चली तो उनके अध्यापकों ने लता को, अपनी छोटी बहन को स्कूल लाने और दुसरी छात्राओं को संगीत सीखाने से मना कर दिया। इससे लता इतना गुस्सा हुई, की उन्होंने तत्काल स्कूल छोड़ दिया, और फिर कभी वापस स्कूल नहीं गई।

 

शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

लंबाई

से० मी०- 155

मी०- 1.55

फीट इंच- 5′ 1″

वजन

65 Kg

आंखों का रंग 

काला
बालों का रंग

सफेद-काला

 

लता मंगेशकर का गायकी करियर (Lata Mangeshkar Singing Career)।

संगीत का माहौल होने के घर में संगीत का माहौल होने के कारण लता मंगेशकर का नाता बचपन से ही संगीत से जुड़ चुका था। क्योंकि उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर जाने-माने शास्त्रीय गायक थे, और थिएटर में भी खूब सक्रिय रहते थे। लता जी के बारे मे कहा जाता है कि, उन्होंने महज पांच साल की उम्र में ही पहली बार एक नाटक में अभिनय किया था, जिसमें उनके पिता भी हिस्सा ले रहे थे।

इसके बाद वे संगीत कि ट्रेनिंग लेती रही, और 13 साल की उम्र में वर्ष 1942 में एक मराठी फिल्म के लिए एक गाना रिकॉर्ड किया। यह फिल्म रिलीज़ तो हुई, लेकिन किसी कारण से इस फिल्म से उनका रिकॉर्ड किया गाना हटा दिया गया। इस बात से लता जी बहुत आहात हुई।

कुछ समय बाद उनके पिता की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अपने घर में सब भाई बहनों में बड़ी होने के कारण सारी ज़िम्मेदारी लता जी के कंधो पर आ पड़ी। उस समय विनायक दामोदर ने उनके परिवार को संभाला, जो एक फिल्म कंपनी के मालिक थे, और लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ जी के अच्छे मित्र थे।

लता जी ने संगीत की शुरुआती तालीम अपने पिता को गाते हुए देखकर ली थी। साथ ही, उन्होंने उस्ताद अमानत अली खां और नरेंद्र शर्मा से संगीत की विधिवत शिक्षा भी हासिल की, जिन्हें वे अपना गुरु मानती हैं। लता ने जब फिल्मों में काम कि तलाश कर रही थी, तब उन्होंने गायन के क्षेत्र मे यह तय नहीं किया था कि वे गायिका ही बनेंगी। गायन के क्षेत्र मे आने से पहले, शुरू में उन्होंने अभिनय भी किया था।

वर्ष 1945 में लता जी मुंबई आ गई और वहाँ अमानत अली खान से संगीत कि ट्रेनिंग लेने लगी। लता जी ने 1947 में हिंदी फिल्म ‘आप की सेवा में’ के लिए भी एक गाना गाया था। लेकिन लोगों ने उन्हें खास तव्वजो नहीं दी, क्योंकि उस समय गायिकी कि दुनिया मे नूरजहां, शमशाद बेगम और ज़ोह्राभई अम्बलेवाली का बहुत नाम था। ये गायिकाएँ पूर्ण रूप से सक्रीय थी, और उनकी आवाज भारी व अलग थी। जबकि इसके विपरीत लता मंगेशकर की आवाज काफी पतली और दबी हुई लगती थी।

लेकिन इसी वर्ष 1947 में जब भारत- पाकिस्तान का बंटवारा हुआ, तो बड़ी संख्या में निर्माता, निर्देशक और फिल्मी कलाकार भारत से लाहौर चले गए। जिसमें उस जमाने कि सबसे बड़ी गायिका नूरजहां भी थीं। नूरजहां के जाने के बाद लता जी के लिए फिल्मों में गायन के अवसरों के अनेक द्वार खुल गए।

वर्ष 1949 में लता जी ने लगातार 4 हिट फिल्मों में गाने गाए, जिसमें-  “बरसात, दुलारी, अंदाज और महल” जैसी हिट फ़िल्में थी। चारों फिल्मों में उनके द्वारा गाए गए गानों से उन्होंने अपनी पहचान बनाई और लोग उन्हें पहचानने लगे। इसमें से फिल्म ‘महल’ का एक गाना ‘आएगा आनेवाला’ सुपर हिट हुआ और इसकी बदौलत लता मंगेशकर ने हिंदी सिनेमा में अपनी जड़ें जमा ली।

वर्ष 1950 के दशक की शुरूआत तक लता मंगेशकर ने खुद को फिल्म गायिका के रूप में पूरी तरह स्थापित कर लिया था। इस दौरान उन्होंने शंकर-जयकिशन, अनिल बिस्वास जैसे आला दर्जे के संगीत निर्देशकों के लिए गाने गाए थे। लता मंगेशकर बॉलीवुड की ऐसी सुर साम्राज्ञी बन गईं थीं, जिसके आवाज का जादू अगले तीन दशक तक फिल्मीं दुनिया मे छाया रहा। लोग आज भी उनके गाए हुए गानों को बहुत ही प्रेम से सुनते हैं और की मधुर आवाज का लुफ्त उठाते हैं।

1950 मे लता मंगेशकर की छोटी बहन आशा भोसले जी भी फ़िल्मी दुनिया में आई। उन दोनों बहनों की आवाज में बहुत अन्तर था, परंतु एक ही जगह काम करने के कारण दोनों के काम कि बहुत तुलना की जाती थी। लेकिन अपने काम को दोनों बहनों ने अपने रिश्ते के बीच नहीं आने दिया।

लता जी ने फेमस गायक मोहम्मद रफ़ी, मुकेश व किशोर जी के साथ ढेरों गाने गाये हैं। मोहम्मद रफ़ी और एसडी बर्मन के साथ कुछ अनबन के चलते लता जी ने इनके साथ काम करने से मना कर दिया और 1972 के बाद से उन्होंने मोहम्मद रफ़ी के साथ कभी काम नहीं किया।

वर्ष 1963 में लता मंगेशकर जी ने उस समय के प्रधानमंत्री, पं. जवाहरलाल नेहरु जी के सामने देश का सबसे चहिता गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाया था। जिसे सुन कर नेहरु जी के आंसू छलक आ गए थे। उनके द्वारा गाया हुआ यह गाना आज भी लोगों के दिलो मे बसता है।

लता मंगेशकर जी ने अपने स्वास्थ संबंधी समस्याओं के कारण, वर्ष 2000 के बाद से गिने चुने गाने ही गाये थे। जिसमें फिल्म ‘लगान’ का गाना ‘ओ पालन हारे’, रंग दे बसंती का गाना ‘लुका छिपी’ और फिल्म बेवफा का गाना ‘कैसे पिया से मैं कहुँ’ जैसे गाने शामिल हैं।

लता जी ने हिंदी, मराठी, उर्दू, संस्कृत सहित 36 भाषाओं में कई गीत गाए हैं।। इतना ही नहीं, लता मंगेशकर ने मदन मोहन और सी. रामचंद्र के लिए जो गाने गाए, वे उनके सर्वश्रेष्ठ गीत माने जाते हैं। बाद के वर्षों में उन्होंने लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी के साथ भी खूब काम किया। इस जोड़ी के साथ लता जी ने सबसे अधिक लगभग 712 गाने गाए हैं।

लता मंगेशकर | Lata Mangeshker

लता मंगेशकर | Lata Mangeshker

 

लता मंगेशकर का फिल्मी करियर (Lata Mangeshkar Film Career)

लता मंगेशकर ने 13 वर्ष कि उम्र मे वर्ष 1942 में आई फिल्म ‘पहिली मंगलागौर’ मे पहली बार काम किया था। इस फिल्म में उन्होंने हीरोइन स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन की भूमिका निभाई। इस फिल्म के लिए उन्होने ‘नटकी चैगाची नवलाई’ गीत भी गाया था। उनके गायकी का सफर सही मायने में इसी फिल्म के साथ शुरू हुआ।

इसके बाद लता मंगेशकर ने ‘चिमुकला संसार’ (1943), ‘माझे बाल’ (1944), ‘गजाभाऊ’ (1944), ‘जीवन यात्रा’ (1946), ‘बड़ी मां’ (1945) जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। इसमे फिल्म, ‘गजाभाऊ’ में उनके द्वारा किए गए अभिनय बहुत सराहना हुई थी। वैसे तो ‘गजाभाऊ’ एक मराठी फिल्म थी, लेकिन इसी फिल्म में लता मंगेशकर ने अपना पहला हिंदी फिल्मी गीत ‘माता, एक सपूत की दुनिया बदल दे तू।’ गाया था।

 

लता मंगेशकर का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन- वर्ष 2022 मे (Networth, House, Fees, Car Collection in 2022) |

लता दीदी की संपत्ति नेटवर्थ लगभग 370 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जबकि उन्हें उनके गानों की रॉयल्टी से हर महीने करीब ₹40 लाख की रॉयल्टी मिलती थी।

आवास प्रभु कुंज, मुंबई, महाराष्ट्र (भारत)

नेटवर्थ

(Networth)

₹370 करोड़ INR लगभग

प्रतिमाह रॉयल्टी

₹40 लाख प्रतिमाह

कार संग्रह

मर्सिडीज बेंज

 

नौकर ने जहर देकर मारने की की थी कोशिश।

एक बार की बात है, एक गाने की रिकॉर्डिंग के दौरान लता जी के गले में थोड़ी सी खराश आ गई थी। जांच के बाद पता चला कि वे गले की गंभीर बीमारी, डिप्थीरिया से पीड़ित हो गई है। डॉक्टरो ने कहा कि वे अब गा नहीं पाएंगी। लता जी को करीब 3 माह तक  आराम करना पड़ा। इसके बाद गीत ‘कहीं दीप जले कहीं दिल’ गाने से गायिकी शुरू की। यह गाना खूब चला और इस गाने के लिए लता मंगेशकर ने फिल्म फेयर अवार्ड जीता।

एक बार लता जी को उनके रसोइए ने जहर देने की कोशिश की थी, जब उन्हें फूड प्वाइजनिंग कि समस्या हो गई थी और वे बीमार पड़ी, तो रसोईया उनके घर से फरार हो गया। जांच में पता चला कि उन्हें धीमा जहर दिया गया था।

 

लता मंगेशकर की पसंदीदा चीजें (Favorite Things) ।

पसंदीदा अभिनेता

दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन, देव आनंद
पसंदीदा अभिनेत्री

नरगिस, मीना कुमारी

पसंदीदा फिल्म

बॉलीवुड : किस्मत (1943), पड़ोसन 

हॉलीवुड : गॉन विद द विंड, टाइटैनिक एवं जेम्स बॉण्ड की फिल्में

पसंदीदा संगीत निर्देशक

गुलाम हैदर, मदन मोहन, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, ए आर रहमान

पसंदीदा सिंगर

गायक- कुंदनलाल सहगल

गायिका- नूरजहां

पसंदीदा खेल

क्रिकेट

पसंदीदा क्रिकेटर

सचिन तेंदुलकर
पसंदीदा राजनीतिज्ञ

अटल बिहारी वाजपेयी

पसंदीदा भोजन

‎मसालेदार भोजन
पसंदीदा पेय-पदार्थ

कोका-कोला

पसंदीदा जगह

लॉस एंजेलिस
शौक (Hobbies)

फोटोग्राफी, क्रिकेट मैच देखना, साहित्य पढ़ना

 

लता जी क्रिकेट की बहुत बड़ी फैन थीं, उनके पसंदीदा खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर है। सचिन तेंदुलकर उन्हें अपनी माँ की तरह मानते है। लता जी को क्रिकेट मैच देखना काफी पसंद था, इसलिए देश में हर इंटरनेशनल क्रिकेट मैच की दो वीआईपी सीट दीदी के लिए रिजर्व रखी जाती थी।

  • जब भारत ने 1983 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था तब बीसीसीआई के पास अपने खिलाड़ियों को इनाम में देने के लिए पैसे नहीं थे तब लता जी ने 2 घंटे के कंसल्ट से इतने पैसे जुटा लिए की बोर्ड ने 14 खिलाड़ियों को एक-एक लाख रूपये इनामी राशि दी थी।

 

 

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निजी जीवन (Personal Life)

लता मंगेशकर सुरों की महारानी थी। वे 92 वर्ष की थी, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में कभी शादी नहीं की थी। वे अपने करियर में इतनी बिजी थी, कि उनके पास शादी के लिए समय ही नहीं था। उन्होंने अपना पुरा जीवन अपने गायन को ही दे दिया था। वह बहुत ही शानदार और मशहूर गायक थी। 

 

लता मंगेशकर स्वास्थ्य करोना पोजीटिव (Lata Mangeshkar Health latest Report)

हाल ही में मिली खबर की अनुसार लता जी को स्वास्थ संबंधी समस्या के कारण 8 जनवरी 2022 को ब्रिचकेंडि अस्पताल में भर्ती किया गया था। जांच में उनकी रिपोर्ट करोना पॉज़िटिव आई थी। उन्हें सांस की बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल मे उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम में रखा गया था।

 

महान कोकिला स्वर लता मंगेशकर का निधन।

स्वर की धनी महान कोकिला स्वर लता मंगेशकर का आज (6 फरवरी 2022) को मुंबई (महाराष्ट्र) में निधन हो गया। 93 वर्ष की उम्र तक लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 30000 से भी ज्यादा गाने गाए हैं।

उनकी बहन उषा मंगेशकर ने बताया कि 28 दिन से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती लता जी का निधन मल्टी ऑर्गन फैल होने के कारण हुआ।

लता जी के अंतिम दर्शन के लिए देश के निवर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के साथ कई दिग्गज नेताओं और फिल्म जगत के कई बड़ी हस्तियाँ शामिल हुए। इससे पहले सेना के जवानों ने भी लता जी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर बड़े ही सम्मान के साथ अपने कंधों पर रखकर घर से बाहर लेकर आए।

उनके अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर उनके प्रशंसकों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर थे।

 

 

लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार।

लता जी का अंतिम संस्कार रविवार शाम 7:00 बजे शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी अंतिम विदाई में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, सीएम उद्धव ठाकरे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर, अभिनेता शाहरुख खान समेत कई हस्तियां शामिल हुए। इससे पहले उनके आवास ‘प्रभु कुंज’ पर अभिनेता अमिताभ बच्चन समेत कई हस्तियों ने उनके अंतिम दर्शन किए। जबकि भारत के निवर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई पहुंच कर उनके अंतिम दर्शन किए। लता मंगेशकर को मुखाग्नि उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर और भतीजे आदिनाथ मंगेशकर ने दी।

 

भारत में राष्ट्रीय शोक।

स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन पर पूरे भारतवर्ष में 2 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। जबकि बिहार में भी 2 दिनों का राजकीय शोक रहेगा। वहीं बंगाल में भी 15 दिनों तक हर सार्वजनिक स्थान, सिग्नल पर लता जी के गीत गूंजेगे। महाराष्ट्र मे सोमवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा, तो मध्य प्रदेश-कर्नाटक सरकार में भी 2 दिनो का राजकीय शोक मनाया जाएगा।

 

 

लता मंगेशकर से जुड़े विवाद (Controversies) |

एक समय में, लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी के बीच रॉयल्टी के मुद्दे पर मतभेद हो गए थे। क्योंकि लता संगीत एलबम में हिस्सा लेना चाहती थीं, जबकि रफी वेतन के लिए गीत गाते थे। उस दौरान उन दोनों कि जोड़ी बेहद मशहूर थी। लता मंगेशकर और एस. डी. बर्मन के बीच उत्पन्न इस मतभेद के बाद लता मंगेश्कर ने उनके साथ काम करने से इंकार कर दिया। वर्ष 1972 के बाद से उन दोनों ने फिर कभी एक दूसरे के साथ काम नहीं किया।

प्रसिद्ध संगीतकार ओ.पी. नय्यर के साथ लता ने कभी कोई गीत नहीं गाया।

 

लता मंगेशकर को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) |

  • राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार

1972 :  फ़िल्म परिचय के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार।

1974 :  फ़िल्म कोरा कागाज़ के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार।

1990 :  फ़िल्म लेकिन के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार।

 

  • फिल्मफेयर पुरस्कार

1959 :  सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “आजा रे परदेसी” (मधुमती) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार।

1963 :  सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “कहीं दीप जले कहीं दिल” (बीस साल बाद) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार।

1966 :  सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा” (ख़ानदान) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार।

1970 :  सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “आप मुझे अच्छे लगने लगे” (जीने की राह) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार।

1994 :  फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड।

1995 :  फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार गीत “दीदी तेरा देवर दिवाना” (हम आपके हैं कौन) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार।

 

  • महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार

1966 :  सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका फिल्म “साधी माणसं” के लिए।

1997 :  महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित।

2001 :  महाराष्ट्र रत्न (प्रथम प्राप्तकर्ता) से सम्मानित।

 

  • भारत सरकार पुरस्कार।

1969 :  पद्म भूषण से सम्मानित।

1989 :  दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित।

1999 :  पद्म विभूषण से सम्मानित।

2001 :  भारत रत्न से सम्मानित।

2008 :  भारत की आजादी के 60 वीं वर्षगांठ स्मृति के दौरान “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया।

नोट- इनके अलावा, उनके पास कई अन्य पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां भी है।

 

लता मंगेशकर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts) ।

  • क्या लता मंगेशकर धूम्रपान करती हैं ? नहीं
  • क्या लता मंगेशकर शराब पीती हैं ? नहीं
  • उनके पिता एक रंग मंच अभिनेता और शास्त्रीय गायक थे।
  • उनकी मां, शेवंती मंगेशकर दीनानाथ की दूसरी पत्नी थीं।
  • जब लता का जन्म हुआ था तो उनका नाम हेमा रखा गया था, जिसे उनके माता-पिता ने बाद में बदल कर लता रखा। क्योंकि उनके पिता द्वारा नाटक ‘भावबन्धन’ में एक महिला चरित्र का नाम लतिका था।
  • महज 5 वर्ष की उम्र से ही लता ने अपने पिता द्वारा निर्देशित मराठी नाटकों में एक अभिनेत्री के तौर पर अभिनय करना शुरू कर दिया था।
  • लता मंगेशकर केवल एक ही दिन के लिए स्कूल गई थी। जब वह स्कूल गई तो पहले दिन ही वह स्कूल के अन्य छात्राओं को संगीत सीखाने लग गई। जब अध्यापकों ने लता को अपनी छोटी बहन को स्कूल लाने और छात्राओं को संगीत सीखने के लिए माना किया तो लता इतनी क्रोधित हुई की उन्होंने तत्काल स्कूल छोड़ दिया और फिर वापस स्कूल कभी नहीं गई।
  • एक साक्षात्कार में लता मंगेशकर ने, गुलाम हैदर को अपना असली गुरु बताया, जिन्होंने उनकी प्रतिभा पर भरोसा किया।
  • वर्ष 1962 की, शुरुआत में उन्हें हल्का जहर दे दिया था, और उसके बाद, वह लगभग 3 महीने के लिए बिस्तर पर रहीं।
  • लता ने चीन-भारत युद्ध के पृष्ठपट से एक देशभक्ति गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गीत गाया था। यह गीत सुनने के बाद भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की आँखों में आँसू आ गए थे।
  • लता ने संगीत निर्देशक लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के लिए अधिकतम संख्या में  लगभग 712 गाने गाए हैं।
  • वर्ष 2001 में, लता को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था।
  • मध्यप्रदेश सरकार और महाराष्ट्र सरकार ने क्रमशः 1984 और 1992 में लता मंगेशकर पुरस्कार की स्थापना की।
  • उन्हें मेकअप करना पसंद नहीं है।
  • एक साक्षात्कार के दौरान लता मंगेशकर ने बताया कि मशहूर गायक के एल सैगल से मिलना और दिलीप कुमार के लिए गीत गाना उनकी अतृप्त इच्छाओं में से एक है।
  • उन्होंने 36 विभिन्न भाषाओं में 30000 से अधिक गाने गाए हैं।
  • लता मंगेशकर, क्रिकेट की बहुत बड़ी फैन थीं, उनके पसंदीदा खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर है। सचिन तेंदुलकर उन्हें अपनी माँ की तरह मानते है|
  • लता जी को क्रिकेट बहुत पसंद था, इसलिए देश में हर इंटरनेशनल क्रिकेट मैच की दो वीआईपी सीटें लता जी के लिए रिजर्व रहती थी।
  • जब भारत ने 1983 का क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था तब बीसीसीआई के पास अपने खिलाड़ियों को इनाम में देने के लिए पैसे नहीं थे तब लता जी ने 2 घंटे के कंसल्ट से इतने पैसे जुटा लिए की बोर्ड ने 14 खिलाड़ियों को एक-एक लाख रूपये इनामी राशि दी थी।

 

लता मंगेशकर के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : लता मंगेशकर कौन है ?

उत्तर : लता मंगेशकर भारत कि मशहूर पार्श्व गायिका हैं।

प्रश्न : लता मंगेशकर का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : 28 सितंबर 1929 (आयु 93 वर्ष) ।

प्रश्न : लता मंगेशकर का जन्म निधन हुआ ?

उत्तर : स्वर की धनी महान कोकिला स्वर लता मंगेशकर का आज (6 फरवरी 2022) को मुंबई (महाराष्ट्र) में निधन हो गया। 93 वर्ष की उम्र तक लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 30000 से भी ज्यादा गाने गाए हैं। ।

प्रश्न : लता मंगेशकर की शादी किससे हुई है ?

उत्तर : अविवाहित है|

प्रश्न : लता मंगेशकर किससे संबंधित है ?

उत्तर : पार्श्व गायिका से।

प्रश्न : वर्ष 2022 में लता मंगेशकर कि नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर : ₹370 करोड़ INR

 

इन्हें भी पढ़ें :

कंगना रनौत की जीवनी ।

मलाला यूसुफजई की जीवनी ।

सुशांत सिंह राजपूत की जीवनी ।

 

 आभार ।

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