गौतम अदानी ने 81हजार करोड़ रुपए में अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड को खरीदा।

Gautam Adani biography in Hindi | गौतम अदानी का जीवन परिचय

गौतम अदानी का जीवन परिचय (गौतम अदानी, विकी, जन्म, शिक्षा, परिवार, करियर, व्यवसाय, अदानी समुह, अंबुजा सीमेंट, एसीसी सीमेंट, विवाद, नेटवर्थ) | Gautam Adani Biography in Hindi [ Gautam Adani, Wiki, Birth, Education, Family, Career, Business, Adani Group, Ambuja cement, ACC cement, Controversies, Net worth ]



“मेरी अपनी निवेश नीति है, जो मैं राष्ट्र के हित को ध्यान में रखकर तय करता हूं, और जो कभी बदलते नहीं।”

Advertisement

– गौतम अदानी।

गौतम अदानी ने 81हजार करोड़ रुपए में अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड को खरीदा।

अदानी ग्रुप ने भारत के दो प्रमुख सीमेंट कंपनियां, अंबुजा सीमेंटस् और एसीसी लिमिटेड में स्विस कंपनी होलसिम की पूरी हिस्सेदारी खरीदने की डील साइन किया है। होलसिम की अंबुजा सीमेंट में 63.19% और एसीसी में 54.53% हिस्सेदारी है। इसके लिए अदानी ग्रुप 81,427 करोड़ रुपए खर्च करेगा। यह अडानी समूह द्वारा किया गया अबतक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। वही इंफ्रास्ट्रक्चर और मटेरियल के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। इस अधिग्रहण के बाद से अदानी अब देश के सीमेंट बाजार में सबसे बड़े हिस्सेदार होंगे।

आपको बता दें कि, अंबुजा व एसीसी का भारत में कुल मार्केट शेयर 33% है। जबकि, अल्ट्राटेक सीमेंट 31% मार्केट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर होगी।

इसके बारे में गौतम अडानी ने कहा कि – “भारत की कहानी में हमारा विश्वास अडिग है। भारत में होल्सिम की सीमेंट कंपनियों को हमारी ग्रीन एनर्जी और लॉजिस्टिक के साथ मिलाने से यह हमें दुनिया की सबसे ज्यादा हरित सीमेंट कंपनी बना देगी।”

 

क्या क्या खास है अंबुजा सीमेंट और एसीसी सीमेंट के पास।

  • यह दोनों ही कंपनियां भारत के प्रमुख सीमेंट ब्रांड हैं।
  • इन दोनों कंपनियों द्वारा, उत्पादन 700 लाख टन सालाना है।
  • इसमें 23 सीमेंट प्लांट, 14 ग्राइंडिंग स्टेशन हैं।
  • 80 रेडी-मिक्स कंक्रीट प्लांट हैं।
  • इन दोनों कंपनियों के पास कुल मिलाकर 50,000 से ज्यादा चैनल पार्टनर हैं।

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

कौन है गौतम अदानी ? Who is Gautam Adani?

गौतम अडानी को आज पूरा देश जानता है। गौतम अडानी आज एक बहुत बड़े भारतीय बिजनेसमैन एवं अदानी ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष भी हैं। गौतम अदानी को यह संपत्ति या कंपनी विरासत में नहीं मिली, बल्कि उन्होंने अपनी लगन और मेहनत से इसे खुद बनाया है, और उद्योग के क्षेत्र में अपना एक मुकाम हासिल किया है। गौतम अडानी ने 1988 में अहमदाबाद में अदानी ग्रुप की स्थापना की। अदानी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन, बंदरगाहों (पोर्ट), multi-model लॉजिस्टिक, तेल और गैस वितरण, और बिजली उत्पादन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में काम करती हैं। गौतम अडानी एक स्वयं निर्मित उद्योगपति है और प्रथम पीढ़ी के उद्यमी होने के साथ-साथ इनको इंडस्ट्री में करीब 33 साल का अनुभव भी है। वे बचपन से ही महत्वकांक्षी होने के साथ-साथ दृढ़ निश्चयी भी थे।

वे कहते हैं कि, “या तो आप अपने कैश को संग्रहित कर के बैठे रहिए या फिर निरंतर तरक्की करते रहिए।”

गौतम अडानी को व्यापार परिवहन एवं परिवहन संबंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विश्व भर के 100 सबसे प्रभावशाली उद्यमियों में गिना जाता है। अपने करियर की शुरुआत में अदानी को कुछ ज्यादा अनुभव नहीं था और शुरुआत में 2 साल तक उन्होंने डायमंड सॉर्ट महिंद्रा ब्रदर्स में नौकरी भी की। इसके बाद उन्होंने झावेरी बाजार से अपने बिजनेस के क्षेत्र में कदम रखा। 

गौतम अडानी की जीवनी | Gautam Adani Ki Biography in Hindi

गौतम अडानी की जीवनी | Gautam Adani Ki Biography in Hindi

आज उनके पास चार हेलिकॉप्टर है। और गुजरात सरकार के मुख्यमंत्री भी उनके चौपल का इस्तेमाल करते हैं और इसके लिए वह अदानी समूह को भुगतान भी करते हैं। यहां तक की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं और वह इसके लिए भुगतान भी अदा करते हैं। 

गौतम अडानी की संस्था ‘अदानी फाउंडेशन’ को वर्ष 2014 में तीसरे वार्षिक ग्रीन टैक्स सीएसआर (CSR) पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

हाल ही में गौतम अडानी ने उत्तर प्रदेश में 35 हजार करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान किया है।

 

गौतम अडानी का जीवन परिचय : एक नजर में ।

नाम    गौतम अडानी (Gautam Adani)

जन्म  –   24 जून 1962 

जन्म स्थान  –   अहमदाबाद, गुजरात (भारत)

पेशा  –   उद्योगपति (Businessman)

पिता  –   शांतिलाल अदानी  

माता  –   शांताबेन अदानी 

पत्नी  –   प्रीति अदानी 

बच्चे  –   दो बेटे, (करण अदानी और जीत अदानी)

स्कूली शिक्षा –    सेठ चिमनलाल नागिदास हाई स्कूल 

कॉलेज  –  गुजरात विश्वविद्यालय 

विषय  –   वाणिज्य के क्षेत्र में 

नागरिकता  –   भारतीय 

धर्म  –   हिंदू 

राशि  –   कर्क

व्यवसाय – अदानी समूह के संस्थापक

Website – adanienterprises.com

कुल संपत्ति  –   US$123.8 billion (According to Forbes) – 5 May 2022

 

गौतम अदानी का प्रारंभिक जीवन ।

गौतम अदानी का जन्म 24 जून 1962 मे अहमदाबाद के रतनपुर में स्थित सेठ नी पोल क्षेत्र के गुजराती जैन परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम शांतिलाल अदानी और मां का नाम शांताबेन अदानी है। उनके सात भाई बहन हैं। अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए उनके माता-पिता थराड़ कस्बे से गुजरात के उत्तरी हिस्से में बसे थे। उन दिनों उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के वजह से उनके पिता अपने परिवार के साथ अहमदाबाद के पोल इलाके की शेठ चॉल में रहा करते थे।

गौतम अडानी की शुरुआती शिक्षा अहमदाबाद के चिमनलाल नागिन दास हाई स्कूल (सीएम विद्यालय) से हुई। इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए गुजरात यूनिवर्सिटी से कॉमर्स (वाणिज्य) के क्षेत्र में ग्रेजुएशन करने के लिए दाखिला तो लिया, लेकिन पढ़ाई पूरी नहीं कर सके। अपने कॉलेज के दिनों में ही उन्हें लगने लगा था कि किताबी पढ़ाई उनके लिए नहीं है, ग्रेजुएशन के दूसरे साल में ही उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दिया।

 

गौतम अडानी का निजी जीवन ।

गौतम अडानी का विवाह प्रीति अदानी से हुआ। उनकी पत्नी प्रीति अदानी पेशे से एक दंत चिकित्सक (Dentist) है, और “अदानी फाउंडेशन” की प्रमुख भी हैं। अदानी दंपति के दो बेटे हैं, जिनका नाम करण अदानी और जीत अदानी है।

 

उद्योग के क्षेत्र में कदम ।

केवल ₹100 लेकर गौतम अडानी 1978 में मुंबई (जिसे सपनों की नगरी कहते हैं) पहुंचे। यहां उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में महिंद्रा ब्रदर्स के डायमंड ब्रोकरेज फर्म में डायमंड शॉर्टर कि नौकरी की।

यहां वे हीरे छांटने का काम किया करते थे। नौकरी करते हुए ही उन्होंने कारोबार के क्षेत्र में अपनी रणनीति भी तैयार कर ली थी। करीब दो सालों तक वहां काम करने के बाद उन्होंने मुंबई के सबसे बड़े ज्वेलरी मार्केट झावरी बाजार मे अपना खुद का डायमंड ब्रोकरेज व्यवसाय शुरू किया। इसमें उन्हें सफलता भी मिली और बहुत कम उम्र, मात्र 20 साल की उम्र में ही वे करोड़पति बन गए।

अपने कॉलेज की पढ़ाई को बीच में ही छोड़कर गौतम अदानी ने जब अपना खुद का रास्ता बनाने का फैसला किया तो उनके पिता शांतिलाल अदानी उनके इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं थे। लेकिन गौतम अपनी धुन के पक्के थे। और उन्होंने वही किया, जो वे करना चाहते थे। बाद में उन्हें इसमें सफलता भी मिली।

उन्होंने यह फैसला तब लिया जब उनका पूरा परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।

1980 के दशक में अदानी अपने शहर अहमदाबाद में अपने बचपन के दोस्त मले महादेविया के साथ स्कूटर के पीछे बैठकर घूमा करते थे। बाद में महादेविया उनके बिजनेस पार्टनर बने।

1981 में गौतम के बड़े भाई मनसुख अदानी ने अहमदाबाद में प्लास्टिक की एक यूनिट लगाई और गौतम अडानी को कंपनी चलाने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद उन्होंने अपने बड़े भाई की पीवीसी (Poly Vinyl Chloride) यूनिट संभाली और कारोबार को धीरे-धीरे आगे भी बढ़ाया। 

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

अदानी इंटरप्राइजेज की स्थापना ।

सन् 1985 में गौतम ने लघु उद्योग के लिए प्राथमिक पॉलीमर (Primary Polymer) का आयात शुरु कर दिया और वर्ष 1988 में उन्होंने ‘अडानी एक्सपोर्ट-इंपोर्ट लिमिटेड’ की स्थापना की, जो कि आज ‘अडानी इंटरप्राइजेज’ के नाम से जाता है। 

सन् 1991 में आर्थिक उदारीकरण नीतियों की सहायता से अदानी ग्रुप को बहुत लाभ मिला। इस औद्योगिक संस्था ने धातु, वस्त्र और कृषि उत्पाद के क्षेत्र में अपना कारोबार आगे बढ़ाया। 

 

मुंद्रा पोर्ट का अनुबंध अधिग्रहण ।

वर्ष 1993 में गुजरात सरकार द्वारा मुंद्रा बंदरगाह (पोर्ट) को चलाने के लिए निजी कंपनियों को आमंत्रित किया। और वर्ष 1995 में अदानी ग्रुप को यह अनुबंध (contract) प्राप्त करने में सफलता मिली।  शुरूआत इसका संचालन ‘मुंद्रा पोर्ट एंड स्पेशल इकोनामिक जोन लिमिटेड’ द्वारा किया जाता था, जिसे बाद अदानी समूह द्वारा  अधिग्रहण के बाद ‘अदानी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनामिक जोन’ ( APSEZ) में स्थानांतरित किया गया। यह आज भारत की सबसे बड़ी निजी multi-port ऑपरेटर है। इस बंदरगाह की कार्य क्षमता 210 मिलियन टन प्रतिवर्ष है। 

 

अदानी पावर लिमिटेड की स्थापना ।

वर्ष 1996 में गौतम अडानी ने अदानी पावर लिमिटेड के पावर बिजनेस आर्म की स्थापना की। अदानी समूह के पास देश का सबसे बड़ा निजी थर्मल पावर उत्पाद प्लांट है। इसकी उत्पादन क्षमता 4620 मेगावाट (MW- mega watt) है। 

 

विदेशों में अधिग्रहण ।

वर्ष 2009 से वर्ष 2012 के समय में अदानी समूह ने क्वींसलैंड (आस्ट्रेलिया) में करीब 16.6 अरब डॉलर कि लागत से सबसे बड़ी कोयला खदान ‘कारमाइकल कॉल’ का अधिग्रहण किया। इसके लिए ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने उन्हें लगभग एक अरब डॉलर का कर्ज भी दिया। हालांकि यह प्रोजेक्ट जल्दी ही विवादों में आ गया। क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पर्यावरण विदों का कहना था कि, ‘यह प्रोजेक्ट पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है।’

इस प्रोजेक्ट पर केंद्रित विवाद आज तक नहीं खत्म नही हो सका।

इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ‘बोट प्वाइंट पोर्ट’ का भी अधिग्रहण किया।

 

भारत के मध्य प्रदेश में हीरा खदान का मामला ।

मध्यप्रदेश में उनका एक हीरा खदान का प्रोजेक्ट भी आजकल मीडिया चर्चा का विषय बना हुआ है। मीडिया के अनुसार, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदानी और वेदांता रिसोर्सेज ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के ने मिलकर मध्यप्रदेश में 59 हजार करोड़ के डायमंड प्रोजेक्ट के लिए बोली (बीड) लगाने वाले हैं। इस खदान में 3.2 करोड़ कैरेट डायमंड होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

 

राजनीतिक पार्टियों से संबंध के बारे में ।

अदानी को राजनीतिक पार्टियों के कई नेताओं के साथ भी देखा गया है। इस पर वे कहते हैं कि, ‘मुझे राजनीति पसंद नहीं है। मैं किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ भी नहीं हूं, पर सभी राजनीतिक पार्टियों में मेरे दोस्त हैं।’ 

उनके व्यापार को बढ़ाने में उड़ीसा, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान में अपने उद्योग धंधों का विस्तार करने के दौरान कांग्रेस सरकार के नेताओं में उनके कई दोस्त भी रहे हैं। शरद पवार और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से भी उनकी दोस्ती बताई जा रही है।

 

अदानी फाउंडेशन की स्थापना ।

अदानी समूह अपने बिजनेस के विस्तार के साथ-साथ ‘अदानी फाउंडेशन’ के माध्यम से परोपकारिता के क्षेत्र में भी कार्य कर रही हैं। इस फाउंडेशन ने गुजरात के अलावा अन्य कई राज्यों में भी अपनी सेवाएं दी है। ‘अदानी फाउंडेशन’ द्वारा शिक्षा, स्थाई आजीविका के अवसरों, ग्रामीण बुनियादी ढांचे को व्यापक बनाने आदि  से संबंधित गतिविधियों पर भी काम कर रही है। 

उनकी पत्नी प्रीति अदानी अहमदाबाद में एक स्कूल ‘अदानी विद्या मंदिर’ चलाती है, जो केवल उन्हीं बच्चों को दाखिला देती है, जिनके माता-पिता की वार्षिक आय 100000 रुपए से कम है।

फाउंडेशन के पास मछुआरों की मदद करने के लिए एक विशेष योजना भी है। यह संस्था मछुआरों को मछली पकड़ने के उपकरण खरीदने के लिए तटीय तालुका क्षेत्र के 500 मछुआरों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसके साथ-साथ मछुआरों के बच्चों के लिए शैक्षिक सुविधाएं भी इस फाउंडेशन के द्वारा प्रदान की जाती है।

 

अदानी के पोर्ट से 9000 करोड़ रुपए का हेरोइन बरामद की घटना ।

हाल ही में गुजरात स्थित कच्छ मे अदानी के मुद्रा पोर्ट पर करिब 3000 किलो हेरोइन (ड्रग्स) पकड़ी गई। जिसकी कीमत करीब ₹9000 करोड़ रुपए बताई जा रही है। दो कंटेनर से भरे ड्रग्स को अफगानिस्तान से इंपोर्ट कर लाया गया था जिसे कस्टम विभाग द्वारा जब्त कर लिया गया और इसके साथ ही 2 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया। 

राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के सूत्रों के अनुसार, हेरोइन ले जाने वाले कंटेनर्स को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक फर्म द्वारा आयात किया गया था, जिसे इस फर्म ने टेलकम पाउडर घोषित किया था। वहीं निर्यात करने वाली फर्म की पहचान अफगानिस्तान के कंधार स्थित हसन हुसैन लिमिटेड के रूप में की गई है।

पांच दिनों तक चले इस ऑपरेशन में एजेंसी ने कंसाइनमेंट की जांच की तो टेलकम पाउडर की आड़ में 9000 करोड़ रुपए का ड्रग्स बरामद हुआ। इसके बाद एजेंसी में 5 शहरों में जांच शुरू कर दी थी।

 

एशिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बने गौतम अदानी ।

कुछ समय पहले मई 2021 में गौतम अदानी भारत के साथ-साथ एशिया के सबसे अमीर कारोबारी की सूची में मुकेश अंबानी के बाद दूसरे स्थान पर थे। लेकिन उनकी कंपनी के शेयर गिरने के कारण उनसे यह स्थान छिन गया था। परंतु 30 सितंबर 2021 के आंकड़ों के अनुसार, गौतम अदानी एक बार फिर से एशिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी का स्थान प्राप्त कर लिया है। इस सूची में पहले स्थान पर मुकेश अंबानी का नाम आता है।

 

एक दिन में 1,002 करोड रुपए कमाते हैं गौतम अडानी ।

एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में उन्होंने हर दिन 1,002 करोड़ रुपए की कमाई की है। जिसके बाद, 30 सितंबर 2021 तक उनकी संपत्ति 1.40 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 5.05 करोड़ रुपए हो गई है।

एक साल में ही गौतम अडानी कि संपत्ति में 4 गुना बढ़ोतरी हुई है।

 

पुरस्कार एवं सम्मान ।

अदानी समूह की संस्था ‘अदानी फाउंडेशन’ को 2014 में तीसरे वार्षिक ग्रीनटैक सीएसआर (CSR) पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

 

गौतम अडानी के कुछ विचार ।

  • या तो आप अंतर्मुखी होते हो, या बहिर्मुखी होते हैं। इस हिसाब से, मैं अंतर्मुखी हूं, मैं एक सामाजिक व्यक्ति नहीं हूं, मुझे पार्टियों में जाना भी पसंद नहीं है।
  • व्यापार का अर्थ ही जोखिम उठाना, अनिश्चितता और बेचैनी है। 
  • या तो आप अपने धन को संग्रहित करके बैठे रहिए, या फिर निरंतर तरक्की करते रहिए। 
  • मैं एक स्कूल ड्रॉपआउट हूं। मैं 16 साल की उम्र में ही व्यापार में अपनी किस्मत आजमाने मुंबई चला गया था।
  • मेरे विश्लेषण का अपना एक तरीका एक है, जो बहुत ही सरल, कोई शब्दजाल की भाषा नहीं। अगर कोई अपनी बात को कठिन ढंग से कहता है, तो मुझे यह बिल्कुल पसंद नहीं है।
  • मेरी अपनी निवेश नीति है, जिसे राष्ट्र के हित को ध्यान में रखकर तय करता हूं। जो कभी बदलती नहीं।
  • मुझे राजनीति पसंद नहीं है। मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ भी नहीं हूं। पर सभी राजनीतिक पार्टियों में मेरे दोस्त हैं। 
  • इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का मुख्य उद्देश्य, राष्ट्र के लिए संपत्ति का निर्माण करना है। यह राष्ट्र निर्माण का ही एक हिस्सा है।

 

गौतम अडानी मेहरा के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : गौतम अडानी कौन है ?

उत्तर : गौतम अडानी एक भारतीय उद्योगपति हैं। वे अदानी समूह के संस्थापक भी है। अदानी समूह कोयला व्यापार, कोयला खनन, बंदरगाहों (पोर्ट), multi-model लॉजिस्टिक, तेल और गैस वितरण, और बिजली उत्पादन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में काम करती हैं। अभी हाल ही में उनकी कंपनी, अडाणी समूह ने अंबुजा और एसीसी सीमेंट का अधिग्रहण किया है।

 

प्रश्न : गौतम अदानी का जन्म कब हुआ ?

उत्तर : गौतम अडानी का जन्म 24 जून 1962 को गुजरात के अहमदाबाद शहर में हुआ था।

 

प्रश्न : गौतम अदानी किस राज्य से हैं ?

उत्तर : गौतम अडानी, गुजरात राज्य से हैं।

 

प्रश्न : गौतम अदानी कि पत्नी कौन हैं ?

उत्तर : गौतम अडानी की पत्नी का नाम प्रीति अदानी है।

 

प्रश्न : गौतम अदानी के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : गौतम अडानी के दो बेटे हैं जिनका नाम – करण अदानी और जीत अदानी है।

 

प्रश्न : गौतम अदानी ने अदानी ग्रुप की स्थापना कब की थी ?

उत्तर : गौतम अडानी ने वर्ष 1988 में उन्होंने ‘अडानी एक्सपोर्ट-इंपोर्ट लिमिटेड’ की स्थापना की थी।

 

प्रश्न : अदानी समूह के संस्थापक कौन हैं ?

उत्तर : अदानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी हैं और उन्होंने इसकी स्थापना वर्ष 1988 में ‘अडानी एक्सपोर्ट-इंपोर्ट लिमिटेड’ के नाम से कि थी।

 

प्रश्न : अदानी पावर लिमिटेड की स्थापना कब हुई थी ?

उत्तर :वर्ष 1996 में गौतम अडानी ने ‘अदानी पावर लिमिटेड के पावर बिजनेस आर्म की स्थापना की।

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

आभार ।

साथियों आशा करता हूं कि, आपको हमारा “गौतम अडानी (Gautam Adani)” पर लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा biographybooks.in का यह ब्लॉग (Blog) और हमारा यह लेख (Article) पसंद आया, तो इसे अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जरूर शेयर करें। ताकि और भी लोगों को आपके माध्यम से इसकी जानकारी हो सके। अगर आप हमें फीडबैक देना चाहते हैं तो अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए comment में जाकर हमें अपनी प्रतिक्रियाएँ जरूर दे। 

आप हमें हमारे सोशल मीडिया पेज पर भी follow कर सकते हैं। जल्दी ही मिलते हैं एक नए स्टोरी के साथ तब तक के लिए आप सभी मस्त रहें, स्वस्थ रहें।

हमारे ब्लॉग biographybooks.in पर आखिरी तक बने रहने के लिए आप सभी का हृदय की गहराइयों से प्यार भरा धन्यवाद।




Advertisement

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *