एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय, मृत्यु | Steve Jobs Biography, Death in Hindi

एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय, मृत्यु | Steve Jobs Biography, Death in Hindi

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स्टीव जॉब्स | Steve Jobs

Founder of Apple


Steve Jobs Biography in Hindi : दोस्तों, आज की इस डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन के बिना काम ही नहीं चलता। अगर आप भी स्मार्टफोन के दीवाने हैं, तो आप पास भी एप्पल का फोन होगा और नहीं है तो भी आपने एप्पल का नाम तो जरूर सुना होगा। बहुत से लोग एप्पल के फोन खरीदने के बारे में सोचते हैं। एप्पल का फोन अपने लुक्स और अपनी क्वालिटी के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर है। और यदि आप एप्पल के बारे में जानते हैं तो आपने आप स्टीव जॉब्स का नाम भी जरुर सुना होगा। और अगर नहीं सुना है तो कोई बात नहीं हम हैं ना biographybooks.in है ना। आज के इस आर्टिकल में हम आपको “स्टीव जॉब्स कि जीवनी” की पुरी जानकारी देंगे।

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एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय, मृत्यु | Steve Jobs Biography, Death in Hindi

एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय, मृत्यु | Steve Jobs Biography, Death in Hindi

दोस्तों, स्टीव जॉब्स आज करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणादायक हैं। इसलिए नहीं कि, इन्होंने एप्पल कंपनी कि शुरुआत कि थी, ब्लकि इसलिए भी कि, जिस तरह से इन्होंने अपने जीवन में तमाम संघर्षों का सामना करते हुए अपने जीवन में सफलता कि नई उँचाईयों को छुआ था। आमतौर पर लोग इन्हें, एप्पल के फाउंडर के रूप में जानते हैं। पर बहुत कम लोग हैं, जो इनके संघर्ष भरे दिनों के बारे में जानते हैं। जॉब्स के जीवन में एक समय ऐसा भी था, जब उन्हें मंदिर में मिलने वाले खाने से अपनी भूख मिटानी पड़ती थी और दोस्त के घर जमीन में सोना पड़ता था। इतना ही नहीं, जब इन्होंने अपनी कंपनी एप्पल की शुरुआत के बाद इन्हें अपनी ही कंपनी से बाहर निकाल दिया गया था। लेकिन इन सब के बाबजूद भी स्टीव जॉब्स ने कभी हार नहीं मानी और परेशानियों का डटकर सामना किया और आगे बढ़ते रहे। तो आइए जानते हैं, ” स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय | Steve Jobs Biography, Death in Hindi ” के बारे में। जिसमें हम इनके प्रारंभिक जीवन से लेकर इनके संघर्ष भरे दिनो और एप्पल के शुरुआत से लेकर उनकी मृत्यु तक के पूरे सफर के बारे में चर्चा करेंगे। इसलिए स्टीव जॉब्स के बारे में अधिक जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें…

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Table of Contents

स्टीव जॉब्स का जीवन परिचय : एक नजर में

 

पुरा नाम (Name) स्टीव पॉल जॉब्स (Steve Paul Jobs)
उपनाम (Nick name) स्टीव जॉब्स (Steve Jobs)
जन्म (Birth) 24 फरवरी 1955
उम्र (Age) 56 वर्ष ( मृत्यु के समय ) 
जन्म स्थान (Birth Place) सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, अमेरिका
जन्म देने वाले माता-पिता (Biological Parents) माता – जोआन शिबल (Joanne Schieble)

पिता – अब्दुलफतह जंदाली (Abdulfattah Jandali)

गोद लेने वाले माता-पिता (Adoptive Parents) माता – क्लारा जॉब्स (Clara Jobs)

पिता – पॉल रेनहोल्ड जॉब्स (Paul Rebhold Jobs)

गृहनगर (Hometown) सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, अमेरिका
स्कुलिंग (Schooling)
  • मोंटा लोमा प्रायमरी स्कूल
  • कूपर्टीनो जूनियर हाई स्कूल
  • होम्स्टेड हाई स्कूल
विश्वविद्यालय (University) रीड कॉलेज, ओरेगन
शिक्षा (Education) रीड कॉलेज कि फीस बहुत महँगी होने के कारण पहले सेमेस्टर कि पढ़ाई के बाद कॉलेज छोड़ दिया।
राष्ट्रीयता (Nationality) अमेरिकन
धर्म (Religion) ईसाई धर्म
धार्मिक मान्यता (religious affiliation) बौद्ध धर्म
पेशा (Profession) उद्यमी, व्यवसायी
कंपनी (Company)
बोर्ड सदस्यता (Board Member) द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी, एप्पल
जीवनसाथी (Wife) लोरेन पॉवेल (शादी- 1991 मे)
मृत्यु (death) 5 अक्टूबर 2011 को (56 वर्ष कि उम्र में)
मृत्यु का कारण (Death reason) वर्ष 2003 से पैनक्रियाटिक कैंसर से ग्रसित थे
मृत्यु का स्थान (Death place) पाउलो अल्टो, केलिफोर्निया, अमेरिका
नेटवर्थ (Networth) ___
प्रसिद्ध (Famous for) एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक तथा सीईओ और नेक्स्ट कंपनी के संस्थापक होने के नाते

 

स्टीव जॉब्स का प्रारंभिक जीवन | Steve Jobs Early Life

Steve Jobs Biography in Hindi : दोस्तों, स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फरवरी, 1955 को कैलिफोर्निया के सेंन फ्रांसिस्कों में हुआ था। इनके पिता, अब्दुलफत्त जन्दाली सीरिया के मुस्लिम समुदाय से थे। इनकी माँ का नाम जोअन्नी सिम्पसन था। जब स्टीव का जन्म हुआ था तब इनके माता कि शादी नही हुई थी। इसलिए उन्होंने स्टीव को गोद में देने का फैसला किया और उन्होंने पॉल रेनहोल्ड जॉब्स और क्लारा जॉब्स नाम के एक शादीशुदा कपल को स्टीव को पढ़ने के लिए कॉलेज भेजने के आश्वासन के बाद गोद में दे दिया।

स्टीव को गोद लेने वाली माँ, क्लारा जॉब्स एक अकाउंटेंट थी, और कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त नहीं की थी। जबकि इनको गोद लेने वाले पिता, पॉल रेनहोल्ड जॉब्स एक मैकेनिक थे, और केवल उच्च विद्यालय तक की ही शिक्षा प्राप्त की थी। हालाँकि, बाद में स्टीव के माता-पिता ने अपना खुद का एक गैरेज खोल लिया था।

जब स्टीव जॉब्स 5 साल के थे तो इनका परिवार सैन फ्रांसिस्को से माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया मे शिफ्ट हो गया। इनकी माँ क्लारा इन्हें पढ़ना सिखाती थी। जबकि, इनके पिता, पॉल एक मैकेनिक और एक बढ़ई के रूप में काम किया करते थे और अपने बेटे स्टीव को भी छोटे मोटे इलेक्ट्रॉनिक्स काम के साथ अपने हाथों से काम कैसे करना है, ये सिखाते थे। वहीं से स्टीव कि रूचि इलेक्ट्रॉनिक्स में बढ़ने लगी थी और इसलिए स्टीव गैरेज में रखे इलेक्ट्रॉनिक सामानो के साथ छेड़छाड़ करते रहते और हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करते थे। इन्होंने बचपन में ही अपने पिता से इलेक्ट्रॉनिक्स का काफी काम सीख लिया था। इसके साथ ही ये बचपन से ही एक प्रतिभा वाले कुशाग्र बुद्धि के छात्र थे। हालांकि, इन्हें स्कूल जाने से अच्छा घर पर बैठकर किताबें पढ़ना ही पसंद था।

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स्टीव जॉब्स की शिक्षा | Steve Jobs Education

Steve Jobs Education : स्टीव ने अपनी प्राथमिक शिक्षा मोंटा लोमा प्रायमरी स्कूल से पुरी करने के बाद उच्च शिक्षा, कूपर्टीनो जूनियर हाई स्कूल और होम्स्टेड हाई स्कूल से प्राप्त की थी। वर्ष 1972 में हाई स्कूल के स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद आगे कि पढ़ाई के लिए स्टीव ने ओरेगन के रीड कॉलेज में दाखिला लिया। लेकिन रीड कॉलेज कि फीस बहुत महँगी थी और जॉब्स के माता-पिता के पास उतने पैसे नहीं थे कि वे कॉलेज कि फीस दे पाते। क्योंकि इनके माता-पिता की पूरी जमा पूंजी कॉलेज की फीस में ही खर्च हो चुकी थी। जिसके कारण, पहले सेमेस्टर के बाद ही पैसों की कमी की वजह से स्टीव जॉब्स ने अपना कॉलेज बीच में ही छोड़ दिया।

हालांकि, कॉलेज छोड़ने के बाद इन्होंने क्रिएटिव क्लासेस में दाखिला ले लिया था और ये कैलीग्राफी (Calligraphy) की क्लास जरूर अटेंड करते थे। आपको बता दें कि – कैलीग्राफी, अक्षरों को क्रिएटिव एवं अच्छे तरीके से लिखने की कला होती है। इसी दौरान स्टीव कि मुलाकात वोजनियाक से हुई और इनके बीच दोस्ती हो गई। वोजनियाक को भी स्टीव कि तरह ही इलैक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर में दिलचस्पी थी।

 

शारीरिक संरचना | Physical Appearance

लम्बाई (Height) सेमी में – 163 सेमी.

मीटर में – 1.63 मी.

फीट में – 5 फीट 5 इंच

वजन (Weight) 76 किलोग्राम
आंखो का रंग (Eye Colour) काला
बालों का रंग (Hair Colour) सफ़ेद

 

स्टीव जॉब्स के संघर्ष भरे दिन | Steve Jobs Struggling time

Steve Jobs Biography in Hindi : स्टीव जॉब्स के जीवन में एक समय ऐसा भी था जब शुरुआती दिनों में आर्थिक तंगी के कारण इन्हें बुरे दौर से गुजरना पड़ा था। उन दिनो स्टीव के पास इतने भी पैसे नहीं होते थे कि, वे अपने पेटभर खाना भी खा सके। उन दिनों में ये कोक की बॉटलस् बेचकर किसी तरह अपना गुजारा करते थे। हर रविवार को कृष्ण मंदिर में भरपेट खाना मिलता था। इसलिए स्टीव हर रविवार को कृष्ण मंदिर जाया करते थे, ताकि फ्रि में भरपेट खाना खा सकें। स्ट्रगल के दिनों में स्टीव ने कई रातें अपने दोस्त के कमरे में फर्श पर सोकर गुजारे थे।

लेकिन स्टीव के अंदर दृढ़इच्छाशक्ति और प्रतिभा की कोई कमी नहीं थी और इन्होंने हर मुसीबतों का सामना डट कर किया था। इसी दौरान, वर्ष 1972 में एक इन्हें एक वीडियो गेम बनाने वाली डेवलिंग कंपनी में काम करने का मौका मिला। परंतु, स्टीव अपनी बात स नौकरी से संतुष्ट नहीं थे। जिसके कारण इन्होंने यह नौकरी छोड़ दी।

 

स्टीव जॉब्स की भारत यात्रा | Steve Jobs visit to India

Steve Jobs visit to India : उस वीडियो गेम बनाने वाली डेवलिंग कंपनी से स्टीव ने जो भी पैसे बचाए थे, उन पैसों से स्टीव भारत यात्रा करने का फैसला किया और भारत आ गए। क्योंकि, स्टीव, भारत की संस्कृति से काफी प्रभावित थे और ये यहां आकर आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते थे। इसलिए, वर्ष 1974 में स्टीव आध्यात्मिक ज्ञान की खोज में अपने कुछ रीड कॉलेज के मित्रो के साथ कारोली बाबा से मिलने भारत आए।

लेकिन, जब ये कारोली बाबा के आश्रम पहुँचे तो इन्हें पता चला की उनकी मृत्यु सितम्बर 1973 को ही हो चुकी थी। इसके बाद इन्होने हैड़खन बाबाजी से मिलने का फैसला किया और करीब 7 महीनों तक भारत के कई हिस्सों- उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में बिताया। इस दौरान इन्होंने बौद्ध धर्म की शिक्षा भी प्राप्त की।

अध्यात्म की शिक्षा ग्रहण करने के बाद स्टीव अब पहले जैसे नहीं रहे थे। ये पूरी तरह से बदल चुके थे। इनका मन पूरी तरह से एकाग्रचित्त हो चुका था और मन भी पुरी तरह से शांत हो चुका था। इनके जीवन में मानो जैसे एक नया परिवर्तन आ चुका था। 

सात महीने भारत में बिताने के बाद, स्टीव वापस अपने देश चले गऐ। वहां इन्होने अपना लुक बदल डाला। न्होने अपना सिर मुंडा दिया और पारंपरिक भारतीय वस्त्र पहनने शुरू कर दिए। इसके साथ ही ये जैन और बौद्ध धर्मों के गंभीर व्यवसायी भी बन गये।

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एप्पल कि शुरुआत | Starting of Apple

Steve Jobs Biography in Hindi :  बात वर्ष 1976 कि है, एक बार स्टीव जॉब्स कि सबसे अच्छी दोस्त, वोजनियाक ने अपना एक मेकिनटोश कंप्यूटर (एप्पल-1) बनाया और जब वोज़नियाक ने इसे स्टीव को दिखाया तो स्टीव इसे देखकर बहुत खुश हुए और इन्होंने इसे बेचने का सुझाव दिया।

फिर क्या था, वर्ष 1976 में, स्टीव जॉब्स ने अपना खुद का बिजनेस करने का प्लान बनाया और अपने पिता के गैरेज में कम्प्यूटर बनाने का काम शुरु कर दिया, और अपनी दोस्त वोज़नियाक के साथ मिलकर ” एप्पल कंप्यूटर कंपनी ” कि शुरुआत की। इस काम को पूरा करने के लिये इन्होने इंटेल के उत्पाद विपणन प्रबंधक और इंजीनियर माइक मारककुल्ला कि मदद ली। धीरे-धीरे कंपनी ने एक के बाद एक कई नए अविष्कार किए और सफलता हासिल की।

वर्ष 1978 में, नेशनल सेमीकंडक्टर के माइक स्कॉट को एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कंपनी में शामिल किया। वर्ष 1980 में, स्टीव जॉब्स की कंपनी, एप्पल (Apple) एक प्रतिष्ठित एवं विश्व की जानी-मानी कंपनी बन चुकी थी।

 

स्टीव जॉब्स को उनकी ही कंपनी, एप्पल से निकाला | Steve Jobs fired from his own company, Apple

Steve Jobs Biography in Hindi : भले ही स्टीव द्वारा स्थापित की गई इनकी कंपनी, एप्पल पूरे दुनिया भर में अच्छा कारोबार कर रही थी लेकिन यहां भी इनकी मुश्किलें कम नहीं हुई। स्टीव के जीवन में एक ऐसा दौर भी आया, जब इनकी ही कंपनी ने जॉब्स को इस्तीफा (Resign) देने पर मजबूर कर दिया गया था।

दअरसल, लगातार कामयाबी हासिल कर रही इनकी कंपनी को उस समय ब्रेक लगा जब कंपनी ने एप्पल-3 और इसके बाद, लिसा कंप्यूटर लॉन्च किया। स्टीव ने अपनी बेटी लिसा के नाम पर इस कंप्यूटर का नाम लिसा कंप्यूटर रखा था। कंपनी द्वारा लांच किए गए यह दोनों ही प्रोडक्ट बुरी तरह से फ्लॉप रहे।

हालांकि, बाद में स्टीव ने मैकिनटोश को बनाने पर कड़ी मेहनत की और वर्ष 1984 में लिसा कंप्यूटर पर बेस्ड, सुपर बाउल का बनाकर इसे मैकिनटोश के साथ लॉन्च कर दिया और कामयाबी हासिल की। इसके बाद एप्पल ने IBM साथ मिलकर कंप्यूटर बनाना शुरू किया। अच्छी क्वालिटी के कंप्यूटर होने कि वजह से बाजारों में इनकी कंप्यूटर की मांग बढ़ने लगी।

हालांकि, जॉब्स ने अपनी कंपनी की कॉन्सेप्ट कभी भी सिक्रेट नहीं रखा। जिसका खामियाजा इन्हें भुगतना पड़ा। जॉब्स के कंप्यूटर कॉन्सेप्ट सिक्रेट ना होने के कारण, कई दूसरी कंपनियों ने इनके कॉन्सेप्ट को कॉपी करते हुए कंप्यूटर बनाकर सस्ते दामों पर बाजारों में बेचने लगी। जिसकी वजह से एप्पल को काफी नुकसान भी होने लगा था। और इन सब का जिम्मेदार स्टीव जॉब्स को ठहराया गया। जिसके बाद, इनकी ही कंपनी एप्पल ने इन पर कंपनी इस्तीफा देने का दबाव बनाया। 

अप्रैल 10 अप्रैल 1985 को कंपनी के 11 बोर्ड मेंबर्स की बैठक के दौरान, एप्पल के बोर्ड के निदेशकों ने स्कली के कहने पर जॉब्स को अध्यक्ष पद को छोड़कर उसकी सभी भूमिकाओं से हटाने का अधिकार दे दिया। लेकिन, जॉन स्कली ने यह फ़ैसला कुछ समय के लिए रोक दिया। इसके बाद मई 24, 1985 को इस मामले को हल करने के लिए एक बोर्ड मिटिंग हुई। इस बैठक में स्टीव जॉब्स को मेकिनटोश प्रभाग के प्रमुख के रूप में, और इसके प्रबंधकीय कर्तव्यों से हटा दिया गया।

कंपनी के द्वारा बढ़ते दबाव के चलते, स्टीव जॉब्स ने 17 सितंबर 1985 को एप्पल से इस्तीफा दे दिया। स्टीव के साथ ही इनके पांच करीबी सहकर्मियों ने भी एप्प्ल से इस्तीफा दे दिया।

 

नेक्स्ट कंप्यूटर कि शुरुआत | Start Next Ink. Computer Company

Steve Jobs Biography in Hindi : एप्पल से इस्तीफ़ा देने के बाद भी स्टीव ने हार नहीं मानी। इन्होंने वर्ष 1985 में नेक्स्ट इंक. (Next Ink.) की स्थापना की। Next Ink. अपनी तकनीकी ताकत के लिए जाना जाता था। इसका मुख्य उद्देश्य, उन्मुख सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सिस्टम बनाना था। इसके बाद टिम बर्नर्स ली ने एक नेक्स्ट कंप्यूटर पर वर्ल्ड वाइड वेब (www) का आविष्कार किया था। शुरुआत के एक साल में कंपनी को पूँजी जरूरत महसूस हुई। जिसके कारण Next Ink. ने रॉस पेरोट के साथ साझेदारी की।  

इस साझेदारी के बाद, पेरोट ने नेक्स्ट में अपनी पूँजी लगा दिया। वर्ष 1990 में Next ने बाजार में $9999 के साथ अपना पहला कंप्यूटर लांच किया। हालांकि, एप्पल की तरह ही नेक्स्ट भी काफी एडवांस था। लेकिन इस कम्प्यूटर कि किमत अधिक होने के कारण यह बाज़ार में असफल रही। इस कंप्यूटर के फ्लाप होने के कुछ समय बाद, उसी वर्ष नेक्स्ट ने एक नया और पहले से बेहतर ‘इन्टर पर्सनल कम्प्यूटर’ बनाया।

इसके बाद स्टीव जॉब्स ने यह को यह महसूस हुआ और  इन्होंने Next Ink. को एक सॉफ्टवेयर कंपनी में बदल दिया। इसके बाद इन्हें इसमें काफी सफलता हासिल मिली।

 

डिज्नी के साथ जॉब्स की पार्टनरशिप | Disney Partnership with Steve Jobs

Steve Jobs Biography in Hindi : वर्ष 1986 में, स्टीव जॉब्स ने एक ग्राफिक्स कंपनी, पिक्सर (Pixar) को खरिद लिया और डिज्नी के साथ पार्टनरशिप की। इसके बाद, स्टीव ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की नई ऊंचाइयों को छूते गए। आज इनके संघर्ष भरे दिनों के बारे में जानकर और इनकी सफलता को देखते हुए दुनिया भर में वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।

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एप्पल मे वापसी | Come Back in Apple

Steve Jobs Biography in Hindi : वर्ष 1996 में, बाजार में एप्पल की हालत कमजोर पड़ने के बाद, स्टीव ने अपनी दुसरी कंपनी नेक्स्ट कम्प्यूटर को एप्पल को $ 427 मिलियन डॉलर में बेच दिया और ये एप्पल के चीफ एक्जिक्यूटिव आफिसर (CEO) बन कर एप्पल में वापस आए। वर्ष 1997 में स्टीव ने कंपनी के CEO का पदभार संभाला।

  • वर्ष 1998 में स्टीव के नेतृत्व में एप्पल ने आईमैक को बाजार में उतारा। जिससे कंपनी ने एक बड़ी सफलता हासिल की। दरअसल, आइमैक एक आकर्षक तथा अल्प पारदर्शी खोल वाला पर्सनल कंप्यूटर (PC) था।
  • इसके बाद, एप्पल ने वर्ष 2001 में ‘आई पॉड’ (IPOD) म्यूजिक प्लेयर लॉन्च किया और इसी वर्ष कंपनी ने ‘आई ट्यून्ज़ स्टोर’ और (ITunes) लॉन्च किया।
  • वर्ष 2007 में एप्पल ने स्मार्टफोन की दुनिया में कदम रखते हुए, आई फोन को लॉन्च किया। कंपनी का यह मोबाइल फोन लोगों को खूब पसंद आया। इसके बाद, वर्ष 2010 में एप्पल ने अपना एक और नया प्रोडक्ट, आइ पैड नामक टैब्लेट कम्प्यूटर बनाया।

वर्ष 2011 में स्टीव ने कंपनी के सीईओ (CEO) के पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन, कंपनी के बोर्ड के अध्यक्ष के रूप मे कंपनी के साथ बने रहे।

 

स्टीव जॉब्स की शादी, पत्नी | Steve Jobs Wife, Marriage

Steve Jobs Biography in Hindi – Married Life : स्टीव जॉब्स को वर्ष 1978 में अपनी प्रेमिका (Love Partner), क्रिस्टन ब्रेन्नन से एक बेटी हुई। जिनका नाम लिसा ब्रेन्नन जॉब्स है। क्रिस्टन ब्रेन्नन का स्टीव जॉब्स से पुराने सम्बन्ध थे। हालांकि, स्टीव जॉब्स ने अपनी पार्टनर, किर्स्टन ब्रेन्नन से शादी नहीं कि थी।

वर्ष 1991 में स्टीव जॉब्स ने लॉरेन पावेल से शादी की। और इसी वर्ष 1991 में लॉरेन ने एक बेटे, रीड जॉब्स को जन्म दिया। इसके बाद वर्ष 1995 में लॉरेन ने एक बेटी एरिन जॉब्स को जन्म दिया। और वर्ष 1998 में उनकी दूसरी बेटी, ईव जॉब्स का जन्म हुआ।

स्टीव जॉब्स, संगीतकार दि बीटल्स के बहुत बड़े प्रशंसक थे और उनसे प्रेरित थे।

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पारिवारिक जानकारियां । Family Details

जैविक माता-पिता

(Biological Parents)

पिता – अब्दुलफतह जंदाली (Abdulfattah Jandali)

माँ – जोआन शिबल (Joanne Schieble)

दत्तक माता-पिता

(Adoptive Parents)

पिता – पोल जॉब्स (Paul Jobs)

माँ – क्लारा जॉब्स (Clara Jobs)

भाई-बहन (Siblings) एक बहन – मोना सिम्पसन
पत्नी (Wife) लोरेन पॉवेल (विवाह – 1991 में)
साथी (Partner) क्रिस्टन ब्रेनन
बच्चे (Children) पुत्र  – रीड जॉब्स

पुत्री – लिसा ब्रेनन्न जॉब्स, एरिन जॉब्स और ईव जॉब्स

 

स्टीव जॉब्स की मृत्यु, निधन | Steve Jobs Death

Steve Jobs Death : वर्ष 2003 में स्टीव जॉब्स, पैनक्रियाटिक कैंसर नाम की बीमारी से पीड़ित हुए। इसके बाद काफी लम्बे समय तक इनका ईलाज चला। लेकिन 5 अक्टूबर 2011 को शाम करीब 3 बजे स्टीव जॉब्स का पालो अल्टो, कैलिफोर्निया के घर में निधन हो गया। वे 56 वर्ष के थे।

इनके निधन पर माइक्रोसाफ्ट और् डिज्नी जैसी बड़ी कंपनियों सहित पुरे अमेरीका में शोक मनाया गया था। अपने निधन के बाद, स्टीव अपनी पत्नी और तीन बच्चों को पीछे छोड़ गये।

 

स्टीव जॉब्स को मिले सम्मान और पुरस्कार | Steve Jobs Awards/ Rewards

  • अमेरिका के राष्ट्रपति के द्वारा स्टीव जॉव्स को “नेशनल मैडल ऑफ टेक्नोलॉजी” से नवाजा गया था।
  • स्टीव को “कैलिफ़ोर्निया हाल ऑफ फेम” से सम्मानित किया गया है।
  • वर्ष 1982 में स्टीव जॉब्स को अपनी कंपनी एप्पल के लिए टाइम मैगज़ीन द्वारा ” मशीन ऑफ दि इयर ” का खिताब दिया गया था।
  • वर्ष 1985 में स्टीव को अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा नेशनल मेडल ऑफ टेक्नलोजी से सम्मानित किया गया था।
  • उसी साल उन्हे अपने योगदान के लिये “साम्युएल एस बिएर्ड” पुरस्कार मिला।
  • नवम्बर 2008 में फार्चून मैगज़ीन द्वारा उद्योग में सबसे शक्तिशाली पुरुष के खिताब से नवाजा गया था। इसी वर्ष इन्हे ‘कैलिफोर्निया हाल ऑफ फेम’ का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ।
  • 5 नवम्बर 2009 को जॉब्स को फॉर्च्यून पत्रिका द्वारा दशक के सीईओ के रूप में नामित किया गया था।
  • नवम्बर 2010 में, जाब्स् फोर्ब्स पत्रिका द्वारा ‘पर्सन ऑफ दि इयर’ चुना गया था।
  • 21 दिसंबर 2011 को, बुडापेस्ट में ग्राफिसाफ्ट कंपनी द्वारा इन्हे आधुनिक युग के महानतम व्यक्तित्वों में से एक चुनकर स्टीव जॉब्स को दुनिया का पहला कांस्य प्रतिमा भेंट किया गया था।
  • 12 फ़रवरी 2012 को स्टीव को मरणोपरांत ग्रैमी न्यासी पुरस्कार, (‘प्रदर्शन से असंबंधित’ क्षेत्रों में संगीत उद्योग को प्रभावित करने के लिये) से सम्मानित किया गया था।
  • मार्च 2012 में, वैश्विक व्यापार पत्रिका फॉर्चून द्वारा ‘शानदार दूरदर्शी, प्रेरक मानते हुए, पीढ़ी का सर्वोत्कृष्ट उद्यमी नामित किया गया था।
  • “जॉन कार्टर” और “ब्रेव” नाम कि दो फिल्मे स्टीव जॉब्स को समर्पित की गयी है

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स्टीव जॉब्स से जुड़े कुछ रोचक तथ्य | Some interesting facts about Steve Jobs

  1. स्टीव जॉब्स का जन्म कैलिफोर्निया के सेंन फ्रांसिस्कों में हुआ था।
  2. इनके पिता, अब्दुलफत्त जन्दाली सीरिया के मुस्लिम समुदाय से थे। इनकी माँ का नाम जोअन्नी सिम्पसन था।
  3. जब स्टीव का जन्म हुआ था तब इनके माता कि शादी नही हुई थी। इसलिए उन्होंने स्टीव को पॉल रेनहोल्ड जॉब्स और क्लारा जॉब्स नाम के एक शादीशुदा कपल को गोददे दिया।
  4. स्टीव को गोद लेने वाली माँ, क्लारा जॉब्स एक अकाउंटेंट थी और पिता, पॉल रेनहोल्ड जॉब्स एक मैकेनिक थे।
  5. जब स्टीव जॉब्स 5 साल के थे तो इनका परिवार सैन फ्रांसिस्को से माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया मे शिफ्ट हो गया था।
  6. जबकि, इनके पिता, पॉल एक मैकेनिक और एक बढ़ई के रूप में काम किया करते थे और स्टीव को भी छोटे मोटे इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में सिखाते थे। वहीं से स्टीव कि रूचि इलेक्ट्रॉनिक्स में बढ़ने लगी थी।
  7. स्टीव जॉब्स ने 12 साल की उम्र में पहली बार कंप्यूटर देखा था।
  8. स्टीव जॉब्स एक बार जब एप्पल के गार्डन में बैठे थे, तभी उन्होंने अपनी कंपनी का नाम एप्पल रखने का सोचा।
  9. स्टीव जॉब्स पर ”जॉब्स” और डिज्नी पिक्सर द्वारा ”ब्रेव” फिल्म बन चुकी है। जो उनके जीवन से प्रेरित है।
  10. स्टीव जॉब्स साल 1974 में भारत आए थे और कई महीने उन्होंने हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बिताया था।
  11. स्टीव ने भारत में अध्यात्मिक ज्ञान भी प्राप्त किया था। और वे भारतीय संस्कृति एवं भारतीय परिधानों से भी काफी प्रभावित थे।
  12. स्टीव जॉब्स महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटीन (Albert Einstein) को अपना आदर्श मानते थे।
  13. स्टीव जॉब्स ने Apple’s Ipod का सैंपल पहली बार देखकर उसे पानी में डाल दिया और हवा के बुलबुलों को देखकर कहा कि इसे और भी स्लिम और आर्कषक बनाया जा सकता है।
  14. वर्ष 1984 में स्टीव जॉब्स को अपनी ही कंपनी एप्पल (Apple) से निकाल दिया गया था।
  15. स्टीव जॉब्स के पास कॉलेज कि कोई डिग्री नहीं थी।
  16. स्टीव जॉब्स बिना नंबर प्लेट की गाड़ी चलाते थे।
  17. स्टीव जॉब्स बौद्ध धर्म का पालन करते थे।

 

एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स के प्रेरणात्मक विचार – Steve Jobs Quotes

”तुम्हारा समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और की जिंदगी जी कर बिल्कुल भी व्यर्थ मत करो।”

”शायद मौत ही इस जिंदगी का सबसे बड़ा अविष्कार है।”

”जो इतने पागल होते हैं, उन्हें लगता है कि वो दुनिया बदल सकते हैं, वे अक्सर बदल देते हैं।”

”डिजाइन सिर्फ यह नहीं है कि चीज कैसी दिखती या फिर महसूस होती है, बल्कि डिजाइन यह है कि वह चीज काम कैसे करती है।”

”कभी-कभी जिंदगी आपके सर पर ईंट से वार करेगी लेकिन अपना भरोसा कभी मत खोइए।”

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स्टीव जॉब्स के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर (FAQ)।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स कौन है ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स एक अमेरिकी व्यवसायी, आविष्कारक और एक उद्यमी हैं। ये एप्पल कंपनी के सह-संस्थापक तथा सीईओ और नेक्स्ट कंपनी के संस्थापक है।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स का जन्म कब हुआ था ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स का जन्म 24 फरवरी 1955 को सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में हुआ था।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स की उम्र कितनी थी ?

उत्तर : 56 वर्ष – मृत्यु के समय

प्रश्न : स्टीव जॉब्स किस देश से थे ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स, अमेरिका से हैं।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स की शादी किससे हुई थी ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स की शादी वर्ष 1991 में लोरेन पॉवेल से हुई थी।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स के कितने बच्चे हैं ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स के चार बच्चे- रीड जॉब्स (बेटा) और लिसा ब्रेनन्न जॉब्स, एरिन जॉब्स, इव जॉब्स (बेटी) है।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स की पार्टनर कौन थी ?

उत्तर : क्रिस्टन ब्रेनन

प्रश्न : स्टीव जॉब्स ने एप्पल की स्थापना कब की थी ?

उत्तर : वर्ष 1976 को

प्रश्न : एप्पल के फाउंडर कौन हैं ?

उत्तर : वर्ष 1976 में, स्टीव जॉब्स ने अपनी दोस्त, वोजनियाक के साथ मिलकर, एप्पल की शुरुआत की थी।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स को इनकी ही कंपनी, एप्पल से कब निकाला गया था ?

उत्तर : 17 सितंबर 1985 को।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स ने Next Ink. की स्थापना कब किया था ?

उत्तर : वर्ष 1985 में

प्रश्न : स्टीव जॉब्स कि एप्पल वापसी कब हुई थी ?

उत्तर : वर्ष 1996 में

प्रश्न : स्टीव जॉब्स एप्पल के सीईओ कब बने थे ?

उत्तर : वर्ष 1997 में

प्रश्न : स्टीव जॉब्स एप्पल के सीईओ पद से कब इस्तीफा दिया था ?

उत्तर : वर्ष 2011 में

प्रश्न : स्टीव जॉब्स की मृत्यु कब हुई थी ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स की 56 वर्ष की उम्र में 5 अक्टूबर 2011 को अमेरिका के कैलिफोर्निया में निधन हो गया।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स की मृत्यु का क्या कारण था ?

उत्तर : वर्ष 2003 में स्टीव जॉब्स, पैनक्रियाटिक कैंसर नाम की बीमारी से पीड़ित हुए। इसके बाद काफी लम्बे समय तक इनका ईलाज चला। लेकिन 5 अक्टूबर 2011 को इनका निधन हो गया।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स भारत की यात्रा पर कब आए थे?

उत्तर : वर्ष 1974 में।

प्रश्न : स्टीव जॉब्स किस धर्म के अनुयायी थे ?

उत्तर : स्टीव जॉब्स बौद्ध धर्म और जैन धर्म के अनुयायी थे।

 

इन्हें भी पढ़ें :

 

आभार ।

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