अनुभव दुबे (चाय सुट्टा बार) का जीवन परिचय | Anubhav Dubey (Chai Sutta Bar) Biography in Hindi

अनुभव दुबे (चाय सुट्टा बार) का जीवन परिचय | Anubhav Dubey (Chai Sutta Bar) Biography in Hindi

यूपीएससी (UPSC) की तैयारी बीच में छोड़कर दोस्त के साथ मिलकर खोली चाय की दुकान। आज पूरे दुनिया भर में 400 से ज्यादा आउटलेट्स के साथ रोजाना करते हैं 30 लाख रुपये का टर्नओवर। अनुभव दुबे ने अपने माता-पिता को बिना बताए शुरू किया था चाय का व्यापार। आज विदेशों में भी पिलाते हैं चाय।

अनुभव दुबे का जीवन परिचय ( अनुभव दुबे, विकी, जन्म, शिक्षा, करियर, परिवार, बिजनेस,  चाय सुट्टा बार, गर्लफ्रैंड, शादी, संपत्ति ) | Anubhav Dubey Biography in hindi [ Anubhav Dubey, wiki, birth, age, education, career, family, business,  Chai Sutta Bar, Girlfriend, Wife, Children, Net worth ]

 

अनुभव दुबे | Anubhav Dubey

Chai Sutta Bar के Co-founder


Anubhav Dubey Biography in Hindi : दोस्तों, किसी ने सच ही कहा है कि, यदि जीवन में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो, तो मुश्किलें भी लंबे समय तक टिक नहीं पाती। ऐसी ही एक कहानी है इंदौर के एक लड़के की, जो घर से निकले तो थे IAS बनने के लिए। लेकिन यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करना बीच में ही छोड़ कर अपने दोस्त के साथ मिलकर चाय बेचने लगे। और देखते ही देखते कंपनी का टर्नओवर 100 करोड़ के पार पहुंचा दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं – ‘चाय सुट्टा बार’ (Chai Sutta Bar) के को-फाउंडर अनुभव दुबे की।

दोस्तों, अनुभव दुबे एक भारतीय युवा आंत्रप्रेन्योर और ‘चाय सुट्टा बार’ (Chai Sutta Bar) के को-फाउंडर (Co-founder) हैं। उन्होंने वर्ष 2016 में अपने स्कूल के दोस्त आनंद नायक के साथ मिलकर “चाय सुट्टा बार” शुरू किया था। आज देश के 90 से ज्यादा शहरों में चाय सुट्टा बार के 200 से ज्यादा आउटलेट्स है। इतना नहीं देश के अलावा विदेशों में भी इनके आउटलेटस् हैं। जबकि इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ रुपए से ज्यादा है। जबकी, इनकी कंपनी रोजाना 30 लाख रु. का टर्नओवर जेनेरेट करती है। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम ” अनुभव दुबे का जीवन परिचय | Anubhav Dubey biography in hindi ” के बारे में चर्चा करेंगे। जिसमें हम, अनुभव दुबे के जन्म से लेकर इनके बिजनेस और एक सफल आंत्रप्रेन्योर बनने कि कहानी के बारे में जानेंगे। 

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अनुभव दुबे (चाय सुट्टा बार) का जीवन परिचय | Anubhav Dubey (Chai Sutta Bar) Biography in Hindi

अनुभव दुबे (चाय सुट्टा बार) का जीवन परिचय | Anubhav Dubey (Chai Sutta Bar) Biography in Hindi

 

Table of Contents

अनुभव दुबे का जीवन परिचय : एक नजर में

नाम (Name) अनुभव दुबे (Anubhav Dubey)
उपनाम (Nickname) अनुभव
जन्म (Birth) 1996
उम्र (Age) 26 वर्ष (2022 में)
जन्म स्थान (Birth Place) रीवा सिटी, मध्य प्रदेश
पिता (Father) जानकारी नहीं
माता (Mother) जानकारी नहीं
गृहनगर (Hometown) रीवा सिटी, मध्य प्रदेश
वर्तमान पता (Current City) अहमदाबाद, गुजरात (भारत)
स्कुलिंग (Schooling) महर्षि विद्या मंदिर रीवा-मध्य प्रदेश
विश्वविद्यालय (University) रेनासेंस कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स & मैनेजमेंट
शिक्षा (Education) स्नातक
राष्ट्रीयता (Nationality) भारतीय
धर्म (Religion) हिन्दू
जाति ( Religion) ज्ञात नहीं
राशि (Zodiac) मिथुन राशि (Gemini)
पेशा (Profession) आंत्रप्रेन्योर, चाय सुट्टा बार के को-फाउंडर
कंपनी (Company) चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar)
वैवाहिक स्थिति (marital status)  अविवाहित
प्रसिद्धि (Famous for) “चाय सुट्टा बार” के को-फाउंडर के रूप में

 

अनुभव दुबे का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा | Anubhav Dubey Early Life

Anubhav Dubey Early Life : दोस्तों, अनुभव दुबे का जन्म मध्य प्रदेश के रीवा शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। इनका बचपन भी यहीं बीता। अनुभव ने अपनी 8वीं तक कि शिक्षा भी अपने स्थानीय स्कूल के महर्षि विद्या मंदिर से पुरी की। आगे की पढ़ाई के लिए इनके माता-पिता ने इन्हें इंदौर भेज दिया। और इंदौर के कोलंबिया कॉन्वेंट स्कूल से इन्होंने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पुरी की। 11 वीं में अनुभव की मुलाकात आनंद नायक से हुई, और ये दोनों अच्छे दोस्त बन गए।

 

अनुभव दुबे कि शिक्षा | Anubhav Dubey Education

Anubhav Dubey Education : अनुभव ने कॉलेज कि पढ़ाई के लिए इंदौर के रेनासेंस कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स & मैनेजमेंट मे दाखिला लिया और यहां से इन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की। अनुभव की कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद उनके माता-पिता ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली भेज दिया और अनुभव एक बार फिर से अपने स्कूल के दोस्त आनंद नायक से मिले। जिसके बाद इन्होंने ‘चाय सुट्टा बार’ की शुरुआत की।

इस दौरान अनुभव के कई सारे दोस्त बन गए थे। जब इनके दोस्तों को कोई मोबाइल खरीदना होता था तो, वे इंदौर के एक मार्केट, नोवेलटी शॉप मार्केट (Novelty Shop Market) चले जाते थे। जहां पर पुराने मोबाइल कम दाम में आसानी से मिल जाते थे। सभी दोस्त अपनी पॉकेट मनी जमा करते और एक लेटेस्ट मोबाइल फोन खरीद लेते। इसके बाद बारी बारी से सभी दोस्त मोबाईल का इस्तेमाल करते थे। और बाद में उस मोबाइल को उसी मार्केट में ज्यादा दाम पर बेच कर देते थे।

अपने दोस्तों के बारे में अनुभव बताते हैं कि, ” मैने जीवन में बहुत सारे दोस्त कमाए हैं। ये दोस्त ही मेरा परिवार था।” अनुभव का अपने दोस्तों के साथ घूमना फिरना लगा रहता था।

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शारीरिक संरचना | Physical Appearance

लंबाई (Height) सेंटीमीटर में- 169 सेमी.

मीटर में- 1.69 मीटर

फीट में – 5’8″ फीट

वजन (Weight) किलोग्राम में- 60 किग्रा
आंखों का रंग (Eye color) काला
बालों का रंग (Hair color) काला

 

अनुभव दुबे का करियर | Anubhav Dubey Career

Anubhav Dubey Career : जब अनुभव के दिल्ली में UPSC की तैयारी कर रहे थे, तो इनके स्कूल के दोस्त आनंद नायक ने अपने जीजा के साथ कपड़े का बिजनेस कर रहे थे। अनुभव के मन में भी कहीं ना कहीं अपना बिजनेस करने का सपना था। फिर एक दिन अनुभव के पास आनंद का फोन आया और आनंद ने कहा कि, ” मैं अपना बिजनेस बंद कर रहा हूं। तो क्यों ना हम दोनों साथ मिलकर कोई नया बिजनेस शुरू करें। “

इसके बाद, अनुभव अपने माता-पिता को बिना बताए इंदौर आ गए। इंदौर आने के बाद इन्हें समझ नहीं आ रहा था कि, आखिर क्या बिजनेस करें..? इनके पास 3 लाख रूपये थे तो, आनंद ने कहा कि ” हमें McDonald की फ्रेंचाइजी ले लेनी चाहिए। “

लेकिन अनुभव ने यह कहते हुए मना कर दिया कि,  “हमारे पास इतना पैसा नहीं है, कि किसी दुसरी कंपनी की फ्रेंचाइजी ले सकें। “

इसके बाद अनुभव और आनंद अपने दोस्तों के साथ मार्केट एनालिसिस करने लगे कि, मार्केट में सबसे ज्यादा डिमांड किस प्रोडक्ट की है। फिर इन्होंने यह महसूस किया कि, ” चाय की दुकान पर काफी ज्यादा भीड़ होती है और यह सबसे ज्यादा चलने वाला बिजनेस भी है। जिसको तुलनात्मक रूप से marketing करना आसान है। “

फिर क्या था, इन्होंने लोगों को चाय पिलाने के बारे में सोचा और चाय बेचने का फैसला किया।

अनुभव दुबे | Anubhav Dubey

अनुभव दुबे | Anubhav Dubey

 

खोला पहला आउटलेट | Open first outlet

Anubhav Dubey First outlet : अब बिजनेस तो डिसाइड हो गया लेकिन जगह क्या चुने यह एक असमंजस था। तो इन्होंने अपनी चाय के आउटलेट के लिए इंदौर का भंवरकुवा जगह चुना। जो पूरे इंदौर में से स्टुडेंट्स का एक बड़ा Education Hub था। इसमें उनके साथ एक ओर दोस्त, राहुल भी जुड़ गए जो काफी मेहनती था और आगे की पढ़ाई छोड़कर इनके साथ जुड़ा था।

जगह तय हो गई टीम भी मिल गई थी।अब जरूरत थी तो अपने शॉप को एक नाम देने की। तब उनके दिमाग में ” चाय सुट्टा बार ” (Chai Sutta Bar) का नाम आया। यह एक अच्छा और काफी यूनीक नाम था। जो लोगो के दिमाग में एकदम से हिट करता था।

इसके बाद, अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) ने अपने दोस्त और चाय सुट्टा बार के Co-founders आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ मिलकर ₹3 लाख के इन्वेस्टमेंट के साथ “चाय सुट्टा बार” की शुरूआत की। अपने Shop को व्यवस्थित रूप से बनाने में सारे पैसे खत्म हो गए और खर्च करने कुछ पैसे भी नहीं बचे थे। वे अपने शॉप के नाम का बोर्ड भी नहीं बना पाए थे। जिसके बाद इन्होंने एक  पुराने प्लाई के टुकड़े पर वॉटर कलर से Chai Sutta Bar लिखा और अपने पुराने दोस्त की ही एक हार्डवेयर कि शॉप से एक पुराना फर्नीचर लेकर उस बोर्ड को अपने शॉप के बाहर लगा दी।

इस तरह शुरू हुआ था ” चाय सुट्टा बार ” (Chai Sutta Bar) का पहला आउटलेट। अनुभव ने या बिजनेस का अपने माता पिता को बताए बिना ही शुरू किया था।

अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) अपने दोस्त और चाय सुट्टा बार के Co-founders आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ

अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) अपने दोस्त और चाय सुट्टा बार के Co-founders आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ

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अनुभव के माता-पिता का रिएक्शन | Parents Reaction on Tea Business

Anubhav Dubey Biography in Hindi : अनुभव के माता पिता ने इन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेजा था। लेकिन अनुभव अपनी पढ़ाई छोड़ कर इंदौर वापस आ गए और अपने माता-पिता को बिना बताए चाय का बिजनेस शुरू किया। इस बारे में अनुभव बताते हुए कहते हैं कि, हमारे तीन आउटलेट सफलता पूर्वक चल रहे थे और चौथे आउटलेट के खुलने की खुशी में, मैंने फेसबुक लाइव कर दिया। जिसे मेरे किसी रिश्तेदार ने लाइव देख लिया और मेरे पापा को बताया कि,  आपका बेटा कोई IAS की तैयारी नहीं कर रहा है, और पढ़ाई-लिखाई छोड़ कर वो चाय बेच रहा है। “

जब इसके बारे में इनके पिता को पता चला तो वे बहुत नाराज हुए और अचानक से इंदौर आ गए। लेकिन जब इनके पिता ने इनके काम को अच्छे से देखा तो, वे बिना कुछ कहे चले गए। अनुभव आगे बताते हैं कि, ” जब हमारा काम और हमारी शोहरत बढ़ने लगी और न्यूज पेपर में हमारा नाम और फोटो छपने लगा, तब जाकर मेरे पिता कि  नराजगी खत्म हुई। अब मेरे पापा को लोग, मेरे नाम से जानते हैं।”

 

Chai Sutta Bar के बारे में | About Chai Sutta Bar

चाय सुट्टा बार | Chai Sutta Baar

चाय सुट्टा बार | Chai Sutta Baar

Anubhav Dubey Chai Sutta Bar : वर्ष 2016 में, अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) ने अपने दो दोस्त आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ इंदौर के भंवरकुवा में अपना पहला स्टोर खोल कर  “चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar)” की शुरुआत की थी।

दरअसल, चाय सुट्टा बार QRS मॉडल (Quick Service Restaurant model) पर काम करता है। जिसमें उच्च गुणवत्ता वाली हर्बल चाय दी जाती है। जो मिट्टी के कुल्हड़ में परोसी जाती है। इसके अलावा Chai Sutta Bar में चाय कि बहुत कई वरायटी, और कॉफी, बर्गर, सैंडविच, पिज़्ज़ा और भी बहुत कुछ शामिल है।

चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) का पहला आउटलेट सफलतापूर्वक चलने के बाद, इन्होंने कंपनी का फ्रेंचाइजी देने के बारे में सोचा। जिसके बाद, फ्रेंचाइजी के लिए इन्क्वायरी भी आने लगी और अपनी कंपनी का फ्रेंचाइजी मॉडल चालू किया।

Chai Sutta Bar का दूसरा आउटलेट इंदौर के गीता भवन और तीसरा आउटलेट विजयनगर में चालु किया। और महज 6 महीने में ही चोथा आउटलेट मुंबई में चालु हो गया। आज भारत के लगभग 100 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा आउटलेट हैं। जबकि, विदेशों में नेपाल, दुबई, ओमान, मस्कट, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम में भी कंपनी कि फ्रेंचाइजी सफलतापूर्वक रन कर रही है। Chai Sutta Bar के दुनिया भर में 400 से भी ज्यादा आउटलेट्स है।

आज कंपनी का टर्नओवर ₹100 करोड़ से भी ज्यादा का है, और प्रतिदिन 3 लाख से ज्यादा के कुल्हड़ चाय की खपत होती है। कंपनी का एक दिन का टर्नओवर ही लगभग 30 लाख रुपए है। वर्तमान में कंपनी का 18 लाख से ज्यादा का कस्टमर हैं। वर्तमान में Chai Sutta Bar ने अपने मेन्यू में 21 प्रकार के प्रोडक्ट्स को ही शामिल किया है। पहले इनकी संख्या 200 से भी ज्यादा थी। Chai Sutta Bar में 3000 से भी ज्यादा लोग काम करते हैं।

 

चाय सुट्टा बार का मतलब | Meaning of Chai Sutta Bar

Anubhav Dubey Biography in Hindi : इस पर अनुभव कहते हैं कि, ” Chai Sutta Bar हमारे लिए एक यूनिक नाम था। जिसमें Chai के साथ Sutta एक व्यवहार कि तरह है। लेकिन हमारे यहां केवल हर्बल टी ही सर्व कि जाती है और वो भी कुल्हड़ में। “

Chai Sutta Bar में Sutta का सीधा अर्थ यह है कि, हमारे Premise में Smoking बिल्कुल allow नहीं है और ना ही करनी चाहिए। मतलब, “Sutta means – No Smoking” 

और Chai Sutta Bar में  Bar इसलिए दिया, क्योंकि ज्यादातर लोग बार और क्लब में जाना पसंद करते हैं। लेकिन स्टूडेंट्स के पास इतना पैसा नहीं होता कि वे वहां जा सके। लेकिन Chai Sutta Bar के Bar Table पर मात्र 10 रुपए के शुरुआती दाम पर अच्छी कुल्हड़ हर्बल चाय मिल जाएगी। इसीलिए हम अपने स्टोर में Bar का कांसेप्ट लेकर आए।

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बिना फंडिंग के बनी 100 करोड़ की कंपनी | 

Anubhav Dubey Biography in Hindi :  आपको बता दें कि, वर्तमान में Chai Sutta Bar का रेवेन्यू 100 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का है। और कंपनी ने अब तक किसी भी प्रकार की फंडिंग नहीं उठाई है।

अनुभव दुबे ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि, ” अभी हमने कहीं से भी funding नहीं उठाई है। ऑफर्स बहुत सारे आते है, लेकिन अभी हम Bootstrap कर रहे है। क्योंकि फंडिंग उठाने पर हमें फंडिंग कम मिलेगी और कंपनी का शेयर भी बंट जाऐगा। “

 

अनुभव दुबे की मार्केटिंग स्ट्रेटजी | Anubhav Dubey’s Marketing Strategy

Anubhav Dubey Biography in Hindi :  अनुभव दुबे अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटजी के लिए भी जाने जाते हैं। यही कारण है कि इतने कम समय में चाय सुट्टा बार ने इतनी सफलता अर्जित कर ली थी। अनुभव ने Chai Sutta Bar (CSB) की मार्केटिंग के लिए ख़ास strategy अपनाई थी। शुरुआत में इनका बजट इतना था नहीं कि पोस्टर, पेपर या फ्लायर आदि बटवा सके या अपने दुकान Digitally Marketing कर सके। इसके लिए इन्होंने Chai Sutta Bar की “No Cost, Zero Cost Marketing Strategy ” कि तरकीब अपनाई।

  • सबसे पहले ज्यादा कस्टमर्स को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए अनुभव ने एक गर्ल्स हॉस्टल के सामने दुकान खोला। वे यह जानते थे कि, गर्ल्स होस्टल के सामने दुकान होने से वहां लड़कियां आसानी से आ जाएगी और जहां लड़कियां आएगी वहां लड़के भी आने लगेंगे।
  • वे अपने स्कूल के कुछ पुराने दोस्तो को अपनी शॉप पर यह कह कर बुला लेते थे कि, ” चाय सुट्टा बार में आ जाओ। दिन भर यहां बैठना और मुफ्त में चाय नाश्ता करना। पास में गर्ल्स हॉस्टल है तो लड़कियाँ आएंगी ही। ” जिसके बाद CSB पर एक Fake Crowd (डमी भीड़) होने लगी। दुकान पर भीड़ देखकर आने जाने वाले लोगो कि भी दिलचस्पी बड़ने लगी। और भीड़ से आकर्षित होकर दुहरे कस्टमर भी CSB पर आने लगे ।
  • अनुभव अपने दोस्तों के साथ जब भी किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर जाते तो, वहाँ जोर-जोर से Chai Sutta Bar के बारे में बात करते हुए इसकी तारीफ़ करते थे। जिससे अनुभव के चाय सुट्टा बार के मार्केटिंग फ्री में हो जाती थी और CHAI SUTTA BAR (CSB) का नाम लोगों तक पहुंचने लगा।
  • उसके बाद CSB (Chai Sutta Bar) ने कुल्लड़ चाय बेचना शुरू किया। फिर इन्होंने ज्यादा लोगों को अपनी तरफ खींचने के लिए अपने स्टोर पर लाइटिंग तथा सॉन्ग भी लगा दिए।

 

कुल्हड़ का उपयोग करके दिया रोजगार |  Given Employment by using KULHAD

Anubhav Dubey Biography in Hindi :  अनुभव दुबे और उनके दोस्तों ने अपने पहले आउटलेट से ही चाय को कुल्हड़ में देना शुरू कर दिया था। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके। और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।

  • क्योंकि कुल्हड़ मिट्टी का बना होता है, जो आसानी से Decompose हो जाता है और बायोडिग्रेडेबल (Biodegradable) होता है।
  • पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए हमने कभी प्लास्टिक के कप या थर्मोकोल कप प्रयोग नहीं किया है। आज Chai Sutta Bar में प्रतिदिन 3 लाख से ज्यादा कुल्हड़ की खपत होती है। अगर आज हम इनके जगह प्लास्टिक कप प्रयोग करते तो बहुत ज्यादा प्रदूषण कर रहे होते। इसके अलावा हमने पानी के प्लास्टिक पाउच भी कभी नहीं बेचा। पानी को हमेशा फ्री ही रखा।
  • 500 से ज्यादा कुम्हार (Potters) को भी रोजगार प्रदान किया। जो हमारे लिए कुल्लड़ बनाते हैं।
  • कुल्हड़ इसलिए भी की जब हमारे आउटलेट दूसरे अन्य देशों में खुले तो वहां के नागरिक भी हमारे देश की मिट्टी को चूम सके। इसके साथ में हम अपने इंडियन कल्चर को बढ़ावा देना चाहते थे।

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चाय सुट्टा बार के कई कंपीटीटर्स (Competitors) भी अब प्लास्टिक कि जगह कुल्हड़ का प्रयोग करते है। इससे भी ओर रोजगार बढ़ा है। इस बारे में अनुभव कहते हैं कि, ” असल में वे हमारे Competitor (प्रतिद्वंद्वी) नहीं है, क्योंकि वे भी हमारे इस Social Cause में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। “

अनुभव दुबे, रोजगार के बारे में कहते हैं कि, ” रोजगार देने में हमारा मुख्य उद्देश्य मुख्यत 3 वर्गो को रोजगार ने में रहता है। “

  1. पहला – गरीब तबके के लोग (यानी BPL – Below Poverty Line)
  2. दूसरा – अनाथ (Orphan) लोग, जिनके माता पिता इस दुनिया में नहीं रहे।
  3. तीसरा – दिव्यांग (Handicap Disable) लोग, लोग जो चलने फिरने में थोड़े लाचार हो।

Chai Sutta Bar फ्रेंचाइजी देते हैं, तो इनकी यह शर्त होती है कि – प्लास्टिक के कप के बजाय केवल कुल्हड़ में हर्बल चाय देना है। और मुख्यत तीन वर्ग के लोगो (Orphan, BPL, Handicap) को रोजगार देना है।

इस बारे में अनुभव दुबे बताते हैं कि, ” पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना और लाचार लोगो को रोजगार मुहैया कराना, ये सब सामाजिक कार्य (Social Work) यूपीएससी की तैयारी के दौरान सीखा था, जो आज काम आता है। “

 

अनुभव दुबे की कुल संपत्ति, घर | Anubhav Dubey Net Worth, Houses

Anubhav Dubey Net worth :  दोस्तों, यदि अनुभव दुबे के नेटवर्थ कि बात करें तो, वर्तमान में अनुभव करोड़ों कि संपत्ति के मालिक हैं। जबकि, महज ₹3 लाख से शुरू की गई इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर ₹100 करोड़ से भी ज्यादा है। 

वर्तमान समय में, देश के 200 जगहों पर कंपनी के आउटलेट्स हैं, और 250 से अधिक परिवार कंपनी से जुड़े हुए हैं, जो कंपनी के लिए कुल्हड़ बनाते हैं। जबकि विदेशों में भी इनके आउटलेट्स हैं।

टर्नओवर (Turnover) ₹100 करोड़+ प्रति वर्ष
मासिक आय (Monthly Income) ₹ 9 करोड़+ प्रतिमाह
आय का स्रोत (Source of income) फ्रेंचाइजी और मासिक फीस

 

अनुभव दुबे की शादी, परिवार | Anubhav Dubey Family

Anubhav Dubey family, Married Life : 26 वर्षीय अनुभव दुबे अविवाहित हैं। इनकेके परिवार में इनके माता-पिता के अलावा इनका एक भाई और एक बहन भी है। इनका परिवार मध्य प्रदेश के रीवा शहर में रहता है।

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पारिवारिक जानकारियां । Family Details

माता-पिता

(Parents)

पिता – जानकारी नहीं

माँ – जानकारी नहीं

भाई-बहन (Siblings) एक भाई और एक बहन
वैवाहिक स्थिति (Marital status) अविवाहित
गर्लफ्रेंड/ अफेयर (Girlfriend/ Affairs) जानकारी नहीं

 

अनुभव दुबे के जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Some interesting fact about Anubhav Dubey

  • अनुभव दुबे का जन्म मध्य प्रदेश के रीवा शहर में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
  • कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद इनके पिता ने इन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेजा था।
  • अनुभव के पिता एक छोटे-मोटे बिजनेसमैन थे और वे नहीं चाहते थे कि बेटे को बिजनेस कि माथापच्ची झेलनी पड़े। इसलिए उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेज दिया।
  • अनुभव अपने पिता को बिना बताए दिल्ली से इंदौर आ गए और अपने माता-पिता को बिना बताए चाय का बिजनेस शुरू कर दिया।
  • वर्ष 2016 में अनुभव ने अपने दो दोस्तों आनंद नायक और राहुल पाटीदार के साथ मिलकर चाय सुट्टा बार की शुरुआत की।
  • अनुभव एक ग्रेजुएट है और यूपीएससी की तैयारी छोड़कर चाय का बिजनेस शुरू किया था।
  • वर्तमान में, चाय सुट्टा बार के देश विदेशों में 400 से ज्यादा आउटलेट्स हैं। और कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ रुपए का है।
  • अनुभव के एक छोटे भाई और एक बहन भी है।

 

अनुभव दुबे के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : अनुभव दुबे कौन है ?

उत्तर : अनुभव दुबे एक भारतीय एंटरप्रेन्योर हैं और चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) के Co-founder है।

प्रश्न : अनुभव दुबे का जन्म कब हुआ था ?

उत्तर : अनुभव दुबे का जन्म, वर्ष 1996 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था।

प्रश्न : अनुभव दुबे की उम्र कितनी है ?

उत्तर : 26 वर्ष (2022 मे)

प्रश्न : अनुभव दुबे किस राज्य से हैं ?

उत्तर : मध्य प्रदेश, भारत

प्रश्न : अनुभव दुबे की शादी किससे हुई हैं ?

उत्तर : अविवाहित

प्रश्न : अनुभव दुबे के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : None

प्रश्न : अनुभव दुबे ने चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) की शुरुआत कब की थी ?

उत्तर : वर्ष 2016 में

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) के फाउंडर के कौन है ?

उत्तर : अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) ने अपने दो दोस्त आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ मिलकर चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) की शुरुआत की थी।

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) के देशभर में कितने आउटलेट फ्रेंचाइजीज हैं ?

उत्तर : 200+ प्लस फ्रेंचाइजीज आउटलेट्स।

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) के दुनियाभर में कितने आउटलेट फ्रेंचाइजीज हैं ?

उत्तर : 400+ फ्रेंचाइजीज आउटलेट्स।

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) का सालाना टर्नओवर (Turn over) कितना है ?

उत्तर : ₹100 करोड़ +

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) प्रतिदिन में कितने कप चाय बेचती है ?

उत्तर : 3 लाख कप प्रतिदिन।

प्रश्न : चाय सुट्टा बार (Chai Sutta Bar) का प्रतिदिन कितना कारोबार करती है ?

उत्तर : ₹30 लाख + प्रतिदिन।

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

आभार ।

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