सुमित अंतिल की बायोग्राफी | Sumit Antil Biography in Hindi

सुमित अंतिल की बायोग्राफी | Sumit Antil Biography in Hindi

 

सुमित अंतिल का जीवन परिचय पैरालंपिक, जन्‍म, जाति, सड़क दुर्घटना, गोल्‍ड मेडल, शिक्षा, विश्‍व रिकॉर्ड, नेटवर्थ, परिवार, करियर, विकी (Sumit Antil Biography, Paralympic, World Record, Birth, Accidents, Caste, Gold, Medal, Education, Networth, Family, Career, Wiki In Hindi)

 

सुमित अंतिल 

(Sumit Antil)

भारतीय एथलीट (जेवलिन थ्रोअर) एवं टोक्यो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता।

सुमित अंतिल भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी है। वे जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) मे पैरा खेलो मे भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। हाल ही मे अगस्त 2021 मे हुए टोक्‍यो पैरालंपिक में सुमित ने जैवलिन के F64 कैटेगरी में 68.55 मीटर की दुरी पर भाला (जैवलिन) फेककर गोल्‍ड मेडल जीता है। सुमित अंतिल का टोक्‍यो पैरालंपिक 2021 मे भारत का यह दूसरा गोल्‍ड मेडल था। सुमित ने यह गोल्ड मेडल टोक्यो पैरालंपिक में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए हासिल किया था। 

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टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने दूसरी बार भारत को गौरवान्वित किया। इसके पहले टोक्यो पैरालंपिक में ही अवनि लखेरा ने शूटिंग में पहला गोल्ड मेडल जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। सुमित अंतिल को पहलवानी का बहुत शौक था, जिसमें वे भारत को गोल्ड मेडल दिलाना चाहते थे। लेकिन पहलवानी में तो नही, पर उन्होंने भारत को जैवलिन थ्रो मे गोल्ड मेडल जरूर दिलाया है। 

जैवलिन में गोल्ड मेडल जीतकर सुमित ने ना केवल भारत का बल्कि अपने राज्य हरियाणा का भी नाम रौशन किया है। जिसके लिए हरियाणा सरकार ने उन्हें 6 करोड़ रूपये की धनराशि तथा एक सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इसके साथ ही, सुमित को वर्ष 2021 में मेजर ध्‍यानचंद खेलरत्‍न पुरस्‍कार से भी सम्‍मानित किया गया है।

सुमित अंतिल हमेशा से अपाहिज नहीं थे, वे एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिसकी वजह से उन्हें अपना एक पैर गंवाना पड़ा। तो आइए जानते हैं, सुमित अंतिल, जिन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में भारत को दूसरा गोल्ड मेडल जिताया, उनकी जीवनी और उनके द्वारा तय किए गए टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने के सफर के बारे में :

 

सुमित अंतिल की बायोग्राफी | Sumit Antil Biography in Hindi

सुमित अंतिल की बायोग्राफी | Sumit Antil Biography in Hindi

 

सुमित अंतिल का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम  :    सुमित अंतिल (Sumit Antil)

जन्म  :   7 जून 1998 (आयु 23 वर्ष)

जन्म स्थान  :  खेवड़ा, सोनीपत, हरियाणा (भारत)

पिता  :   स्व. राम कुमार आंतिल (वायुसेना अधिकारी)

माता  :   निर्मला देवी आंतिल (गृहिणी)

गृहनगर :   सोनीपत, हरियाणा (भारत)

आवास  :  सोनीपत, हरियाणा (भारत)

शिक्षण संस्थान :  रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (दिल्ली)

शैक्षणिक योग्यता  :   बी. कॉम

राशि : मिथुन राशि

धर्म  :   हिन्दु

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

पेशा (Profession) :  भारतीय एथलीट ( भाला फेंक)

कोच  :   नवल सिंह, वीरेंद्र धनखड़

सक्रिय वर्ष : वर्ष 2006 से अब तक

वर्ल्‍ड रिकॉर्ड (world record) :  68.55 मीटर

वैवाहिक स्थिति  :   अविवाहित

 

सुमित अंतिल का प्रारंभिक जीवन (Early Life) ।

सुमित अंतिल का जन्म 7 जून 1998 को हरियाणा के सोनीपत जिले के खेवड़ा गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम राम कुमार अंतिल एवं माता का नाम निर्मला देवी अंतिल है। सुमित के पिता वायु सेना में कार्यरत थे, लेकिन एक बीमारी के कारण उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। जबकि उनकी मां निर्मला देवी एक गृहणी है। सुमित की तीन बहने भी हैं जिनमें वह इकलौते भाई हैं। सुमित के पिता की मृत्यु के बाद सुमित का सफर काफी कठिनाइयों से भरा रहा।

सुमित को बचपन से हीं पहलवानी का बहुत शौक था, इसलिए वे पहलवानी सीखने के लिए सोनीपत के ही एक अखाड़े में पहलवानी की प्रैक्टिस करते थे। वे योगेश्वर दत्त को अपनी प्रेरणा मानते थे, और पहलवानी के क्षेत्र में ही अपना करियर बनाना चाहते थे। वे भी योगेश्वर दत्त की तरह भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना चाहते थे। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। एक सड़क हादसे ने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी, जिसमें सुमित को अपना एक पैर गंवाना पड़ा। जिसकी वजह से उनका पहलवानी (Wrestling) का सपना टूट गया।

 

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कैसे हुआ सुनील अंतिल का एक्सीडेंट (Accident) ।

पहलवानी में गोल्ड मेडल का सपना देखने वाले सुनील की जिंदगी भी सामान्य रूप से चल रही थी। वह पहलवानी के लिए प्रैक्टिस भी कर रहे थे, लेकिन उनका पहलवानी में गोल्ड मेडल जीतने का सपना तब टुट गया, जब उनके साथ एक दुर्घटना हुई। इस एक दुर्घटना ने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी, उनके सारे सपने को चूर-चूर कर दिया।

करीब 6 साल पहले कि बात है, 5 जनवरी 2015 को जब सुमित अपने 12वीं कक्षा के ट्यूशन से अपने घर वापस आ रहे थे, तभी अचानक सिमेंट भरे एक ट्रैक्टर ने उन्हें टक्कर मार दी और उन्हें घसीटते हुए कुछ दुर तक ले गई। इस हादसे में सुमित गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उनके पैरों में बहुत ही गंभीर चोटें आई थी। जिसकी वजह से सुमित को अपना बायां पावं गंवाना पड़ा। 

इस दुर्घटना के बाद, वे कई महीने तक अस्पताल के बिस्तर पर पड़े रहे। जिसके बाद उनकी मां ने उन्हें पुणे के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहां उन्हें नकली पैर (प्रोस्थेटिक लेग) लगाया गया। जिससे उन्हें चलने फिरने में आसानी हो। उनकी मां उनके लिए परेशान रहने लगी थीं, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और हर मुसीबतों का सामना डटकर किया।

सुमित अंतिल

सुमित अंतिल

शिक्षा (Education)

सुमित ने अपनी स्कूली पढ़ाई सोनीपत के ही एक स्थानीय स्कूल से पूरी की। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उच्‍च शिक्षा के लिए वे दिल्‍ली आ गए । वहाँ उन्‍होंने बीकॉम की डिग्री रामजस कॉलेज से प्राप्‍त की। 

 

शारीरिक संरचना (Body Measurement) ।

लंबाई

से० मी०- 189 Cm

मी०- 1.89 M

फीट मे-  6′ 2″

वजन

76 Kg

आंखों का रंग

काला
बालों का रंग

काला

 

जैवलिन थ्रो की तरफ सुमित का झुकाव (Interest in Javelin)|

वर्ष 2017 में उनके गांव के एक अन्य पैरा-एथलीट राजकुमार ने सुमित को पैरा एथलेटिक्स के बारे में बताया और उन्हें पैरा एथलेटिक्स खेल में जाने को कहा। 

बात वर्ष 2018 कि है, एक बार सुमित अंतिल की मुलाकात एशियन गेम्‍स में शॉट पूट के सिल्‍वर मेडल विजेता विरेंद्र धनकड़ से हुई। उसके बाद विरेंद्र धनकड़ उन्‍हें एएफआई (AFI) के पैरा जैवलिन थ्रो नव‍लसिंह के पास लेकर गए। 

नवलसिंह से मिलने के बाद सुमित ने उन्हें अपने पहलवानी के बारे मे बताया तो नवलसिंह ने सुमित को रेसलिंग करने के बजाय जैवलिन थ्रो कि प्रैक्टिस करने का सुझाव दिया। इसके बाद से सुमित पूरी मेहनत और लगन से जैवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करने लगे और कोच नवल सिंह के मार्गदर्शन में पैरा एथलेटिक्स का अभ्यास करना शुरू किया। पैरा एथलेटिक्स के शुरुआती दिनों में उनका व्यायाम करना काफी कठिन था, क्योंकि अत्यधिक गर्मी के कारण उनके कृत्रिम पैर से खून बहने लगता था। सुमित सुबह 3 बजे ही प्रैक्टिस के लिए उठ जाया करते है ।

 

सुमित अंतिल के करियर की शुरुआत (Sumit Antil Career) ।

वर्ष 2018 मे सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया था। वे अपनी मेहनत और लगन से इसमें अच्छा प्रदर्शन करते जा रहे थे।

वर्ष 2019 में हुए विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सुमित अंतिल ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए रजत पदक हासिल किया। इसके बाद उन्होनें 2019 में दुबई में 62.88 मीटर के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस रिकॉर्ड के साथ ही सुमित अंतिल टोक्यो पैरालंपिक 2021 के लिए क्वालीफाई कर गए।

 

सुमित अंतिल जैवलिन थ्रो करते हुए

सुमित अंतिल जैवलिन थ्रो करते हुए

टोक्यो पैरालंपिक 2021 में सुमित अंतिल का प्रदर्शन (Tokyo Paralympic-2021)

वर्ष 2021 में आयोजित, टोक्यो पैरालंपिक- 2020 में सुमित अंतिल को भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) में भारत का नेतृत्व करने का मौका मिला। जिसमें सुमित अंतिल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारत को टोक्यो पैरालंपिक में देश का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। इस दौरान सुमित अंतिल ने अपने पहले ही प्रयास में अपना ही विश्व रिकॉर्ड (World Record), जो कि दुबई में 62.88 मीटर का था, को तोड़कर 66.95 का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।  

टोक्यो पैरालंपिक में उन्होंने पहले प्रयास में 66.95 मीटर तक भाला फेंककर अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। इसके बाद दूसरे थ्रो में उन्होंने 68.08 मीटर दूर भाला फेंका। उनका तीसरा और चौथा थ्रो क्रमशः 65.27 मीटर और 66.71 मीटर का रहा था। जबकि सुमित ने अपने प्रदर्शन में और सुधार करते हुए अपने 5वें प्रयास में 68.55 मीटर का थ्रो किया, जो कि नया विश्व रिकॉर्ड बना। इसी के साथ वे भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले दूसरे भारतीय बने। उनका छठवाँ थ्रो फाउल रहा था।

टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुमित अंतिल अपनी मां के साथ।

टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुमित अंतिल अपनी मां के साथ।

 

टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुमित अंतिल ने एक इंटरव्यू में कहा कि- “यह एक सपना सच होने जैसा है। मैं अभी अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकता। यह मेरा पहला पैरालिंपिक है, और मैं थोड़ा नर्वस था। क्योंकि प्रतियोगी महान हैं। मैं 70 मीटर से अधिक थ्रो की उम्मीद कर रहा था, शायद मैं 75 मीटर कर सकता हूं। यह मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था, मैं विश्व रिकॉर्ड तोड़कर बहुत खुश हूं।”

 

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सुमित अंतिल।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सुमित अंतिल।

सुमित अंतिल की उपलब्धियां (Achievements)।

  • वर्ष 2019 में हुई विश्‍व पैरा एथलीक्‍स चैंपयिनशिप में सुमित अंतिल ने रजत पदक अपने नाम किया था।
  • मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री सीरीज-3 में सुमित टोक्यो ओलंपिक विजेता नीरज चोपड़ा के खिलाफ खेले थे। यहाँ सुमित 66.43 मीटर के सर्वश्रेष्‍ठ थ्रो के साथ सातवें स्‍थान पर रहे थे।
  • टोक्‍यो पैरालंपिक गेम्‍स में सुमित अंतिल जैवलिन थ्रो F64 कैटगरी में 68.55 मीटर दूर भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता।

 

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सुमित अंतिल का घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन- वर्ष 2021 मे (Networth, House, Fees, Car Collection in 2021) |

आवास

खेवड़ा, सोनीपत, हरियाणा (भारत)
नेटवर्थ

(Networth)

₹6 करोड़ INR लगभग

पसंदीदा खेल

पहलवानी (Wrestling)
पसंदीदा खिलाड़ी

योगेश्वर दत्त

निजी जीवन (Personal Life)

अगर हम बात करें सुमित अंतिल के व्यक्तिगत जीवन के बारे में तो, सुमित जब 7 वर्ष के थे तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। सुमित कि तीन बहने हैं। सुमित की मां निर्मला देवी आंतिल बहुत ही सपोर्टिव हैं, और उन्होंने सुमित का उनके करियर बनाने मे बहुत साथ दिया।

 

 पारिवारिक जानकारियां |

माता-पिता

पिता- स्व. राम कुमार आंतिल (पुर्व वायुसेना अधिकारी)

माता- निर्मला देवी आंतिल (गृहिणी)

भाई/ बहन

तीन बहने-

• किरण आंतिल

• सुशीला आंतिल

• रेनू आंतिल 

वैवाहिक स्थिति

अविवाहित
बच्चे

कोई नहीं

गर्लफ्रेंड/ अफेयर

ज्ञात नही

 

सुमित अंतिल को मिले पुरस्कार और सम्मान (Awards and Rewards) |

  • हरियाणा सरकार ने सुमित अंतिल को 6 करोड़ रुपये कि पुरस्कार राशि एवं एक सरकारी नौकरी तथा अन्‍य सुविधाएँ देने की घोषणा की है।
  • वर्ष 2021 के लिए सुमित को ‘मेजर ध्‍यानचंद खेलरत्‍न अवार्ड’ से सम्‍मानित किया गया है ।
भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड लेते हुए सुमित अंतिल।

भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड लेते हुए सुमित अंतिल।

सुमित अंतिल से जुड़े कुछ रोचक तथ्य (Some Interesting Facts) ।

  1. जैवलिन में आने से पहले सुमित अंतिल पहलवानी के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते थे, और भारत के लिए पहलवानी में गोल्ड मेडल जीतना चाहते थे।
  2. जब सुमित अंतिल 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे थे तब उनका एक्सीडेंट हो गया था। जिसकी वजह से उन्हें अपना बायां पैर गंवाना पड़ा था।
  3. सुमित आदिल के पिता एक वायु सेना कर्मचारी थे।  एक बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी, उस समय सुमित की उम्र मात्र 7 वर्ष कि थी।
  4. सुमित आंतिल एक भारतीय पैरालंपिक एथलीट और भाला फेंक खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2021 के ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक फाइनल में 68.55 मीटर भाला फेंककर अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
  5. पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने सुमित आंतिल को 6 करोड़ रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की और साथ ही साथ उन्हें एक सरकारी नौकरी देने कि घोषण कि है।
  6. सुमित अपने स्कूल के दिनों में कुश्ती में अपना करियर बनाना चाहते थे, और वे योगेश्वर दत्त के बहुत बड़े प्रशंसक हैं।
  7. सुमित आंतिल ने पटियाला में हुए ‘ग्रैंड प्रिक्स सीरीज’ में भाग लिया और 66.43 मीटर के थ्रो के साथ सातवें स्थान पर रहे। जिसमें उन्होंने भारत के टोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के खिलाफ मुकाबला किया था।

 

सुमित अंतिल के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (MCQ)।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल कौन है ?

उत्तर : भारतीय पैरा भाला फेंक (जैवलिन थ्रोअर) खिलाड़ी और टोक्यो पैरालंपिक 2021 में स्वर्ण पदक विजेता।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : 7 जून 1998 को।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 23 वर्ष (2021 मे) ।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल वर्तमान में कहां रहते हैं ?

उत्तर : सोनीपत, हरियाणा (भारत)

 

प्रश्न : क्या सुमित अंतिल शराब (अल्कोहल) का सेवन करते हैं ?

उत्तर : ज्ञात नहीं।

 

प्रश्न : क्या सुमित अंतिल धूम्रपान करते  हैं ?

उत्तर  : ज्ञात नहीं

 

प्रश्न : सुमित अंतिल की शादी किससे हुई है ?

उत्तर : सुमित अंतिल की अभी शादी नहीं हुई है। वह अभी अविवाहित हैं।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : कोई नहीं।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल का विश्‍व रिकॉर्ड क्‍या है ?

उत्तर :  68.55 मीटर ( टोक्यो पैरालंपिक 2021 में)।

 

प्रश्न : सुमित अंतिल किस राज्य के है ?

उत्तर : हरियाणा, भारत 

 

प्रश्न : सुमित अंतिल किससे संबंधित है ?

उत्तर : जैवलिन थ्रो।

 

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 आभार ।

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