सुनील मित्तल की जीवनी (Sunil Mittal Biography in Hindi)

सुनील मित्तल की जीवनी (Sunil Mittal Biography in Hindi)

 

सुनील मित्तल

Sunil Mittal

भारती समूह के संस्थापक और अध्यक्ष ।

 

सुनील भारती मित्तल एक भारतीय उद्योगपति और एक समाज सेवी हैं। वे भारत के सबसे बड़े टेलीकॉम कंपनी एयरटेल के चेयरमैन हैं। उनका नाम दुनिया के गिने-चुने टेलीकॉम उद्यमियों में गिना जाता है। 

 

सुनील मित्तल का व्यापार लगभग 20 देशों में फैला है। उनकी कंपनी भारती एयरटेल दुनिया के सबसे बड़े टेलीफोन कंपनियों में से एक है। उनकी यह कंपनी एयरटेल जीएसएम मोबाइल सेवा और इसके साथ-साथ इंटरनेट ब्रॉडबैंड सेवाएं भी प्रदान करती है। उनकी इस कंपनी के द्वारा करीब 20 करोड़ ग्राहक उसकी सेवाएं लेते हैं। 

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सुनील मित्तल ने ये सफलता अपनी कड़ी मेहनत, सच्ची लगन और दिर्घदृष्टिता की बदौलत हासिल किया है।

 

वर्ष 2009 में सुनील मित्तल को भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

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सुनील मित्तल (Sunil Mittal) का जीवन परिचय : एक नजर में ।

 

नाम  :    सुनील भारती मित्तल (Sunil Bharti Mittal)

जन्म  :   23 अक्टूबर 1957

जन्म स्थान  :  लुधियाना, पंजाब (भारत)

पिता  :   सतपाल मित्तल

माता  :   ललिता मित्तल

आवास  :  मुम्बई, महाराष्ट्र (भारत)

शिक्षा  :    Punjab University

शैक्षणिक योग्यता  :   Bachelor of Arts and Science

धर्म  :   हिन्दू

जाति  :  मारवाड़ी

पेशा  :   व्यवसायी (Businessman)

व्यवसाय (Business) :  भारती समूह के संस्थापक और अध्यक्ष

पत्नी  :  नयना मित्तल

बच्चे  :   तीन बच्चे।

राष्ट्रीयता  :   भारतीय

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) का प्रारंभिक जीवन ।

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) का जन्म 23 अक्टूबर 1957 को पंजाब के लुधिआना जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम सतपाल मित्तल है जबकि उनकी माता का नाम ललिता मित्तल है। वे एक पंजाबी अग्रवाल परिवार से संबंध रखते हैं।

 

उनके पिता सतपाल मित्तल एक राजनेता थे, और दो बार लोक सभा से और एक बार राज्य सभा से सांसद रह चुके थे। 

 

सुनील मित्तल बताते हैं कि- बचपन में उन्हें पढ़ाई-लिखाई मे कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं थी, और वे अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करना चाहते थे।

 

सुनील मित्तल ने अपना पहला बिज़नेस मात्र 18 साल की उम्र में ही वर्ष 1976 में शुरू कर दिया था। उनका पहला व्यवसाय, पड़ोस के बाइक उत्पादकों के लिए क्रैंकशाफ्ट बनाने का था।

 

शिक्षा ।

 

सुनील मित्तल की प्रांरभिक शिक्षा विनबर्ग एलन स्कूल, मसूरी (Wynberg Allen School in Mussoorie) और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल (Scindia School at Gwalior) से पुरी की। उसके बाद उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ और आर्य कॉलेज, लुधियाना से पूरी की, जिसमें उन्होंने आर्ट्स एंड साइंस में बैचलर की डिग्री प्राप्त की है। 

 

 शारीरिक संरचना

 

 

लंबाई

सेमी मे-   170 cm

मीटर मे-  1.70 M 

फीट मे-  5′ 7”

वजन 85 Kg
आंखों का रंग  गहरा भुरा
बालों का रंग ग्रे

 

 निजी जीवन ।

 

सुनील मित्तल की पत्नीं का नाम नयना है और उसके तीन बच्चे है, एक बेटी ईशा मित्तल और जुड़वां बेटे, कविन मित्तल और शरविन मित्तल हैं।

 

 पारिवारिक जानकारियां ।

 

माता/ पिता       सतपाल मित्तल (पिता) 

       ललिता मित्तल (माता)

पत्नी             नयना मित्तल
  बेटा/बेटी केविन भारती मित्तल और शर्विन भारती मित्तल (जुड़वा बेटा)

            ईशा मित्तल (बेटी)

भाई/ बहन         राजन मित्तल और 

       राकेश भारती मित्तल

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) के करियर की शुरुआत ।

 

सुनील मित्तल ने महज 18 साल की उम्र में ही अपना कारोबार शुरू कर दिया था। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिल कर मात्र 20 हजार रुपए से एक छोटा-सा साइकिल का बिजनेस शुरू किया और सबसे पहले ब्रजमोहन मुंजाल की हीरो साइकिल कंपनी के लिए साइकिल के पार्ट्स बनाने का काम शुरू किया। 

 

इसके बाद सुनील को ये लगने लगा कि, ये व्यवसाय ज्यादा बड़ा नहीं हो सकता। उसके बाद उन्होंने अपने भाईयों के साथ मिलकर ‘भारती ओवरसीज ट्रेडिंग कंपनी” नाम कि एक कंपनी कि स्थापना की। उन्होंने अपने साइकिल और दूसरे धंधों को बेच दिया और मुंबई चले गए। 

 

वर्ष 1981 में उन्होंने पंजाब के निर्यातकों से इम्पोर्ट लाइसेंस खरीदा और जापान से आयातित पोर्टेबल जेनरेटरों कि बिक्री करने लगे। इस व्यवसाय से उन्हें वस्तुओं के मार्केटिंग और सेल्स का बहुत अनुभव प्राप्त हुआ। धीरे-धीरे उनका यह व्यवसाय भी चल पड़ा। 

 

सब सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन सरकार कि एक नीति मे बदलाव ने उनके इस व्यापार को रातों-रात ठप्प कर दिया। यह दौर था लाइसेंस-राज का। सरकार ने जेनरेटर के आयात पर रोक लगा दी, क्योंकि दो भारतीय कंपनियों को देश में ही जेनरेटर बनाने का लाइसेंस दे दिया गया था।

 

इस घटना से सुनील के बिजनेस को नुकसान तो हुआ, लेकिन उन्होंने इससे यह सबक लिया कि आगे जब भी इस तरह का अवसर आएगा, तो वे उसका फायदा उठाने को तैयार रहेंगे।

 

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भारती एयरटेल (Bharti Airtel) की स्थापना ।

 

वर्ष 1992 में वो समय भी आया, जब सरकार पहली बार मोबाइल फोन सेवा के लिए लाइसेंस बांट रही थी। सुनील इस अवसर के लिए तो तैयार थे हीं और जब यह मोका आया तब उन्होंने उस अवसर को लपक लिया और उसके आगे सब इतिहास है।

 

वर्ष 1986 में सुनील मित्तल ने ‘भारती टेलीकॉम लिमिटेड’ (बीटीएल) की स्थापना की थी, जिसके तहत उन्होंने जर्मनी की AG सीमेंस कंपनी के साथ पुश बटन फ़ोन के निर्माण के लिए करार किया था। धीरे-धीरे अपने कारोबार को बढ़ाते हुए 1990 के दशक तक, सुनील की कंपनी फैक्स मशीन, तार रहित फोन और अन्य दूरसंचार उपकरण बनाने लगी थी।

 

वर्ष 1992 में भारत सरकार द्वारा पहली बार लोगों के लिए मोबाइल फोन सेवाओं के लिए लाइसेंस शुरू करने के बाद सुनील मित्तल ने फ्रेंच दूरसंचार समूह विवेंडी के सहयोग से दिल्ली क्षेत्र के साथ-साथ कुछ अन्य क्षेत्रों का भी सेलुलर लाइसेंस प्राप्त कर लिया। 

 

इसके बाद वर्ष 1995 में सुनील मित्तल ने सेल्युलर सेवाएँ देने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड (बीसीएल) की स्थापना की, और एयरटेल ब्रांड के तहत कार्य शुरू किया। जल्द ही, उनकी कंपनी, एयरटेल 2 लाख मोबाइल ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया, और इसी के साथ उनकी यह कंपनी ऐसा करने वाली पहली दूरसंचार कंपनी बन गई। इसके बाद भारती सेल्यूलर लिमिटेड ने ‘इंडियावन’ नाम से भारत की पहली निजी राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय लंबी दूरी (STD एवं ISD) टेलीफोन सेवा प्रारम्भ की।

 

वर्ष 2008-2009 में ‘भारती टेलीकॉम’ ने दक्षिणी अफ्रीका कि एक टेलीकॉम समूह ‘MTN’ के अधिग्रहण की कोशिश की, लेकिन कई बार के बातचीत के बावजूद दोनों कंपनियों के बीच कोई समझौता नहीं हो पाया। कुछ सूत्रों का ऐसा कहना था की, दक्षिणी अफ़्रीकी सरकार शायद यह नहीं चाहती थी, जिसकी वजह से यह समझौता नहीं हो पाया।

 

जून 2010 में, मित्तल के नेतृत्व में भारती टेलीकॉम ने दक्षिण अफ्रीका कि ही एक टेलीकॉम कंपनी ‘जैन टेलीकॉम’ का अधिग्रहण किया। यह अधिग्रहण अभी तक का किसी भी भारतीय दूरसंचार कंपनी द्वारा सबसे बड़ा अधिग्रहण था।

 

इसके बाद, वर्ष 2012 में भारती ने अमेरिकी कंपनी वॉल-मार्ट के साथ भारत भर में खुदरा स्टोर खोलने का करार किया। लेकिन यह करार ज्यादा समय तक नहीं चल सका और लगभग एक साल मे ही अक्टूबर 2013 को यह डील समाप्त हो गयी। इसके बाद ‘भारती एयरटेल’ ने वर्ष 2014 में ‘लूप मोबाइल’ को भी लगभग 700 करोड़ में खरीदने की घोषणा की पर बाद में सौदा रद्द कर दिया। मई 2015 में भारती रिटेल श्रंखला ‘ईज़ीडे’ और फ्यूचर बाजार के ‘बिग बाजार’ के विलय की घोषणा कि गई।

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) घर, संपत्ति, फीस, कार कलेक्शन। (वर्ष 2021मे)

 

यह जानकारी नवंबर 2021 में आई एक रिपोर्ट के द्वारा दी गई है।

 

आवास  मुम्बई, महाराष्ट्र (भारत)
नेटवर्थ

(नवंबर 2021)

$14.7 बिलियन (1.09 Lakh in INR)
आय का स्रोत Businesses
कार संग्रह Mercedes-benz
शौक / रुचि F-1 रेसिंग देखना

 

सुनील मित्तल द्वारा परोपकारीता के क्षेत्र में उठाए गए कदम।

 

प्रमुख उद्योगपति सुनील मित्तल ने कहा कि भारती परिवार अपनी संपत्ति का 10 प्रतिशत हिस्सा सामाजिक कार्यों पर लगाएगा। यदि देखा जाए तो उनके द्वारा दी गई 10 प्रतिशत कि धनराशि कुल मिलाकर 7,000 करोड़ रुपए बनती है। 

 

उन्होंने कहा कि भारती परिवार समाज के गरीब तबके के वंचित युवाओं को नि:शुल्क शिक्षा के लिए सत्य भारती विश्वविद्यालय कि स्थापना करेगा। नई पीढ़ी का यह विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित होगा। जिसमें कृत्रिम समझ, इंटरनेट आफ ​थिंग्स व रोबोटिक्स शामिल है। प्रस्तावित विश्वविद्यालय उत्तर भारत में 2021 तक परिचालन में आ जाएगा।

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) की पसंदीदा चीजें ।

 

पसंदीदा अभिनेता अमिताभ बच्चन
पसंदीदा नेता नरेंद्र मोदी
पसंदीदा भोजन पिज्जा, इटालियन फूड।
पसंदीदा रंग सफेद

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) को मिले पुरस्कार और सम्मान

 

2005 :  टेलीकॉम एशिया पुरस्कार- 2005, में सर्वश्रेष्ठ एशियाई टेलीकॉम सीईओ।

 

2005 :  भारत संस्थागत निवेशक- 2005, में “सर्वश्रेष्ठ सीईओ”।

 

2005 :  इकनोमिक टाइम्स- 2005, के “बिज़नेस लीडर ऑफ़ द ईयर” का अवार्ड।

 

2006 :  फॉर्च्यून पत्रिका ने “एशिया बिजनेसमैन ऑफ़ द ईयर” से सम्मानित किया।

 

2006 :  वॉयस एवं डाटा ने 2006 में “टेलीकॉम मैन ऑफ़ द ईयर” चुना।

 

2006 :  फ्रॉस्ट और सुलिवन एशिया प्रशांत आईसीटी पुरस्कार, 2006, में ‘सीईओ ऑफ़ द ईयर”।

 

2007:  भारत सरकार ने ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया।

 

2007 :  एनडीटीवी बिजनेस लीडर पुरस्कार के तहत उन्हें “ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया लीडर” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

 

2007 :  जीएसएमए अध्यक्ष के पुरस्कार से सम्मानित।

 

2010 :  एशियाई पुरस्कार, 2010 में “फिलैंथ्रॉपिस्ट ऑफ़ द ईयर”।

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) के विचार (Ideology) ।

 

“मेरे लिए रिश्ता बहुत मायने रखता है, मैं पैसे खो सकता हूँ, लेकिन मैं रिश्ता नही खो सकता, परीक्षा है, बातचीत या बातचीत के अंत में, दोनों को मुस्कुराना चाहिए !!”

 

“मैंने अपने मौके को भांप लिया और टेलीकॉम बिजनेस को अपना लिया !!”

 

“मेरे बारे में कुछ खास महसूस करते हुए, मेरे पिता ने मुझे बताया कि मेरे पास जीवन में महान चीजें हासिल करने की दृष्टि है, उन्होंने मुझे वह करने के लिए प्रोत्साहित किया जो मैं करना चाहता था !!”

 

“”मैं यह साबित करना चाहता था, कि एक राजनेता का बेटा एक सफल व्यवसायी हो सकता है !!”

 

“यदि आप विकास नही करना चाहते है, तो आप बहुत जल्दी लाभदायक होने का चुनाव कर सकते है !!”

 

“प्रौद्योगिकी एक ऐसी चीज है, जिसे हम ग्राहकों को बेचने के लिए खरीदते है !!”

 

“मैं कहूँगा कि इतिहास उन कई समस्याओं का स्पष्ट गवाह है, जो एक हे उद्योग या एक ही देश के दो साझेदारों के एक साथ आने से उत्पन्न हुई है !!”

 

सुनील मित्तल (Sunil Mittal) के बारे में पूछे गए प्रश्न ।

 

प्रश्न :  सुनील मित्तल कौन है ? 

उत्तर :  भारती एयरटेल समूह के संस्थापक और अध्यक्ष।

 

प्रश्न : क्या सुनील मित्तल धूम्रपान करना पसंद करते हैं ?

उत्तर : नहीं

 

प्रश्न : सुनील मित्तल की पत्नी का नाम क्या है ?

उत्तर :  ललिता मित्तल।

 

प्रश्न : सुनील मित्तल के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : तीन बच्चे-  केविन भारती मित्तल और शर्विन भारती मित्तल (जुड़वा बेटा) एवं ईशा मित्तल (बेटी)

 

प्रश्न : सुनील मित्तल की 2021 में नेटवर्थ कितनी है ?

उत्तर : $14.7Billion  (1.09 Lakh in INR)

 

प्रश्न : सुनील मित्तल किस जाति के हैं ?

उत्तर : हिन्दु ,  पंजाबी अग्रवाल

 

प्रश्न : सुनील मित्तल की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 64 वर्ष (2021 में)

 

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 आभार ।

 

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