पहली भारतीय महिला तलवारबाज भवानी देवी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को दिलाया दो गोल्ड मेडल। एक पुजारी की बेटी हैं भवानी देवी।

पहली भारतीय महिला तलवारबाज भवानी देवी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को दिलाया दो गोल्ड मेडल। एक पुजारी की बेटी हैं भवानी देवी।

 

भवानी देवी का जीवन परिचय | Bhavani Devi Biography in Hindi

भवानी देवी का जीवन परिचय (भवानी देवी, विकी, जन्म, शिक्षा, परिवार, करियर, कुश्ती, कॉमनवेल्थ गेम्स – 2022, शादी, नेटवर्थ) | Bhavani Devi Biography in Hindi [ Bhavani Devi, Wiki, Birth, Education, Family, Career, Fencing, CWG – 2022, marriage, Net worth]

 

भवानी देवी | Bhavani Devi

भारतीय महिला तलवारबाज


सफलता एक दिन में नहीं मिलेगी। आपको धैर्य रखना होगा और कड़ी मेहनत करते रहना होगा। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि आपको अपने खेल के लिए तरसना चाहिए और उससे प्यार करना चाहिए। “ यह कहना है, भारतीय महिला तलवारबाज भवानी देवी का। जिन्होंने, लंदन में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप- 2022 में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। इसके पहले भी उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखाते हुए वर्ष 2019 के कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक जीता था। ऐसे में हमें भवानी देवी के संघर्ष और उनके जीवन के बारे में जरूर जाना चाहिए। इसलिए आज के इस लेख में हम आपके लिए लेकर आए हैं, भवानी देवी का जीवन परिचय | Bhawani Devi biography in hindi “.  जिसमें हम भवानी देवी के जीवनी से लेकर उनके संघर्ष और रोचक तथ्यों के बारे में भी चर्चा करेंगे।

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भवानी देवी कौन हैं ? | Who is Bhavani Devi?

Bhavani Devi Biography in Hindi : दोस्तों, भवानी देवी एक भारतीय तलवारबाज (Fencer) है। जिन्होंने लंदन में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप- 2022 में स्वर्ण पदक जीता है। भवानी का यह इस चैंपियनशिप में दूसरा स्वर्ण पदक है। भवानी ने, वर्ष 2021 के टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई किया था, जिसके बाद वे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली वह पहली भारतीय महिला तलवारबाज (फेंसर) बनी। भवानी को, राहुल द्रविड़ एटलेंट मेंटरशिप प्रोग्राम के जरिए गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन का समर्थन भी प्राप्त है। 

भवानी देवी का जीवन परिचय | Bhavani Devi Biography in Hindi

भवानी देवी का जीवन परिचय | Bhavani Devi Biography in Hindi

वर्ष 2010 में फिलीपींस में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में उन्होंने भारत के लिए कांस्य पदक जीता था। वर्तमान में भवानी, दुनिया में 42वें नंबर की खिलाड़ी हैं। जिन्होंने विश्व पटल पर भारत को गौरवान्वित किया है। तो भवानी देवी के बारे में ज्यादा जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें…

 

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भवानी देवी का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम (Name) : चडलवादा अनंधा सुंदररमन भवानी देवी (C.A. Bhavani Devi)

जन्म (Birth) : 27 अगस्त 1993

उम्र (Age) : 29 वर्ष – (2022 में)

जन्म स्थान (Birth place) : चेन्नई, तमिलनाडु, भारत

पिता (Father) : सी अनंधा सुंदररमन (एक पुजारी)

माता (Mother) : सीए रमानी (गृहिणी)

गृहनगर (Hometown) : चेन्नई, तमिलनाडु, भारत

स्कूल (School) : मुरुगा धनुषकोडी गर्ल्स हायर सेकेंडरी, स्कूल चेन्नई

कॉलेज (College) : गवर्नमेंट ब्रेनन कॉलेज, थालास्सेरी, केरल; एवं सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज, चेन्नई

शिक्षा (Education) : B. Tech में स्नातक और एमबीए (MBA)

राष्ट्रीयता (Nationality) : भारतीय

धर्म (Religion) : हिन्दू

जाति (Cast) : ब्राह्मण

राशि (zodiac) : कन्या राशि

पेशा (Profession) : भारतीय एथलीट – तलवारबाजी (Fencing)

शैली (Type) : दाहिने हाथ की खिलाड़ी

विश्व रैंकिंग (World Ranking) : #42 (2022 तक)

कोच (Coach) : सागर लागू, निकोला जनोटी

 

भवानी देवी का प्रारंभिक जीवन | Bhavani Devi Early Life

Bhavani Devi Biography in Hindi : Early Life – दोस्तों, भवानी देवी का जन्म 23 अगस्त 1993 को तमिलनाडु के चेन्नई में एक मध्यम-वर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता, सी अनंधा सुंदररमन एक पुजारी थे और उसकी माँ सीए रमानी एक गृहिणी थी। भवानी का पूरा नाम, चडलवादा अनंधा सुंदररमन (सी. ए.) भवानी देवी है।

अपने माता-पिता के साथ भवानी देवी। Bhavani with her Parents

अपने माता-पिता के साथ भवानी देवी। Bhavani with her Parents

भवानी के दो भाई और दो बड़ी बहनें भी हैं, जिनमें उनके दोनों भाइयों का नाम सुरेश कुमार और गणेश राम है। जिसमें सुरेश कुमार एक निवेश सलाहकार हैं और गणेशराम एक वकील हैं। जबकि उनकी एक बड़ी बहन का नाम रेणुका है और वे पेशे से एक वकील हैं।

 

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भवानी देवी कि शिक्षा और ट्रेनिंग | Bhavani Devi Education & Training

Bhavani Devi Biography in Hindi : Education & Training – दोस्तों, भवानी जब 10 साल की थीं, तभी उन्हें तलवारबाजी से लगाव हो गया था और उन्होंने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ तलवारी बाजी भी शुरू कर दी थी। भवानी को पहली बार तलवारबाजी के बारे में तब पता चला जब वह छठी कक्षा में थीं। उस समय भवानी को यह खेल बहुत ही दिलचस्प लगा और उन्होंने इसे एक दिलचस्पी के तौर पर खेलना शुरू कर दिया। लेकिन धीरे-धीरे उनकी यह दिलचस्पी उनका जुनून बन गया। और इस खेल में ही उन्होंने अपना करियर बनाने का फैसला किया।

वर्ष 2004 में, मुरुगा धनुषकोडी गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही भवानी ने तलवारबाजी (फेंसिंग) सीखना शुरू कर दिया था। इस बारे में वे कहती हैं कि, ” जब मैं नए स्कूल में छठी कक्षा में शामिल हुई, तो उन्होंने मुझे तलवारबाजी सहित छह खेल विकल्प दिए। मेरे शामिल होने तक अन्य सभी विकल्प भर चुके थे और मेरे पास तलवारबाजी रह गई थी। यह मेरे लिए नया लग रहा था और मैं इसे आजमाने के लिए उत्सुक थी। बहुतों को यह भी नहीं पता था कि तलवारबाजी नामक एक खेल मौजूद है और उस समय भारत में यह एक बहुत ही नया खेल था, खासकर तमिलनाडु के लिए। खेल अपने आप में एक प्रेरणा है। यह मुझे खुशी देता है और हर दिन बेहतर होने के लिए प्रेरित करता है। ”

 

10वीं कि पढ़ाई पुरी करने के बाद भवानी ने केरल के थालास्सेरी में भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र (Sports Authority of India – SAI) में दाखिला ले लिया। और महज 14 वर्ष की उम्र में वे तुर्की में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय में टूर्नामेंट में शामिल हुई, जहाँ भवानी को तीन मिनट देरी से एक ब्लैक कार्ड मिला था। इसके बाद, वर्ष 2010 में भवानी ने फिलीपींस में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप में अपना प्रदर्शन दिखाया और कांस्य पदक जीता।

भवानी देवी ने केरल के गवर्नमेंट ब्रेनन कॉलेज, थालास्सेरी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने चेन्नई के सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज से एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल की है।

शुरुआत में, भवानी देवी तेज धूप में तलवारबाजी का प्रशिक्षण किया करती थी। तलवारबाजी सीखते हुए भवानी अक्सर अभ्यास के लिए दुसरे खिलाड़ियों से तलवारें उधार लेकर तलवारबाजी सीखा करती थीं। क्योंकि उस समय उनकी आर्थिक स्थिति इतनी ठीक नहीं थी कि वे एक इलेक्ट्रॉनिक तलवार खरीद सकें। 

 

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शारीरिक संरचना | Body Measurement

लंबाई (Height) 

से० मी०- 163

मी०- 1.63

फीट – 5’4″

वजन (Weight)

60 Kg

आंखों का रंग (eye color)

काला
बालों का रंग (Hair color)

काला

जूते का आकार (Shoe size)

6 (US)

 

भवानी देवी का निजी जीवन | Personal Life

Bhavani Devi Biography in Hindi : Personal life – दोस्तों, भवानी का जन्म, तमिलनाडु के चेन्नई शहर में हुआ था। 10 वर्ष की उम्र में ही उन्होंने तलवारबाजी सीखना शुरू कर दिया था और 17 वर्ष की उम्र में भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कांस्य पदक भी जीता था।

भवानी देवी | Bhavani Devi

भवानी देवी | Bhavani Devi

29 वर्षीय भवानी देवी वर्तमान में अविवाहित हैं और अपने माता-पिता के साथ चेन्नई शहर में ही रहती हैं। उनके परिवार में उनके माता-पिता के अलावा दो भाई और दो बड़ी बहने भी हैं। जिनमें उनके एक भाई, निवेश सलाहकार और दूसरे भाई, वकील हैं। जबकि उनकी एक बहन भी वकील हैं।

 

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पारिवारिक जानकारीयाँ।

माता पिता (Parents)

पिता – सी अनंधा सुंदररमन (एक पुजारी)

माता – सीए रमानी (गृहिणी)

भाई बहन (Siblings)

दो भाई – सुरेश कुमार (निवेश सलाहकार), और

गणेश राम (वकील)

दो बड़ी बहनें

वैवाहिक स्थिति (Marital status)

अविवाहित (2022 तक)
अफेयर्स/गर्लफ्रेंड (affairs girlfriends)

जानकारी नहीं

 

भवानी देवी का करियर | Bhavani Devi Career

Bhavani Devi Biography in Hindi : Athlete Career – भवानी देवी ने, वर्ष 2003 से तलवारबाजी सीखना शुरू किया था। उन्होंने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में तीन मिनट की देरी के कारण ब्लैक कार्ड मिला था। आपको बता दें कि, तलवारबाजी में ब्लैक कार्ड का मतलब टूर्नामेंट से निष्कासन होता है। इसके बाद वे अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच से बाहर हो गई थी।

15 साल की उम्र में भवानी ने तुर्की में हो रहे जूनियर वर्ल्ड फेंसिंग चैंपियनशिप में भाग लिया था। उस दौरान उनके परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी कि, वे भवानी की यात्रा करने और फेंसिंग के उपकरण खरीदने का खर्च उठा सके। जिसके बाद उनकी माँ ने अपने कुछ रिश्तेदारों और दोस्तों से फेंसिंग उपकरण खरीदने के लिए पैसे उधार लिए थे। जिसका खुलासा भवानी ने अपने एक साक्षात्कार में किया और कहा कि- ” मैं बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से चूक गई। क्योंकि मेरे परिवार वालों के लिए मेरी यात्रा का खर्चा उठा पाना बहुत ही मुश्किल था। लेकिन मेरी मां हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने अपने स्तर पर पूरी कोशिश की, कि मुझे या तो कर्ज लेकर या फिर पैसे उधार लेकर प्रतियोगिताओं में शामिल होने दिया जाए। “

वर्ष 2010 में भवानी ने इंटरनेशनल ओपन- 2010 मे हिस्सा लिया और वहां कांस्य पदक जीता। उसी वर्ष, 2010 में कैडेट एशियन चैम्पियनशिप में भी उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया। फिर वर्ष 2012 के कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप मे खेलते हुए भी उन्होंने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। वर्ष 2014 में भवानी देवी ने फिलिपींस में आयोजित एशियाई चैम्पियनशिप अंडर-23 में रजत पदक जीत कर इतिहास रच दिया। उस समय वे ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय थी।

खेल की प्रैक्टिस करती हुई भवानी देवी।

खेल की प्रैक्टिस करती हुई भवानी देवी।

दोस्तों क्या आप जानते हैं कि, जब उन्हें अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए विदेश जाना पड़ता था, तो उनके लिए अंग्रेजी में बात करना बहुत कठिन था। उस दौरान उन्हें बहुत सी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा, जब बहुत से लोगों ने उनके माता-पिता से अपनी बेटी को अंतरराष्ट्रीय खेलों में भाग लेने और अकेले बाहर भेजने से मना किया। उन दिनों को याद करते हुए, भवानी ने अपने एक साक्षात्कार में कहा कि – ” शुरूआती दिनों में अकेले सफर करते हुए मुझे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। तब मुझे अंग्रेजी बोलने में काफी कठिनाई होती थी। पहले से बुक किए गए होटलों को ढूंढना और लोगों से संवाद करना एक कठिन काम था। साथ ही बहुत से लोगों ने मेरे माता-पिता से कहा कि मुझे अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अकेले जाने से रोकें। लेकिन मैं हार मानने को तैयार नहीं थी। “

वर्ष 2015 में आयोजित फ्लेमिश ओपन- 2015 में भवानी ने कांस्य पदक हासिल किया था। इसके बाद वर्ष 2019 में कैनबरा में आयोजित सीनियर कॉमनवेल्थ फ़ेंसिंग चैम्पियनशिप में भवानी ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया स्वर्ण पदक हासिल किया।

भवानी देवी अपने करियर में अपनी मां को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा मानती हैं। इस बारे में वे कहती हैं कि- ” मेरे फेंसिंग करियर में मेरी मां ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया। वह सहायक रही है और मेरे सपनों को पूरा करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया है। उन्होंने मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए प्रायोजकों को खोजने और सरकार से धन इकट्ठा करने के लिए कड़ी मेहनत की। “

भवानी देवी अपनी मां के साथ।

भवानी देवी अपनी मां के साथ।

वर्ष 2015 में भवानी देवी को ‘गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन’ के तहत ‘राहुल द्रविड़ एथलीट मेंटरशिप प्रोग्राम’ के लिए भी चुना गया था। भवानी इसमें उन 15 एथलीटों में से थी जो पहले से ही इस कार्यक्रम में शामिल हुई थी। इस कार्यक्रम में अपने चयन पर उन्होंने कहा कि – ” जब मैंने खेल छोड़ने के बारे में सोचा, तो सौभाग्य से, मुझे गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन द्वारा राहुल द्रविड़ एथलीट मेंटरशिप प्रोग्राम के लिए चुना गया। “

भवानी ने वर्ष 2021 में आयोजित टोक्यो ओलंपिक्स के लिए भी क्वालीफाई किया था। इसके बाद वे ऐसा करने वाली पहली भारतीय बन कर इतिहास रच दिया। उनसे पहले, चाहे वह महिला हो या पुरुष, कोई भी भारतीय तलवारबाज़ ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाया था। हालांकि उन्होंने इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन भारत को कोई मेडल नहीं दिला पाई और उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।

 

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भवानी देवी ने CWG – 2022 में जीता स्वर्ण | Bhavani Devi Won gold in CWG- 2022

Bhavani Devi Biography in Hindi : CWG 2022 – दोस्तों, भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने लंदन में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप- 2022 में स्वर्ण पदक जीता है। वे सेवर वर्ग के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के वेरोनिका वैंसवेला को हराकर चैंपियन बनी। 28 वर्षीय भवानी का यह इस चैंपियनशिप में दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे 3 साल पहले, वर्ष 2019 में उन्होंने कैनबरा आयोजित कॉमनवेल्थ विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था। 

CWG - 2022 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहले पायदान पर भवानी देवी।

CWG – 2022 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहले पायदान पर भवानी देवी।

भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने भवानी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। भवानी ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर इतिहास रचा था। वह ओलंपिक टिकट कटाने वाली पहली भारतीय बनीं थी।

 

भवानी देवी की उपलब्धियां | Bhavani Devi Achievements

  • वर्ष 2022 में, यूके के बर्मिंघम में आयोजित के कॉमनवेल्थ गेम्स- 2022 में स्वर्ण पदक जीता।
  • वर्ष 2021 के टोक्यो ओलंपिक खेल में क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज बनी।
  • वर्ष 2019 में बेल्जियम में आयोजित टूरनोई उपग्रह डब्ल्यूसी फेंसिंग प्रतियोगिता में रजत पदक जीता।
  • 2019 ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में आयोजित कॉमनवेल्थ फेंसिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता।
  • वर्ष 2018 में आइसलैंड में आयोजित टूरनोई उपग्रह डब्ल्यूसी फेंसिंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2017 में आइसलैंड में टूरनोई उपग्रह डब्ल्यूसी फेंसिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
  • वर्ष 2015 में बेल्जियम में आयोजित फ्लेमिश ओपन में कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2014 में इटली में आयोजित टस्कनी कप में स्वर्ण पदक जीता।
  • वर्ष 2014 में फिलीपींस में आयोजित अंडर 23 एशियन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता।
  • वर्ष 2012 में जर्सी में आयोजित जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2010 में थाईलैंड में आयोजित इंटरनेशनल ओपन में टीम कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2010 में कैडेट फिलीपींस में आयोजित एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप में टीम कांस्य पदक जीता।
  • वर्ष 2009 में मलेशिया में आयोजित जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में टीम कांस्य पदक जीता।

 

भवानी देवी को मिले पुरस्कार/ सम्मान | Bhavani Devi Awards/ Rewards

  • वर्ष 2021 में भारत सरकार द्वारा अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
  • वर्ष 2021 में दुनिया के पहले सेफ्टी लाइफस्टाइल ब्रांड ‘MY’ ने भवानी देवी को टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाई करने पर, उन्हें अपना सद्भावना राजदूत घोषित किया था।
  • वर्ष 2021 में कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी ने भवानी देवी को टोक्यो ओलंपिक- 2021 में चयन पर प्रशंसा करते हुए सम्मानित किया था।
  • सितंबर 2020 में डॉ. किरण बेदी ने भवानी देवी की आधिकारिक वेबसाइट लॉन्च की थी, और भवानी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी घोषणा की थी।
  • वर्ष 2015 में भवानी देवी को ‘गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन’ के तहत ‘राहुल द्रविड़ एथलीट मेंटरशिप प्रोग्राम’ के लिए चुना गया था।

 

भवानी देवी से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Some Interesting Facts About Bhavani Devi

  1. भवानी देवी का जन्म तमिलनाडु के चेन्नई शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
  2. उनके पिता एक पुजारी और उनकी माँ एक गृहिणी थी।
  3. भवानी का पूरा नाम, चडलवादा अनंधा सुंदररमन (सी. ए.) भवानी देवी है।
  4. महज 10 वर्ष की उम्र में ही भवानी ने तलवारबाजी सीखना शुरू कर दिया था।
  5. 14 वर्ष की छोटी उम्र से ही वे अंतरराष्ट्रीय में टूर्नामेंट में भाग लेने लगी थी।
  6. भवानी ने टोक्यो ओलंपिक- 2021 में जाने से पहले अपने बाएं हाथ के बाहरी हिस्से पर टोक्यो ओलंपिक का टैटू बनवाया था।
  7. भवानी अपनी मां को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा मानती हैं।
  8. शुरुआत में उन्हें प्रैक्टिस करने के लिए अपने दुसरे साथियों से तलवार लेना पड़ता था। क्योंकि उस समय उनके पास कोई इलेक्ट्रॉनिक तलवार नहीं थी।
  9. शुरुआत में जब वे विदेशों खेलने के लिए जाती थी तो अंग्रेजी नहीं आने के कारण उन्हें बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
  10. बहुत से लोग उनके माता-पिता को उन्हें खेल में भाग लेने और अकेले विदेश भेजने के लिए मना करते थे।

 

भवानी देवी के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : भवानी देवी कौन है ?

उत्तर : भवानी देवी एक भारतीय तलवारबाज (Fencer) है। जिन्होंने लंदन में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप- 2022 में स्वर्ण पदक जीता है। भवानी का यह इस चैंपियनशिप में दूसरा स्वर्ण पदक है।

प्रश्न :भवानी देवी का जन्म कब हुआ था ?

उत्तर : भवानी देवी का जन्म 27 अगस्त 1993 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था।

प्रश्न : भवानी देवी की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 29 वर्ष – 2022 में।

प्रश्न : भवानी देवी मलिक किस राज्य से हैं ?

उत्तर : तमिलनाडु

प्रश्न : भवानी देवी कि जाति क्या है ?

उत्तर : ब्राह्मण, हिंदू

प्रश्न : भवानी देवी किस खेल से संबंधित हैं ?

उत्तर : तलवारबाजी (Fencing) से।

प्रश्न : क्या भवानी देवी ने शादी कर ली है ?

उत्तर : नहीं 29 वर्षीय भवानी देवी, वर्तमान (2022 तक) में अविवाहित हैं।

प्रश्न : भवानी देवी का टोक्यो ओलंपिक- 2021 में प्रदर्शन कैसा था ?

उत्तर : भवानी देवी का टोक्यो ओलंपिक 2022 में 2021 में अच्छा प्रदर्शन रहा। लेकिन वह कोई भी मेडल जीतने से चूक गई।

प्रश्न : भवानी देवी के कोच कौन है ?

उत्तर : सागर लागू, निकोला जनोटी

प्रश्न : बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स- 2022 में भवानी देवी का प्रदर्शन कैसा रहा ?

उत्तर : CWG- 2022 में, भवानी देवी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

आभार ।

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